Jharkhand:रांची सदर के CO मुंशी राम को एंटी करप्शन ब्यूरो ने घूस लेते रंगे हाथ किया अरेस्ट,घर से मिले 11.42 लाख

एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) रांची ने रांची सदर के अंचल के सीओ मुंशी राम को 37 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ अरेस्ट किया है।  वे रांची निवासी एक व्यक्ति से उसकी जमीन के सीमांकन के लिए रिश्वत के रूप में उक्त राशि ले रहे थे कि एसीबी की टीम ने उन्हें दबोच लिया।

Jharkhand:रांची सदर के CO मुंशी राम को एंटी करप्शन ब्यूरो ने घूस लेते रंगे हाथ किया अरेस्ट,घर से मिले 11.42 लाख
घूसखोर सीओ मुंशी राम।
  • एसीबी ने रांची के सदर सीओ को दबोचा।

रांची। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) रांची ने रांची सदर के अंचल के सीओ मुंशी राम को 37 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ अरेस्ट किया है।  वे रांची निवासी एक व्यक्ति से उसकी जमीन के सीमांकन के लिए रिश्वत के रूप में उक्त राशि ले रहे थे कि एसीबी की टीम ने उन्हें दबोच लिया। कोर्ट में पेशी के बाद सीओ को ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया  गया है।

यह भी पढ़ें:मनु भाकर , डी गुकेश समेत चार खिलाड़ियों को खेल रत्न और 32 को अर्जुन पुरस्कार

एसीबी ने घर से मिले कैश को जब्त किया
एसीबी की टीम ने सीओ मुंशी राम के साथ उनके मोरहाबादी के पुष्पांजलि अपार्टमेंट स्थित फ्लैट में भी सर्च किया, जहां से टीम को 11 लाख 42 हजार रुपये कैश मिले हैं। एसीबी ने सभी रुपयों को जब्त किया है। उक्त रुपये भ्रष्टाचार से अर्जित बताये जा रहे हैं। एसीबी के डीजी अनुराग गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेस में बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछले दिनों यह निर्देश दिया था कि अंचलों में भ्रष्टाचार की लगातार शिकायतें आ रही हैं। उन्होंने इसका सत्यापन कर कार्रवाई का भी निर्देश दिया था। इसी क्रम में आई उक्त शिकायत का सत्यापन करवाकर कार्रवाई की गयी है। अब एसीबी गिरफ्तार सीओ मुंशी राम की चल-अचल संपत्ति का भी सत्यापन करेगा।
यह है मामला
कंपलेनेंट की वाइफ के नाम से सिरमटोली मौजा चुटिया के अपर चुटिया, सरदार गली, भट्ठी टोली में तीन कट्ठा आठ छटाक जमीन है। उन्होंने उक्त जमीन का सीमांकन कराने के लिए मापी वाद दायर किया था। सुनवाई के बाद एसडीओ ने शहर सीओ को उक्त जमीन का सीमांकन कराकर समस्या का समाधान करने का आदेश दिया था। सीओ ने जमीन का कागजात देखने के बाद सरकारी सीमांकन फीस जमा करने का आदेश दिया था। कंपलेनेंट ने पहली बार 21 दिसंबर 2023 को सरकारी सीमांकन फीस जमा किया, लेकिन सीओ ने सीमांकन नहीं कराया। इसके बाद कंपलेनेट ने पुन: 11 जून 2024 को सरकारी सीमांकन फीस जमा किया। इस प्रकार एक ही जमीन के लिए दो बार सरकारी फीस जमा किया गया। 27 दिसंबर 2024 को सीओ मुंशी राम ने अपने मोबाइल से कंपलेनेंट के मोबाइल पर फोन कर सिरमटोली चौक बुलाया और उक्त जमीन का सीमांकन कराने के एवज में 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। घटते-घटते वह 37 हजार रुपये रिश्वत लेने पर अड़ गये।

एसीबी ने पीसी एक्ट में एफआइआर दर्ज किया
कंपेलेनेंट ने एसीबी में सीओ के खिलाफ  लिखित शिकायत की। एसीबी ने सत्यापन किया तो मामला सही पाया। इसके बाद एक जनवरी को एसीबी ने पीसी एक्ट में केस दर्ज किया। इसके बाद एसीबी ने जाल बिछाया और रेड कर सीओ को अरेस्ट कर लिया।