पटना। बिहार नगर निकाय चुनाव के फेस्ट फेज के रिजल्ट आ गये हैं। पॉलिटिकल दिग्गजों की मां, पत्नी और बहू निकाय चुनाव में पराजित हो गयी है। एमपी, एमएलए की वाइफ को पटखनी मिली है। मिनिस्टर के परिजनों को भी हार का सामना करना पड़ा है।
मिनिस्टर सुरेंद्र राम की मां और बहू को मिली हार
छपरा के दिघवारा नगर पंचायत की तो यहां पर बिहार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की मां कलावती देवीवार्ड पार्षद के पद पर मैदान में थी। वहीं, मंत्री की बहू राजनंदिनी देवी भी दिघवारा नगर पंचायत में मुख्य पार्षद पद पर चुनाव लड़ी थी। दोनों चुनाव हार गयी हैं।
भोजपुर के बिहिया पंचायत में एक ही परिवार का तीन पदों पर कब्जा
भोजपुर जिले के बिहिया नगर पंचायत क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने तीन पदों पर कब्जा जमा लिया है। बिहिया उप मुख्य पार्षद पद पर विजय कुमार गुप्ता ने जीत दर्ज की है। अपनी जीत दर्ज कराने के साथ इन्होंने अपनी पत्नी और चाची की भी चुनावी नैया पार लगा दी है।नवनिर्वाचित मुख्य पार्षद विजय कुमार गुप्ता की पत्नी पूजा देवी वार्ड नंबर 11 वार्ड पार्षद पद पर चुनाव जीत गई है। विजय कुमार ने वार्ड नंबर 10 से अपनी चाची अंजू देवी को भी चुनाव जितवा कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है।
बीजेपी एमपी अजय निषाद की पत्नी को जनता ने नकारा
मुजफ्फरपुर के बीजेपी एमपी अजय निषाद की पत्नी और हाजीपुर नगर परिषद की पूर्व सभापति रमा निषाद का नगर निकाय में जादू नहीं चल सका। हाजीपुर नगर परिषद के वार्ड नंबर एक से रमा निषाद पार्षद पद का चुनाव हार गई। यहां पर हार का कारण और कोई नहीं बल्कि परिवार की पुत्रवधू ही बनीं। एमबीए की डिग्री प्राप्त करने वाली पढ़ी-लिखी पुत्रवधू ज्योत्सना ने अपनी सास के खिलाफ ना सिर्फ चुनाव लड़कर मात भी दे दी। चुनाव में ज्योत्सना को 1104 एवं रमा निषाद को 1051 मत मिले। पुत्रवधू ने सास को मात्र 53 मतों के अंतर से पराजित कर दिया। एमबीए की डिग्री हासिल कर चुनावी मैदान में अपनी ही सास के खिलाफ जीत दर्ज कराने वाली ज्योत्सना एमपी अजय निषाद के परिवार की ही रिश्ते में पुत्रवधू हैं। ज्योत्सना के ससुर विजय सहनी बिहार में प्रदेश स्तर के जदयू के वरिष्ठ नेता हैं, जो जेपी सेनानी भी हैं। एमपी अजय निषाद और विजय आपस में चचेरे भाई हैं। विजय सहनी जदयू से वैशाली लोकसभा सीट का चुनाव भी लड़ चुके हैं।
जेडीयू एमएलसी की पत्नी और पुत्रवधू रही तीसरे स्थान पर
बगहा नगर निकाय चुनाव में JDU एमएलसी भीष्म साहनी की पत्नी वा गोदावरी देवी र्ड 35 में वार्ड पार्षद के लिए चुनाव लड़ी थी। जबकि पुत्रवधू रिंकी देवी चेयरमैन पद के लिए चुनाव लड़ी थी। दोनों तीसरे स्थान पर रही।
नवादा नगर परिषद चुनाव में महिलाओं ने मारी बाजी
नवादा नगर परिषद चुनाव में मुख्य पार्षद पद से पिंकी कुमारी 13266 वोट प्राप्त कर जीत गई हैं। दूसरे नंबर पर नरगिस शबनम 12032 वोटों के साथ और रश्मि गुप्ता 9397 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रही। वहीं, उप मुख्य पार्षद से कंचन कुमारी ने जीत दर्ज की है।सिवान जिले के गुठनी नगर पंचायत में राजेश कुमार गुप्ता मुख्य पार्षद और पूनम देवी उप मुख्य पार्षद बनी है। रोहतास जिला के डेहरी नगर परिषद मेंमुख्य पार्षद पद से शशि कुमारी और उप मुख्य पार्षद पद से रानी कुमारी जीती हैं। सीतामढ़ी के बैरगनिया नगर परिषद के मुख्य पार्षद पद पर सिंधु गुप्ता निर्वाचित हुए हैं। वहीं उप मुख्य पार्षद पद पर धीरज कुमार सिंह निर्वाचित हुए हैं। सीतामढ़ी के नगर परिषद, जनकपुर रोड से मुख्य पार्षद पद पर ब्रजेश कुमार जालान 5219 वोटों से विजयी घोषित किए गए हैं। वहीं उप मुख्य पार्षद पद पर जयप्रकाश विजयी हुए हैं।
बक्सर में 21 साल की उम्र में वार्ड पार्षद बनकर छात्रा ने पेश की मिसाल
बक्सर के चौसा में 21 साल की अंजू कुमारी ने वार्ड पार्षद बनकर समाज की दूसरी लड़कियों के लिए मिसाल पेश की है। अंतरराष्ट्रीय पहलवान अविनाश की मां सरिता देवी चौसा की उप मुख्य पार्षद बन गई है।बक्सर जिले के अंतर्गत बक्सर नगर परिषद सीट से कमरून निशा करीब डेढ़ हजार मतों के अंतर से मुख्य पार्षद पद के लिए चुनाव जीत गई हैं। कमरून निशा शहर के सामाजिक कार्यकर्ता नियामतुल्लाह फरीदी की पत्नी हैं। उनके पति भी पहले वार्ड पार्षद के रूप में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्होंने निवर्तमान मुख्य पार्षद माया देवी को हराया है।
समस्तीपुर में एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने जीता चुनाव
समस्तीपुर जिले केरोसड़ा नगर परिषद चुनाव परिणाम में एक ही परिवार के तीन प्रत्याशी मुख्य पार्षद से लेकर वार्ड पार्षद पद पर विजयी घोषित हुए हैं। मुख्य पार्षद पद पर मीरा सिंह , वही मीरा सिंह के पति श्याम बाबू सिंह वार्ड 18 से वार्ड पार्षद पद पर और मीरा सिंह के देवर ललन सिंह की पत्नी रिंपल सिंह ने वार्ड 21 से विजयी हुए हैं।
156 नगर निकायों में 68 नगर परिषदों और 88 नगर पंचायतों के लिए 18 दिसंबर को मतदान हुआ था। नगर निकाय चुनाव में पार्षद, मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद के पद पर कुल 21,787 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। मंगलवार को मतगणना के दौरान कई जगहों पर प्रत्याशियों के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला। कहीं पर सूबे के मंत्री की मां और बहू की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी, तो कहीं पर एक ही परिवार के कई सदस्य निकाय चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने उतरे थे।