उत्तर प्रदेश: थाईलैंड युवती मौत केस में नया मोड़,स्पा सेंटर पर बुलाई जाती थी युवती, सलमान अदा करता था मेन रोल
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना से हुई थाईलैंड युवती की मौत में नया खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में पता चला है कि युवती को थाईलैंड से स्पा सेंटर में काम करने के लिए बुलाया जाता था।युवती लखनऊ के एक स्पा सेंटर पर वह सर्विस देती थी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना से हुई थाईलैंड युवती की मौत में नया खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में पता चला है कि युवती को थाईलैंड से स्पा सेंटर में काम करने के लिए बुलाया जाता था।युवती लखनऊ के एक स्पा सेंटर पर वह सर्विस देती थी।
कोरोना से मरने वाली थाइलैंड की युवती को इंडिया लाने में उसका सहयोग सलमान मेन रोल अदा करता था। सलमान को विभूतिखंड पुलिस स्टेशन बुलाकर उससे तीन घंटे तक पूछताछ हुई। सलमान ने खुद को बेकसूर बताते हुए वीडियो वायरल किया था। उसने पुलिस को बताया कि कुछ लोग बेवजह मामले को तूल दे रहे हैं। रायपुर निवासी राकेश शर्मा के कहने पर वह मदद करने आया था। डीसीपी संजीव, एडीसीपी कासिम व इंस्पेक्टर चन्द्रशेखर ने सलमान के पूर बयान की रिकार्डिंग भी करायी है। पुलिस ने राकेश शर्मा से भी मोबाइल पर पूछताछ की है। वहीं कुछ लोगों ने एलआईयू की भूमिका पर भी सवाल उठाये हैं।
उल्लेखनीय है थाईलैंड से आयी युवती की 28 अप्रैल को तबियत खराब हो गई थी। उसे दूतावास से सम्पर्क करने के बाद राम मनोहर लोहिया हॉस्पीटल में एडमिट करा दिया गया था। जांच में पता चला था कि वह कोरोना संक्रमित हैं। इसके बाद उसे कोविड हॉस्पीटल में शिफ्ट कर दिया गया। ऑक्सीजन लेवल लगातार गिरने से तीन मई को उसकी मौत हो गई। इसके बाद जिला प्रशासन ने थाईलैंड दूतावास से सम्पर्क कर पूरी जानकारी दी। वहां से अनुमति मिलने के बाद पांच मई को युवती का अंतिम संस्कार बैकुंठ धाम में कर दिया गया।
युवती की मौत के पांच दिन बाद मामला तूल पकड़ा
सोशल मीडिया पर आठ मई को थाइलैंड की युवती की मौत का मामला तूल पकड़ा।कई तरह की चर्चायें होने लगी। हालांकि शनिवार को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा था कि उन तक किसी ने कोई कंपलेन नहीं की और इसमें कोई एफआईआर भी नहीं है। जब यह मामल और ज्यादा तूल पकड़ा तो पुलिस कमिश्नर ने रविवार को इसकी जांच के आदेश दे दिये।
संजय सेठ ने बदनाम करने वालों पर एफआईआर के लिये की कंपेलन
राज्यसभा सांसद संजय सेठ ने सोशल मीडिया पर कई तरह की आपत्तिजनक बातें लिखकर उनकी व परिवार की प्रतिष्ठा को बदनाम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को रविवार को पत्र लिखकर इस पूरे प्रकरण की जांच कर तथ्यों को सार्वजनिक करने की मांग की है। एसपी लीडर आईपी सिंह व महेन्द्र कुड़िया समेत टिवटर व अन्य सोशल मीडिया पर उनके परिवार को बदनाम करने वालों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिये कहा है। एमपी ने युवती की मदद करने आये सलमान की भूमिका को भी पता करने को कहा है। उन्होंने ने मांग की है कि जिस तरह से युवती की मौत के बाद साजिश के तहत उन्हें व परिवार को बदनाम करने के लिये सोशल मीडिया का सहारा लिया गया, उसका खुलासा होना चाहिये।
एमपी के लेटर पर जांच हो रही:पुलिस कमिश्नर
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा है कि राज्यसभा एमपी संजय सेठ का पत्र मिला है। हालांकि इस पत्र के मिलने से पहले ही उन्होंने जांच के आदेश दे दिये थे। एमपी ने जिन बिन्दुओं पर जांच कही हैं, उन सभी को देखा जा रहा है।
संजय सेठ ने किया पलटवार, जांच की मांग
थाईलैंड से आई युवती की लखनऊ में कोरोना से हुई मौत मुद्दे पर सपा प्रवक्ता व बीजेपी एमपी आमने-सामने हैं। इसे लेकर राजनीति भी तेज होने लगी है। एमपी प्रवक्ता आईपी सिंह ने आरोप लगाया है कि बीजेपी एमपी संजय सेठ के बेटे ने युवती बुलाया था। संजय सेठ ने इस बात को पूरी तरह झूठा और निराधार बताते हुए पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने लखनऊ पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा न ट्वीट कर कहा है कि मेरे व मेरे परिवार को बदनाम करने के लिए जो पूर्णत : असत्य व भ्रामक खबरें चलाई जा रही हैं। इससे मेरा व मेरे परिवार का कोई लेना देना नहीं है। उसके संबंध में पुलिस कमिश्नर को सूचित किया है उन्होंने संज्ञान लेते हुए जांच करा कर अवगत कराने का आश्वासन दिया है।
थाई युवती की मौत का मामला कई दिन से चल रहा है लेकिन रविवार को सपा प्रवक्ता आईपी सिंह ने ट्वीट कर इसे गर्मा दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी एमपी संजय सेठ के सुपुत्र पर गंभीर आरोप हैं। दुनिया भर में चल रही महात्रासदी के बीच थाईलैंड से एक युवती बुलाई गयी, जिसकी अब कोरोना से मौत हो गयी है। क्या यूपी पुलिस में हिम्मत है कार्यवाही करने की? जाँच करने की?
हुसैनगंज में रुकती थी थाइलैंड की युवती
थाइलैंड की युवती वर्ष 2019 से अब तक कई बार लखनऊ आ चुकी है। वह हुसैनगंज स्थित एक घर में रुकती थी। यहां पर पांच अन्य थाई युवतियां भी रहती है। यहीं पर रहने वाला एक लड़का इस युवती का काफी करीबी था। विभूतिखंड पुलिस को रविवार रात तक ऐसी कई जानकारियां मिली है। यह भी माना जा रहा है कि वर्ष 2019 से पहले भी वह इंडिया आयी है। इस बार भी वह यहां किसी होटल में नहीं रुकी थी। पुलिस यह भी पता कर रही है कि इस बार मार्च में आने के बाद वह कहां-कहां गई। लखनऊ में कितने लोगों के सम्पर्क में आयी। इसके लिये मोबाइल काल डिटेल खंगाली जा रही है।