बिहार: तेज प्रताप ने RJD में दे डाली महाभारत की चेतावनी, ...तो दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम
बिहार आरजेडी में घमासान तेज होता जा रहा है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने पार्टी के बिहार प्रसिडेंट जगदानंद व तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव के खिलाफ मोरचा खोले हुए हैं। पार्टी में अनुशासनहीनता की चेतावनी के बावजूद तेज प्रताप झुकने को तैयार नहीं है।
- कविता के माध्यम से कहा है कि सुलह की उनकी हर कोशिश रही नाकाम
- , रश्मिरथी की पंक्तियों के बहाने तेजप्रताप ने आरजेडी में मांगी अपनी हिस्सेदारी
पटना। बिहार आरजेडी में घमासान तेज होता जा रहा है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने पार्टी के बिहार प्रसिडेंट जगदानंद व तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव के खिलाफ मोरचा खोले हुए हैं। पार्टी में अनुशासनहीनता की चेतावनी के बावजूद तेज प्रताप झुकने को तैयार नहीं है।
तेज प्रताप ने अब दिनकार के काव्य संग्रह 'रश्मिरथी' के तृतीय सर्ग 'कृष्ण की चेतावनी' के माध्यम से पार्टी महाभारत के जंग की अंतिम चेतावनी दे डाली है। खुद को अपने अर्जुन (तेजस्वी यादव) का कृष्ण बताने वाले तेज प्रताप यादव ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध कविता 'कृष्ण की चेतावनी' को पोस्ट कर स्पष्ट संदेश दिया है कि वे झुकने को तैयार नहीं हैं। कविता स्पष्ट करती है कि तेज प्रताप ने सुलह की पूरी कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हो सका है। जब मानव का नाश काल आता है, तब उसका विवेक मर जाता है।
...तो दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम
तेजप्रताप ने रश्मिरथी की पंक्तियों के बहाने आरजेडी में अपनी हिस्सेदारी मांगी है।एक रचना की पंक्तियों के जरिए पार्टी में अपनी हिस्सेदारी की मांग की है। नेता विपक्ष तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव पर फिर निशाना साधा है। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की रचना ‘रश्मिरथी’ के बहाने तेजप्रताप ने कहा है कि मुझे ज्यादा कुछ नहीं चाहिए। केवल पांच ग्राम दे दो, बाकी जो भी है उसे रख लो।उनकी इस कविता को छात्र आरजेडी के अध्यक्ष पद से हटाये गये आकाश यादव से जोड़कर देखा जा रहा है। ‘महाभारत’ युद्ध शुरू होने से पहले के माहौल पर रची गई ‘रश्मिरथी’ की पंक्तियों को उद्धृत करते हुए तेजप्रताप ने अपने फेसबुक पेज- ‘सेकेंड लालू यादव’ पर लिखा है कि ...तो दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम’।
वह बचपन, लड़ना- झगड़ना और मना लेना
इसके पहले तेजप्रताप ने दिल्ली में अपनी बहनों से राखी बंधवाते हुए कहा कि याद हैं हमे हमारा वह बचपन, लड़ना- झगड़ना और मना लेना। यही होता है भाई-बहन का प्यार, और इस प्यार को बढ़ाने आ रहा है- रक्षाबंधन का त्योहार।
फेसबुक पेज पर पोस्ट की दिनकर की कविता
तेज प्रताप ने अपने फेसबुक पेज पर यह कविता पोस्ट की है। इसमें भगवान कृष्ण व दुर्योधन संवाद के तहत उनकी नजर में दुर्योधन कौन है, इसे लेकर कयास लगाये जा रहे हैं। हालिया घटनाक्रम को देखें तो उनका इशारा पार्टी के प्रदेश अघ्यरक्ष जगदानंद सिंह की ओर है। जगदानंद सिंह ने तेज प्रताप यादव के करीबी आकाश यादव को छात्र आरजेडी के अध्यवक्ष पद से हटा दिया है, जिसे तेज प्रताप पर लगाम लगाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
तेज प्रताप यादव ने पहली बार सीधे तेजस्वी पर उठाए सवाल, पूछा- दिल्ली में किसका बन रहा है मॉल
तेज प्रताप ने विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोलते हुए उनकी दिल्ली यात्रा को गैर-जरूरी बताया। उनके अनुसार राज्य की जनता बाढ़ में डूब रही है। सरकार बचाव कर रही है। तेजस्वी बाढ़ पीड़ितों की सेवा करने के बदले सैर के लिए दिल्ली चले गये हैं।
दिल्ली में आखिर किसका बन रहा मॉल
तेज प्रताप ने तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव पर इशारे में धन-अर्जन का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हरियाणा वाले का माल बन रहा है। मीडिया से आग्रह किया कि वह पता लगाए। दिल्ली में किस हरियाणा वाले का माल बन रहा है। उन्होंने कहा कि हम किसी का नाम नहीं ले रहे हैं। आप लोग पता लगाइए।
यह है आरजेडी का ताजा विवाद
आरजेडी के प्रदेश अध्य क्ष जगदानंद सिंह तथा तेज प्रताप यादव के बीच की अदावत सार्वजनिक है। पिछले दिनों आरजेडी कार्यालय में आयोजित छात्र आरजेडी की बैठक में तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह पर हमला करते हुए उन्हेंर 'हिटलर' कह दिया था। कहा था कि कुर्सी किसी की बपौती नहीं है।तेज प्रताप के बयान से नाराज होकर पार्टी कार्यालय आना छोड़ चुके जगदानंद कई दिनों बाद तेजस्वीष यादव व राबड़ी देवी से बातचीत के बाद माने। फिर उन्होंदने पार्टी कार्यालय आकर सबसे पहले छात्र आरजेडी के अध्य क्ष आकाश यादव को हटा दिया।
छात्र आरजेडी के संरक्षक तेज प्रताप यादव ने इसे खुद पर हमला माना। इसके बाद जब तेज प्रताप ने फिर जगदानंद सिंह पर हमला किया, तब उन्होंदने पार्टी में तेज प्रताप की हैसियत पर सवाल उठाते हुए पूछ डाला- हू इज तेज प्रताप? तेज प्रताप व जगदानंद एक-दूसरे के खिलाफ सार्वजनिक वाद-विवाद में उलझते दिखे। घटनाक्रम में अगला मोड़ तब आया, जब तेज प्रताप ने तेजस्वी यादव से मुलाकात कर अपनी बात रखनी चाही। बकौल तेज प्रताप, तेजस्वी के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव ने उन्हेंर तेजस्वीे से बात नहीं करने दिया। इसके बाद तेज प्रताप ने संजय यादव के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया।अब तेज प्रताप यादव जगदानंद सिंह एवं संजय यादव के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। तेज प्रताप के अनुसार संजय यादव उनके व तेजस्वी के बीच दरार पैदा करना चाहते हैं।
इस मामले में तेजस्वी ने दो-टूक कहा है कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। तेजस्वीह के इस बयान से स्पयष्ट है कि वे तेज प्रताप के साथ खड़े नहीं हैं।इस बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव डैमेज कंट्रोल की कोशिश में जुटे हुए हैं।, लकिन तेज प्रताप अपने स्टैंड से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में देखना यह है कि लालू किस तरह तेज प्रताप को मनाते हैं। कई बार तेज प्रताप को लालू ने ही मनाया है।