पटनाः डबल मर्डर, मां-बेटे को कमरे में बंद कर जिंदा जलाया, चार करोड़ के लिए भतीजी ने की खौफनाक वारदात
बिहार में पटना जिले के नौबतपुर पुलिस स्टेशन एरिया के कर्णपुरा गांव जमीन के विवाद में एक महिला ने अपनी चाची और चचेरे भाई की जिंदा जलाकर मर्डर कर दी है। मृतक शांति देवी (70 वर्ष) और उनका गोद लिया हुआ बेटा अविनाश कुमार (12 वर्ष) है। पुलिस ने दो आरोपियों माधुरी देवी (32) एवं उनकी बेटी सुधा कुमारी (16) वर्ष को अरेस्ट कर लिया है।
पटना। जिले के नौबतपुर पुलिस स्टेशन एरिया के कर्णपुरा गांव जमीन के विवाद में एक महिला ने अपनी चाची और चचेरे भाई की जिंदा जलाकर मर्डर कर दी है। मृतक शांति देवी (70 वर्ष) और उनका गोद लिया हुआ बेटा अविनाश कुमार (12 वर्ष) है।
घर में बंद कर लगा दी आग
घटना की खबर मिलते ही गांव वालों ने आरोपित महिला माधुरी देवी (32 वर्ष) को पकड़ पिटाई की। पुलिस ने दो आरोपियों माधुरी देवी (32) एवं उनकी बेटी सुधा कुमारी (16) वर्ष को अरेस्ट कर लिया है। लोगों ने इसडबल मर्डर में माधुरी के तीनों बेटे की भी संलिप्ता बतायी है। महिला के पति की दस साल पहले मौत हो चुकी है। संपत्ति के लिये कई दिनों से विवाद चल रहा था। पैसा मांगने पहुंची भतीजी माधुरी देवी (32 वर्ष) को जब रुपये नहीं मिले तो उसने केरोसिन छिड़क कर जला डाला। आग लगने से तड़पते मां और बेटा जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते रहे। इस दौरान माधुरी ने उनको एक कमरे में बंद कर दिया। वहां उनकी जलकर मौत हो गई। कमरे में सिर्फ राख मिली।
पुलिस ने आरोपी महिला को आक्रोशित भीड़ से बचाया
आग की लपट और गंदे महक पर गांव के लोग वहां जुट गये। आक्रोशित लोगों ने भतीजी की जमकर पिटाई शुरू कर दी।गांव के लोगों ने नौबतपुर पुलिस स्टेशन को सूचना दी।सूचना मिलते ही नौबतपुर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस आरोपी भतीजी माधुरी देवी को लोगों के बीच से निकालकर अपनी गिरफ्त में ले लिया है। पुलिस ने महिला शांति देवी एवं उनके बेटे अविनाश कुमार की बॉडी घर से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
यह है मामाला
शांति देवी के पति लाल दास तीन भाई थे। तीनों भाइयों में (लाल बहादुर, गुहारी दास एवं लाल दास) से किसी को कोई बेटा नहीं था। लाल दास की फायर बिग्रेड से रिटायर होने के बाद एक वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है। घर में कोई बेटा नहीं रहने के कारण लाल दास ने लगभग 12 वर्ष पूर्व अनाथ आश्रम से अविनाश कुमार को गोद लेकर अपने घर ले आये थे। लाल दास की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी शांति देवी बेटे अविनाश कुमार को अपने पूरे परिवार का वारिस समझते थे। यह बात लाल की बेटी माधुरी देवी को खटकने लगा था। माधुरी देवी की शादी मसौढ़ी में हुई थी। उसे चार बच्चे हैं। माधुरी देवी का हसबैंड रविंद्र पासवान बिहार पुलिस में कांस्टेबल है।
चार करोड़ की जमीन बेची थी शांति
परिवार के लोगों ने बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व शांति देवी ने अपने गोद लिए बेटे अविनाश कुमार की शादी बिहटा के राघोपुर में सेट कर दिया था। अविनाश कुमार की शादी सेट होने की बात से माधुरी देवी नाराज थी।वह जानती थी कि अविनाश के रहते शांति देवी के प्रॉपर्टी में उसको हिस्सा नहीं मिल सकता है।गांव के लोगों ने बताया कि अभी लगभग 10 दिन पूर्व शांति देवी का एक प्रॉपर्टी बिकी थी। इसमें उन्हें लगभग चार करोड़ रुपये मिले थे। पैसे को लेकर माधुरी देवी शांति देवी से उसमें हिस्सा चाह रही थी। इस बात को लेकर शांति देवी और माधुरी देवी के बीच कई बार विवाद भी हुआ। माधुरी देवी का यह मानना था कि शांति देवी का बेटा अविनाश कुमार गोद लिया बच्चा है, इसलिए वह उनके प्रॉपर्टी का वारिस नहीं बन सकता है।
मैके के पूरे प्रॉपर्टी का मालिक बनना चाह रही थी माधुरी
पूरे प्रॉपर्टी का मालिक माधुरी देवी खुद बनना चाह रही थी।जब शांति देवी ने इसका विरोध किया तो गुस्सा में आकर माधुरी देवी ने अपनी चाची शांति देवी और उनके गोद लिए बेटे अविनाश कुमार को गुरुवार की अहले सुबह कमरे में बंद करके तेल छिड़ककर आग लगा दी। नौबतपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए माधुरी देवी (32) एवं उनकी बेटी सुधा कुमारी (16) वर्ष को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस का यह मानना है कि माधुरी देवी ने ही शांति देवी और उनके गोद लिए पुत्र अविनाश कुमार की जलाकर मर्डर कीहै। इस मामले में सुधा कुमारी ने भी साथ दिया है। सब कुछ जानते हुए भी माधुरी देवी की बेटी सुधा कुमारी ने अपनी मां की इस करतूत को रोकने का प्रयास नहीं किया। गांव के लोगों ने यह भी बताया कि माधुरी देवी के तीन बेटों में सोनू कुमार, मोनू कुमार एवं सनी कुमार ने भी अपनी मां का साथ दिया। घटना के बाद घटना को अंजाम देकर फरार हो गये।