झारखंड: एमपी निशिकांत दूबे ने एक फोटो ट्वीट कर पूछा, पहचान कौन?

गोड्डा के बीजेपी एमपी डॉ निशिकांत दूबे झारखंड के सीएम हेमेच सोरेन के खिलाफ लगातारआक्रामक हैं। वे ट्वीट कर तीखे हमले बोल रहे हैं। सीएम एंड फैमिली पर भ्रष्‍टाचार के संगीन आरोप लगाते हुए निशिकांत ने उनसे कई बार इस्‍तीफा भी मांगा है।निशिकांत दूबे ने शनिवार की रात आठ बजे एक सनसनीखेज ट्वीट कर सियासी आग को और भड़का दिया। निशिकांत ने एक फोटो ट्वीट किया और लिखा- पहचान कौन? पिक्‍चर अभी बाकी है।

झारखंड: एमपी निशिकांत दूबे ने एक फोटो ट्वीट कर पूछा, पहचान कौन?
  •  प्रेम भइया के लग रहे हैं कयास...
  • कहा- सोना वसूल रहा राजा, सच जानकर हिल गया हूं

रांची। गोड्डा के बीजेपी एमपी डॉ निशिकांत दूबे झारखंड के सीएम हेमेच सोरेन के खिलाफ लगातारआक्रामक हैं। वे ट्वीट कर तीखे हमले बोल रहे हैं। सीएम एंड फैमिली पर भ्रष्‍टाचार के संगीन आरोप लगाते हुए निशिकांत ने उनसे कई बार इस्‍तीफा भी मांगा है।निशिकांत दूबे ने शनिवार की रात आठ बजे एक सनसनीखेज ट्वीट कर सियासी आग को और भड़का दिया। निशिकांत ने एक फोटो ट्वीट किया और लिखा- पहचान कौन? पिक्‍चर अभी बाकी है।

झारखंड: IAS अफसर पूजा सिंघल मामले में जेएमएम के एक्स कैशियर रवि केजरीवाल से ईडी की पूछताछ

निशिकांत दूबे ने आइएएस पूजा सिंघल प्रकरण को आगे बढ़ाते हुए ने हेमंत सोरेन सरकार पर एक बार फिर जोरदार हमला बोला है। निशिकांत दूबे ने रांची में एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि साहिबगंज के डीएमओ ने जो खुलासा किया, वह बेहद चौंकाने वाला है।निशिकांत दूबे ने कहा कि साहिबगंज के डीएमओ ने बताया है कि कैसे करप्शन का पैसा पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा के सीए सुमन कुमार सिंह के पास जाता था और वहां से फिर कहीं और पहुंच जाता था। निशिकांत दूबे ने कहा कि ईडी की कार्रवाई में अफसर तो सिर्फ मोहरा बनकर रह गए हैं। जब जांच आगे बढ़ेगी तो कई सफेदफोश भी सामने आयेंगे।

निशिकांत दूबे ने कहा कि आपको यह जानकर आश्‍चर्य होगा कि किस तरह से काले धन का पैसा से सोना खरीदते थे। फिर उसे राजा के पास पहुंचा दिया जाता था। यह सब हर महीने पहुंचाये जाने वाले चढ़ावा से होता था। वह सीए को पैसा देता था, जिससे वो सोना लेते थे, और सोना कहां जाता था, यह जानकर आपको बहुत आश्‍चर्य होगा।आइएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद से निशिकांत एक पर एक ट्वीट कर कई मामलों में बढ़-चढ़कर भविष्‍यवाणियां कर रहे हैं। निशिकांत दूबे संभावित कार्रवाई और सूत्रों के हवाले से चौंकाने वाली सूचनाएं लेकर ट्विटर पर रोज-ब-रोज लगातार सियासी खलबली मचा रहे हैं।

निशिकांत के वर्तमान रुख ऐसा लग रहा है कि वे किसी भी सूरत में हेमंत सोरेन को बख्‍शने के मूड में नहीं हैं। उन्‍होंने हाल के दिनों में मीडिया को दिए एक इंटरव्‍यू में कहा था कि हेमंत सोरेन उनसे व्‍यक्तिगत दुश्‍मनी निभा रहे हैं। जबकि वो केवल उनका जवाब दे रहे हैं। हाल ही में उन पर और उनकी पत्‍नी अनामिका गौतम पर झारखंड सरकार ने 32 मामले दर्ज कराये हैं।उल्लेखनीय है कि झारखंड गवर्नमेंट की  एक एसएलपी में सुप्रीम कोर्ट ने निशिकांत दूबे की पत्‍नी अ‍नामिका गौतम को देवघर में खरीदी गई जमीन से जुड़े मामले में नोटिस जारी किया है।

एसीबी से DG-IG को चार्ज से हटाने के निकाले जा रहे मायने

 झारखंड पुलिस की एसीबी के डीजी के एडीशनल चार्ज डीजीपी  नीरज सिन्हा व आइजी के एडीशनल चार्ज पंकज कंबोज को हटाये जाने के बड़े मयाने  निकाले जा रहे हैं। बीजेपी के गोड्डा एमपी डा. निशिकांत दूबे ने ट्वीट में लिखा है कि उन्हें सूत्रों से पता चला चला है कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास मुख्यमंत्री जबरदस्ती गिरफ्तार करवाना चाहते हैं। उनकी बात झारखंड के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा व पुलिस महानिरीक्षक पंकज कंबोज ने मानने से इन्कार कर दिया। इसके चलते ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से इनका तबादला कर दिया गया।

ऊपर तक मची खलबली

रघुवर दास के खिलाफ एसीबी के पास जांच से संबंधित दो मामले दर्ज हैं। इनमें एक मामला मैनहर्ट का है तो दूसरा मामला राज्य स्थापना दिवस समारोह में वर्ष 2016 व 2017 में टाफी, टी-शर्ट घोटाले का। दोनों ही मामलो में रघुवर दास पर सीधा आरोप है, जिसकी जांच एसीबी कर रहा है। डा. निशिकांत दूबे के ट्वीट के बाद लोगों का सीधा अनुमान इसी ओर जा रहा है कि ईडी की सख्ती और लगातार नए खुलासे के बाद राज्य सरकार भी चाहती है कि उसके यहां दर्ज मामलों के अनुसंधान में भी तेजी आए, जो वर्षों से लंबित पड़े हुए हैं। मैनहट व टाफी, टी-शर्ट घोटाले की एसीबी जांच विधायक सरयू राय की शिकायत के बाद हो रही है।

उल्लेखनीय है कि रघुवर दास, हेमंत सोरेन के खिलाफ लगातार नये-नये दस्‍तावेज के जरिये संगीन आरोप लगा रहे हैं। सबसे पहले सीएम हेमंत सोरेन का माइंस लीज मामला, भाई बसंत सोरेन के माइनिंग कंपनी में पार्टनर होने का मामला, पत्‍नी कल्‍पना सोरेन को 11 एकड़ सरकारी जमीन देने का मामला समेत हाल के दिनों में रघुवर दास ने कई बड़े खुलासे किए हैं। रघुवर ने इन मामलों को गवर्नर रमेश बैस के पास भी पहुंचाया। जिसमें हेमंत सोरेन को विधानसभा की सदस्‍यता से अयोग्‍य ठहराये जाने का खतरा मंडरा रहा है।