Dhanbad news:मैथन व पंचेत लूटकांड का खुलासा, सुदामडीह कोल डिपो वर्चस्व, पुलिस बीमा, एन-95 वाल्व
पुलिस ने मैथन एंव पंचेत ओपी एरिया में घटित दो लूटकांड का उद्भेदन कर छह क्रिमिनलों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। बीसीसीएल ईजे एरिया सुदामडीह एएसपी कोलियरी के न्यू कोल डिपो में मैनुअल लोडिग की मांग को लेकर विभिन्न यूनियन के बीच वर्चस्व की जंग शुरू हो गई है। अब नक्सल अभियान में शामिल सभी प्रकार के सुरक्षा बल के अधिकारियों और जवानों को 45 लाख रुपये का बीमा मिलेगा। एन-95 वाल्व मास्क से संक्रमण फैलने का खतरा है।
धनबाद। पुलिस ने मैथन एंव पंचेत ओपी एरिया में घटित दो लूटकांड का उद्भेदन कर छह क्रिमिनलों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। बीसीसीएल ईजे एरिया सुदामडीह एएसपी कोलियरी के न्यू कोल डिपो में मैनुअल लोडिग की मांग को लेकर विभिन्न यूनियन के बीच वर्चस्व की जंग शुरू हो गई है। अब नक्सल अभियान में शामिल सभी प्रकार के सुरक्षा बल के अधिकारियों और जवानों को 45 लाख रुपये का बीमा मिलेगा। एन-95 वाल्व मास्क से संक्रमण फैलने का खतरा है।
मैथन एंव पंचेत ओपी एरिया के लूटकांड का उद्भेदन, छह क्रिमिनल जेल गये
पुलिस ने मैथन एंव पंचेत ओपी एरिया में पिछले दिनों घटित लूटकांड का उद्भेदन कर लिया है। दोनों लूटकांड में शामिल राजेन्द्र मंडल (मनियाडीह) , सुरेश हेम्ब्रम (मैथन एरिया), रोशन यादव, अरविंद कुमार यादव,मिराज अंसारी (पंचेत ओपी एरिया) व उत्तम (निरसा पुलिस स्टेशन एरिया) को अरेस्ट कर जेल भेजा गया है। सिटी एसपी आर रामकुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। एसपी ने बताया कि सभी छह क्रिमिनल एक ही गैंग के है। जिन्होंने दोनो घटनाओं को अंजाम दिया। पंचेत लूटकांड में आठ व मैथन लूटकांड में छह क्रिमिनल शामिल है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की अभियान चला रही है। पुलिस ने क्रिमिनलों के पास से लुटे गये सामानों में एक मोबाइल , एक सेट टेब बरामद की है। एक बाइक व चार मोबाइल भी क्रिमिनलों के पास से मिले हैं। उल्लेखनीय है कि 12 मार्च को मैथन ओपी के गोगना तालाब के पास बाइक सवार क्रिमिनलों ने सीएसपी का कलेक्शन स्टाफ हसन रजा से दो लाख 18 हजार 194 रु लूट लिये थे। कर फरार हो गए थे। पंचेत ओपी के कल्यानचक 20 मार्च को बाइक सवार क्रिमिनलों भारत फाइनेंशियल इंक्लूशिव लिमिटेड चिरकुंडा ब्रांच काक लोन के क्लेक्शनधारी इनामुल अंसारी से 14 हजार 865 रु एक टेब , बायोमेट्रिक मशीन तथा वीवो का मोबाइल लूट लिये थे।
सुदामडीह एएसपी कोलियरी न्यू कोल डिपो में वर्चस्व की जंग शुरु
बीसीसीएल ईजे एरिया सुदामडीह एएसपी कोलियरी के न्यू कोल डिपो में मैनुअल लोडिग की मांग को लेकर यूनियनों की बीच वर्चस्व की जंग शुरु हो गयी है। विभिन्न यूनियन के नेताओं ने समर्थकों के साथ शुक्रवार को प्रदर्शन ताकत दिखाई। मजदूरों ने अलग-अलग दो जगहों पर रोजगार के लिए शक्ति प्रदर्शन किया। कोरोना महामारी में सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां उड़ायी गई। शनिवार को भी निताई महतो गुट ने प्रदर्शन किया। यहां चार गुट के सैकड़ों समर्थकों के पहुंचने से माहौल तनावपूर्ण हो गया। कोल डिपो में डीओ ट्रक की लोडिग के लिए प्रबंधन की ओर से मंगाये गये पेलोडर को मोर्चा विरोध को देख लौटा दिया गया। वर्चस्व को लेकर जारी राजनीति में मैनेजमेंट व पुलिस मौन साधे हुए हैं। अगर समय रहते मामले का निबटारा नही किया गया तो हंसक संघर्ष होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
ग्रामीण संयुक्त मोर्चा ने पेलोडर लोडिंग का किया विरोध
ग्रामीण संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष साधन महतो के नेतृत्व में पाथरडीह हाटतल्ला से सैकड़ों की संख्या में लोग पैदल जुलूस के कोल डिपो पर पहुंचे। यहां मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। साधन ने कहा कि मैनुअल कोयला लोडिग शुरू कर लोकल ग्रामीणों व मजदूरों को कार्य देना होगा। मौके पर मंडल अध्यक्ष उमेश यादव, अभिषेक सिंह, आकाश मोदक, श्रवण पंडित, रामू बाउरी, सुरेश रवानी, आदूरी देवी, प्रकाश सुपकार, शिवम यादव समेत अन्य उपस्थित थे।
यूनाइटेड फ्रंट ने मैनुअल लोडिंग की मांग की
यूनाइटेड फ्रंट के बैनर तले सैकड़ों ग्रामीण पाथरडीह लोको बाजार से जुलूस की शक्ल में कोल डिपो पहुंचे। मैनेजमेंट विरोधी नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे फ्रंट के अध्यक्ष अभिषेक कुमार सिंह ने किया। उन्होंने डिपो में मैनुअल कोयला लोडिग चालू करना होगा। पेलोडर लोडिग का सपना कभी पूरा नहीं होने देंगे। मौके पर सुभाष सिंह, भोजू रवानी, अनिल रवानी, दिलीप राय, सुरेश महतो, रामदीप सिंह, बृजेश सिंह, धीरज सिंह, सविता देवी, फूलन देवी, शांति देवी आदि थे।
पेलोडर से कोयला लोडिंग नहीं होगी
पेलोडर से कोयला लोडिंग की सूचना पाकर जेएमएसए बच्चा गुट के उपाध्यक्ष सुग्रीव सिंह के नेतृत्व में मजदूरों ने विरोध किया। सुग्रीव सिंह, ने कहा कि लॉकडाउन में स्थानीय बेरोजगारों के साथ प्रवासी मजदूरों के जीवन यापन में भी आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है। प्रबंधन को रोजगार देना होगा। मौके पर बृजेश सिंह, मुन्ना सिंह, असंगठित मजदूर मोर्चा की अध्यक्ष ममता सिंह नीतू सिंह, भुवनेश्वर कुमार, प्रिस कुमार, बेबी देवी, सोनिया खातून, सुनीता देवी, गायत्री देवी, मुन्नी, कलावती थे।
संयुक्त मोरचा का आरोप बाहरी लोग वर्चस्व जमाने की कोशिश में
पेलोडर से कोयला उठाव के विरोध में विभिन्न श्रमिक संगठन के नेता, पूर्व पार्षद भी संयुक्त मोर्चा बनाकर आंदोलन कर रहे हैं। मोर्चा के अध्यक्ष निताई महतो ने कहा कि यहां बाहरी लोग गुंडई कर वर्चस्व स्थापित करना चाहते हैं। इसे किसी भी हालत में पूरा नहीं होने दिया जायेगा। मौके पर मौसम मोहंती, पूर्व पार्षद चंदन महतो, उचित महतो, सोमित सुपकार, संजय सिंह, प्रदीप रवानी, रामा रवानी, शंकर रवानी, दिलीप रवानी आदि थे।
नक्सल ऑपरेशन में लगे पुलिस अफसर व जवानों को 45 लाख का इंसोरेंस
झारखंड में अब नक्सल अभियान में ऑपरेशन में शामिल स्टेट पुलिस व सेंट्रल पुलिस फोर्स के अफसर व जावनों को 45 लाख रुपये का बीमा मिलेगा। यह बीमा वर्ष 2020-21 के लिए मान्य है।इसका लाभ झारखंड पुलिस समेत केंद्रीय बल, एसटीएफ, गृह रक्षा वाहिनी और एसपीओ को भी मिलेगा। झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर ओर से सभी, एसएसपी, कमांडेंट व अन्य डिपार्टमेंट को पत्र भेजकर जानकारी दी गयी है।
इंसोरेंस का लाभ
नक्सल ऑपरेशन के दौरान मौत होने, पूरे शरीर के अपंग होने और दोनों हाथ व दोनों आंखों अथवा एक हाथ व एक आंख के जाने और 100 परसेंट, चोटिल होने पर इलाज का पूरा खर्च के रूप में अधिकतम 15 लाख, 23 साल की उम्र तक बच्चों की पढ़ाई के लिए अधिकतम एक लाख, रोड एक्सीडेंट व सांप के काटने से मौत होने पर 7.5 लाख और घायल होने पर पांच लाख रुपये तक का पेमेंट इंसोरेंस के तहत होगा।
एन-95 वाल्व मास्क से संक्रमण फैलने का खतरा
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए उपयोग किये जा रहे एन-95 वाल्व वाले मास्क से संक्रमण की आशंका रहती है। इससे बेहतर ट्रिपल लेयर मास्क है। WHO ने भी वाल्व वाले मास्क से बेहतर ट्रिपल लेयर मास्क को बताया है। इस संबंध में निर्देश भी जारी किया है। यही वजह है कि अब डॉक्टर व हेल्थ स्टाफ एन-95 के साथ ट्रिपल लेयर मार्क्स भी प्रयोग कर रहे हैं।
PMCH के कोविड टास्क फोर्स की बैठक में स्पेशलिस्टों ने इस बात का खुलासा किया है। डॉक्टरों का कहना है कि एन-95 मस्क जिसमें वाल्व लगा होता है, दरअसल वह प्रदूषण से बचने के लिए होता है। इसे एन-95 नहीं बल्कि रेस्पिरेटर कहते हैं। रेस्पिरेटर का काम प्रदूषण और जहरीली गैसों से बचाना होता है। लेकिन कोरोना वायरस जैसे संक्रमण से ज्यादा बचना संभव नहीं है। असल में एन-95 वाल्व वाले मास्क पहनने वाला व्यक्ति तो सुरक्षित रहता है, लेकिन उसके सामने खड़ा होने वाला व्यक्ति सुरक्षित नहीं रहता है। क्योंकि यह मास्क बाहर से आने आने वाले हवा को तो फिल्टर करता है, लेकिन अंदर से बाहर जाने वाली हवा को सीधा बाहर निकाल देता है। ऐसे में वायरस से संक्रमित व्यक्ति सीधे एरोसोल (हवा के साथ सांस की बूंदें) की मदद से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में जा सकते हैं। इससे संक्रमण की आशंका बढ़ सकती है।
पांच लेयर का होता है एन-95 मास्क
एन-95 मास्क पांच लेयर से बना होता है। इसमें वाल्व लगा होता है। इसके बाहरी लेयर को हाइड्रोफोबिक लेयर कहा जाता है, जो नमी को सोखता नहीं है। अंदर के लेयर को हाइड्रोफिलिक लेयर कहते हैं, जो नमी को अवशोषित करता है। बीच के लेयर को मेल्ट ब्लोन कहते हैं, जो हवा को फिल्टर करता है। यह वह हवा है जो प्रदूषण या जहरीली हवा होती है। इसमें वाल्व लगा होता है। पहनने वाले व्यक्ति की अंदर की हवा सीधे वाल्व की मदद से बाहर निकल जाती है, ऐसे में संक्रमित व्यक्ति यदि यह वाल्व लगाता है, तो सामने वाला व्यक्ति को सुरक्षित होने की संभावना काफी कम हो जाती है।
टास्क फोर्स कमेटी के मेंबर एन-95 वालों वाले वाल्व मास्क और ट्रिपल लेयर मास्क को लेकर सर्वे कर रहे हैं। इसमें पाया गया है वैसे लोग ज्यादा संक्रमित पाये जा रहे हैं, जो वाल्व लगाये मास्क वाले व्यक्ति के ज्यादा करीब थे। इसकी जानकारी व डाटा जुटाए जा रहे हैं। जामाडोबा टाटा में कोरोना वायरस का संक्रमण सबसे ज्यादा फैला। जबकि यहां के अफसरों ने एन95 मस्क का ज्यादा प्रयोग किया था। वाल्व के कारण इसका संक्रमण माना जा रहा है।
ट्रिपल लेयर मास्क से फायदा
ट्रिपल लेयर मार्क्स में तीन परतें होती हैं। सबसे अच्छी बात यह होती है यह सीधे नाक और मुंह को ढकता है। इसमें किसी प्रकार का वाल्व नहीं होता है। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति संक्रमित है और ट्रिपल लेयर मास्क का प्रयोग उसने किया है, तो उसके मुंह से निकलने वाला एरोसॉल 95 फीसदी से ज्यादा रोक दी जाती है। इससे सामने वाला शख्स सुरक्षित रहता है