नई दिल्ली:NEET JEE Main 2020 की एग्जाम नहीं टलेगी, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका
सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल इंटरेश नीट और इंजीनियरिंग इंटरेंस एग्जाम जेईई मेन को स्थगित करने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है। अब एग्जाम का सिड्युल डेट पर होने का रास्ता साफ हो गया है। दोनों एग्जामस अपने अपने फिक्स शेड्यूल के हिसाब से सिंतबर में होंगी।
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल इंटरेश नीट और इंजीनियरिंग इंटरेंस एग्जाम जेईई मेन को स्थगित करने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है। अब एग्जाम का सिड्युल डेट पर होने का रास्ता साफ हो गया है। दोनों एग्जामस अपने अपने फिक्स शेड्यूल के हिसाब से सिंतबर में होंगी। जस्टिस अरुण कुमार मिश्रा की अगुवाई वाली बेंच ने कहा कि कोरोना के कारण देश में सब कुछ रोका नहीं जा सकता।
सुप्रीम कोर्ट ने कि '“क्या देश में सब कुछ रोक दिया जाये? (बच्चों का) एक कीमती साल को यूं ही बर्बाद हो जाने दिया जाये?” कोर्ट ने कहा कि उसने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की दलीलों को रिकॉर्ड में लिया है कि जेईई और नीट परीक्षाएं पर्याप्त सावधानियों के साथ आयोजित की जायेंगी।'याचिका में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते सिंतबर में प्रस्तावित जेईई मेन और नीट यूजी परीक्षाओं को टालने की मांग की गई थी। जेईई एग्जाम एक सितंबर से छह सितंबर तक आयोजित की जायेगी। हीं नीट एग्जाम 13 सितंबर को आयोजित की जायेगी।
11 स्टेट के 11 स्टूडेंट्सने देश में तेजी से बढ़ रहे कोविड-19 महामारी के मामलों की संख्या के मद्देनजर जेईई मेन और नीट यूजी एग्जाम स्थगित करने के अनुरोध के साथ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में कोरोना वायरस महामारी का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय परीक्षा एजेन्सी (एनटीए) की तीन जुलाई की नोटिस रद्द करने का अनुरोध किया गया। इन नोटिस के माध्यम से ही एनटीए ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मुख्य, अप्रैल, 2020 और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) सितंबर में कराने का निर्णय लिया है। याचिका में प्राधिकारियों को सामान्य स्थिति बहाल होने के बाद ही इन परीक्षाओं को आयोजित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से जेईई मेन व नीट अभ्यर्थी भी ट्विटर पर लगातार परीक्षा कोविड-19 महामारी के बीच सितंबर में कराने के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। वह हैश टैग #postponeNEETandJEE के साथ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखिरियाल निशंक ( @DrRPNishank ), एनटीए ( @DG_NTA ) और मानव संसाधन विकास मंत्रालय ( @HRDMinistry ) को टैग करते हुए लगातार ट्वीट कर रहे हैं। उनकी मांग है कि कोविड-19 संक्रमण की आशंका और यात्रा संबंधी दिक्कतों के चलते परीक्षा स्थगित होनी चाहिए।
एग्जाम तय समय पर कराने के लिए भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका
स्टूडेंट्स के अभिभावकों की एक एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर यह मांग की है कि शीर्ष अदालत नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को इंजीनियरिंग इंटरेंस एग्जाम JEE Main 2020 और मेडिकल इंटरेस्ट एग्जाम NEET 2020 सितंबर में तय शेड्यूल पर कराने का निर्देश दे। गुजरात पेरेंट्स एसोसिएशन की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि परीक्षा स्थगित होने पर स्टूडेंट्स को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। एग्जाम डेट आगे बढ़ने से न सिर्फ उन्हें एक एकेडमिक इयर का नुकसान होगा बल्कि आगे जाकर प्रोफेशनल करियर में भी उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। याचिका में कहा गया है, 'इन्हीं इंटरेंस एग्जाम से स्टूडेंट के करियर की दिशा तय होती है इसलिए ये बेहद महत्वपूर्ण हैं। अगर अब फिर से परीक्षा स्थगित होती है तो इससे स्टूडेंट्स में बढ़ेगा। साथ ही उनके करियर में अनिश्चितता आयेगी। इससे उनके एकेडमिक प्रदर्शन पर भी बुरा असर पड़ेगा।