अभिजीत राज ने चुनौतियों से लड़कर हासिल किया मुकाम, धनबाद को पहली बार मिला झारखंड यूथ कांग्रेस का प्रेसिडेंट
कोयला राजधानी धनबाद के साधारण फैमिली से जुड़ा अभिजीत राज को झारखंड प्रदेश यूथ कांग्रेस का प्रसिडेंट बनाया है। अभिजीत ने चुनाव में झारखंड प्रदेश कांग्रेस का एक्स प्रसिडेंट सुखदेव भगत को बेटे अभिनव सिद्धार्थ को पराजित कर यह कुर्सी हासिल की है।अभिजीत अभी यूथ कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष थे।
- साधारण फैमिली का लड़का धनबाद से 17 साल में पहुंचा स्टेट की राजनीति
- NSUI से शुरु की कांग्रेस पॉलिटिक्स
- नया बाजार रेलवे क्ववार्टर से बढ़ा आगे पर स्टेट की युवाओं की राजनीति करेगा
- रिटायर रेलवे स्टाफ पिता व परिजनों के साथ रहता है किराये के घर में
- सुखदेव भगत के बेटे अभिनव सिद्धार्थ को हराया
रांची। कोयला राजधानी धनबाद के साधारण फैमिली से जुड़ा अभिजीत राज को झारखंड प्रदेश यूथ कांग्रेस का प्रसिडेंट बनाया है। अभिजीत ने चुनाव में झारखंड प्रदेश कांग्रेस का एक्स प्रसिडेंट सुखदेव भगत को बेटे अभिनव सिद्धार्थ को पराजित कर यह कुर्सी हासिल की है। अभिजीत अभी यूथ कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष थे।
परिजनों के साथ रहते हैं किराये के घर में
अभिजीत राज ने के पिता रेलवे स्टाफ रहे हैं।अब वह रेलवे से रिटायर हो चुके हैं। अभिजीत के पास अभी अपना घर भी नहीं है। वह अपने पिता व परिजनों के साथ किराये के घर में रहते हैं। साथ ही राजनीति के लिए फोर व्हीलर नहीं है। ग्रजुएट अभिजीत ने लॉ की डिग्री ले रखी है। अभिजीत अपने पिता के साथ नया बाजार रेलवे क्वार्टर से अपनी राजनीति की शुरुआत की है। वर्ष 2004 में NSU से जुड़कर कांग्रेस की पॉलिटिक्स शुरु करने वाले अभिजीत राज का पॉलिटिक्स में कोई पारिवारिक बैंकग्राउंड नहीं है। अभिजीत 2005 से 2006 तक कॉलेज NSUI प्रसिडेंट रहे। वह 2007 से 2010 तक धनबाद जिला NSUI के प्रसिडेंट रहे। वर्ष 2010 में सबसे अधिक वोट लाकर युवक कांग्रेस धनबाद लोकसभा प्रसिडेंट बने। इसके बाद 2013 में सबसे अधिक वोट लाकर अभिजीत 2017 तक जिला युवक कांग्रेस के प्रसिडेंट रहे।
2017 से 2021 तक झारखंड यूथ कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे
अभिजीत 2017 से 2021 तक झारखंड यूथ कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे हैं। अपनी चुनावी कौशल व सांगठनिक क्षमता के आधार पर अभिजीत ने चुनावी बाजी मार ली है। अभिजीत राज यूथ कांग्रेस के पिछले चुनाव में झारखंड कांग्रेस के दिग्गज कुमार गौरव से मात्र कुछ वोटों से अध्यक्ष बनने से चुक गये। अंतत: स्टेट यूथ कांग्रेस के वरीय उपाध्यक्ष बने थे।
81,551 वोट लाकर अभिवन को 17,445 वोटों से पराजित किया
अभिजीत राज को 81,551 व अभिनव को 64106 वोट मिले। इस तरह अभिजीत ने अभिनव को 17,445 वोटों से पराजित किया है। 15,786 वोट लाकर तीसरे नबंर पर निशा भगत रही हैं। ऑल इंडिया यूथ कांग्रेस की ओर से चुनाव में कैंडिडेट को मिले वोटों की लिस्ट जारी कर दी गयी है। यह चुनाव ऑनलाइन हुआ था। चार लाख से ज्यादा युवाओं ने वोट डाले थे। जांच के बाद तकीनीकी कारणों से आधे से अधिक वोट कैंसिल कर दिये गये।
एक-दो एमएलए व तीन एक्स युवक कांग्रेस प्रसिडेंट थे खिलाफ
बताया जाता है कि झारखंड युवक कांग्रेस के एक्स प्रसिडेंट मानस सिन्हा. अनूप सिंह व कुमार गौरव के अलावा एक-दो एमएलए अभिजीत के खिलाफ चुनावी रणनीति में अप्रत्यक्ष रुप से शामिल थे। इन नेताओं का समर्थन अभिनव के साथ था। धनबल में अभिजीत कहीं नहीं थे। जमीनी लेवल पर युवाओं की टोली वोटिंग में अभिजीत का साथ दिया।
धीरज साहू, रामेश्वर उरांव, अजय कुमार व समेत स्टेट के अधिकांश मिनिस्टर्स व MLA का मिला साथ
अभिजीत को चुनावी रणनीति में राज्यसभा एमपी धीरज प्रसाद साहू, एक्स स्टेट प्रसिडेंट अजय कुमार, मिनिस्टर रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, दीपिका पांडेय सिंह, प्रदीप यादव, इरफान अंसारी, बंधु तिर्की, भूषण बाड़ा अधिकांश एमएलए, एक्स सेंट्रल मिनिस्टर सुबोधकांत सहाय व सीनीयर आदि का आशिर्वाद मिला हुआ था।