बिहार: बीजेपी प्रसिडेंट जेपी नड्डा पहुंचे सीएम आवास, एनडीए के सीनीयर लीडरों के बीच हुई सीट बंटवारे पर मंत्रणा
बिहार विधानसभा चुनाव में सीट सेयरिंग लेकर शनिवार को एनडीए में बीजेपी व जेडीयू के शीर्ष नेताओं की मीटिंग हुई। बीजेपी के नेशनल प्रसिडेंट जेपी नड्ड ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात कर सीट के बंटवारे पर चर्चा की। नड्डा के साथ बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडऩवीस, डिप्टी सुशील मोदी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल थे। जेडीयू की ओर से सीएम के साथ एमपी ललन सिंह एवं अन्य उपस्थित रहे।
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में सीट सेयरिंग लेकर शनिवार को एनडीए में बीजेपी व जेडीयू के शीर्ष नेताओं की मीटिंग हुई। बीजेपी के नेशनल प्रसिडेंट जेपी नड्ड ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात कर सीट के बंटवारे पर चर्चा की। नड्डा के साथ बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडऩवीस, डिप्टी सुशील मोदी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल थे। जेडीयू की ओर से सीएम के साथ एमपी ललन सिंह एवं अन्य उपस्थित रहे।
जेपी नड्डा की सीएम आवास में नीतीश के साथ हुई मीटिंग में सीट शेयरिंग के अलावा चुनाव प्रचार और एनडीए की आगमी रणनीति को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। एनडीए की सहयोगी एलजेपी को लेकर सीएम नीतीश कुमार का तेवर काफी तल्ख रहा। बैठक में हम चीफ जीतन राम मांझी की भूमिका को लेकर भी चर्चा हुई।एलजेपी व जेडीयू से बढ़ती तल्खी और चिराग के तीखे तेवर के बाद सीटों का मामला उलझा हुआ हैऐसे में नड्डा की नीतीश से मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है।
फिलवक्त सीटों को लेकर बीजेपी और जदयू के बीच भी गतिरोध है। बीजेपी चुनाव में जदयू से बराबर-बराबर सीटों पर समझौता चाहती है, वहीं जदयू का अधिक सीटों पर दावा है। जीतन राम मांझी की एनडीए में इंट्री के बाद नया समीकरण बन गया है। नड्डा-नीतीश की मुलाकात से इन गतिरोधों के ख़त्म होने के आसार हैं।विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर नीतिश व नड्डा के बीच लगभग 55 मिनट तक बैठक चली। इसमें आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग और चुनावी रणनीति पर बात हुई है।सूत्रों का कहना है कि इस दौरान दोनों नेताओं ने एलजेपी की नाराजगी दूर करने को लेकर भी बात की।
दोनों दलों के नेताओं के बीच यह बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुए हैं। कहा जा रहा है कि जेडीयू और बीजेपी के अध्यक्ष ने मिलकर एलजेपी को लेकर मामला सुलझा लिया है। हालांकि इसपर औपचारिक ऐलान होना बाकी है। माना जा रहा है कि जेडीयू और बीजेपी दोनों 2019 के लोकसभा चुनाव वाले विनिंग कॉम्बिनेशन से छेड़छाड़ करने के मूड में नहीं हैं।दोनों दलों के नेता इस बात पर सहमत हैं कि एनडीए में जेडीयू, बीजेपी, एलजेपी और हम घटक दल हैं। ये चारों दल मिलकर ही बिहार विधानसभा चुनाव में उतरेंगे। हालांकि सीएम आवास पर हुई बैठक के बाद दोनों दलों में से किसी ने भी इसपर कुछ भी कहने से मना कर दिया है।
नये फॉर्म्युले से मानेंगे मांझी और चिराग!
सोसेर्ज का कहना है कि जेडीयू और बीजेपी के बीच तय हुआ है कि दोनों दल 243 विधानसभा सीटों में आधा-आधा आपस बांट लेंगे। इस हिसाब से एक दल को 122 और दूसरे को 121 सीटें मिलेंगी। इसके बाद बीजेपी अपने कोटे की सीट से एलजेपी को और जेडीयू अपने हिस्से की सीट से पूर्व सीएम जीतन राम मांझी को टिकट देगी। हालांकि इस फॉर्म्युले पर अभी तक बात फाइनल हुई है। इसपर ऑफिसियल बयान आना बाकी है।
चिराग को मनाने की जिम्मेदारी बीजेपी की
बताया जाता है कि नड्डा और नीतीश की मुलाकात में तय हुआ है कि चिराग को मनाने व संतुष्ट करने की जिम्मेवारी बीजेपी लेगी। हालांकि सीट शेयरिंग पर औपचारिक घोषणा के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर चिराग पासवान को कैसे संतुष्ट किया जाएगा।
जेपी नड्डा ने कहा- नीतीश के नेतृत्व में एलजेपी को साथ लेकर जीतेंगे चुनाव, लॉन्च किया 'आत्मनिर्भर बिहार' अभियान
बीजेपी प्रसिडेंट जेपी नड्डा ने कहा कि मैं कहता हूं जब बिहार के लोग दूसरे जगहों की तस्वीर बदल सकते हैं तो वे अपने राज्य में बदलाव क्यों नहीं कर सकते। प्रशासन हो या डॉक्टरी हर जगह बिहार के लोग अच्छे पदों पर बैठे हैं। बिहार के लोग ही बिहार को बदलेंगे।
आत्मनिर्भर बिहार के दूत बीजेपी के कार्यकर्ता को बनना है
जेपी नड्डा ने शनिवार को 'आत्मनिर्भर बिहार' अभियान को लॉन्च किया। पटना स्थित बीजेपी ऑफिस में उन्होंने www.atmanirbharbihar2020.com पोर्टल लॉन्च किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पहले गांव में विधायक या प्रधान जब 50 हजार रुपये दे देते तो अगले चुनाव तक गाते थे, देखो 50 रुपये दे दिया। आज एक लाख करोड़ रुपये एग्रीकल्चर सेक्टर में खर्च होना है। वैल्यू एडिशन करें, मार्केटिंग के लिए सप्लाई चेन को बढ़ाएं, गोदाम बनाएं, स्टोरेज कैपिसिटी बढ़ाएं। ये सारे काम 'वोकल फॉर लोकल' के फॉर्म्युले पर करें। इन सारे कामों में बीजेपी के कार्यकर्ता मदद करें। सभी बीजेपी सांसद और विधायक को 'आत्मनिर्भर भारत' बनाना है।
नीतीश के नेतृत्व में एलजेपी को साथ लेकर दर्ज जीत दर्ज करेंगे
जेपी नड्डा ने कहा कि बिहार की लीची और मखाना की ब्रांडिंग कैसे हो यह बीजेपी के कार्यकर्ताओं को करना है। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि आत्मनिर्भर बिहार का दूत बीजेपी के कार्यकर्ता को बनना है। हमें पूरा विश्वास है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एलजेपी को साथ लेकर जीत दर्ज करेंगे। लेकिन परिवर्तन के लिए बीजेपी के कार्यकर्ता को आगे आना होगा। हमें आरजेडी पर बोलने में ताकत खर्च करने के बजाय आत्मनिर्भर बिहार के अभियान के लिए काम करना होगा।
बिहार के लोग ही बिहार को बदलेंगे
जेपी नड्डा ने बीजेपी की प्रचार गाड़ी को भी लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि मैं कहता हूं जब बिहार के लोग दूसरे जगहों की तस्वीर बदल सकते हैं तो वे अपने राज्य में बदलाव क्यों नहीं कर सकते। आप प्रशासन उठा लो, डॉक्टरी देख लो हर जगह बिहार के लोग अच्छे पदों पर बैठे हैं। बिहार के लोग ही बिहार को बदलेंगे।
चिराग नरम पड़े, बोले हम पूरी तरह एनडीए के साथ, कहा- सीएम नीतीश कुमार से कोई मतभेद नहीं
एलजेपी प्रसिडेंट चिराग पासवान ने साफ किया है कि वह पूरी तरह एनडीए के साथ हैं। उन्हें पीएम मोदी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। बीजेपी जो भी फैसला लेगी साथ रहूंगा।उन्होंने कहा कि अभी तक मैं एक जनप्रतिनिधि होने के नाते बिहार की जनता की समस्यात और मुद्दे उठा रहा था। जेडीयू व सीएम नीतीश कुमार के साथ उनका कोई मतभेद नहीं है।
कंसर्न के निकाले गये अलग मायने
चिराग ने कहा कि मैं बिल्कुथल साफ कर देना चाहता हूं कि बीजेपी के किसी भी नेता के साथ हमारी मुलाकात नहीं हुई है। ना ही सीट शेयरिंग पर कोई बात हुई है। मैं बस जनप्रतिनिधि होने के नाते बिहार के लोगों की समस्याि उठा रहा था। बिहार क लोगों की बात बिहार के सीएम से ही तो करूंगा। यदि बिहार के लोगों की समस्याई सीएम के संज्ञान में लाने को हमारा मतभेद कहा जा रहा है तो मैं क्यास कह सकता हूं। मेरे जनता के प्रति कंसर्न का अलग ही अर्थ निकाला गया। मेरा सीएम नीतीश कुमार से कोई मतभेद नहीं है।
उल्लेखनीय है कि चिराग पासवान लगातार राशन कार्ड से लेकर कोरोना की व्यावस्था। तक कई मुद्दों पर मुख्यामंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ खुलकर बोल रहे थे। इसपर जेडीयू के सीनीयर लीडर ने भी प्रतिक्रिया दे दी कि लोजपा के साथ हमारा गठबंधन कभी नहीं रहा। लोजपा एनडीए से अलग होने के लिए स्वरतंत्र है। उधर हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी भी जदयू से हाथ मिलाने के बाद लगातार चिराग पासवान के खिलाफ पत्र, पोस्टर और प्रेस बयानों के जरिए हमला कर रहे थे।