श्रीकांत त्यागी के समर्थन में महापंचायत में उमड़ी भीड़, जेल से आये लड़के सम्मानित, गैंगस्टर एक्ट हटाने की मांग
नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में महिला से अभद्रता-गाली गलौज करने वाले श्रीकांत के समर्थन में त्यागी समाज खुलकर उतर आया है। भंगेल में रविवार को चल रही त्यागी महापंचायत में भाड़ी भीड़ उमड़ी है। मंच पर सबसे पहले उन छह लड़कों को सम्मानित किया गया है, जो सोसाइटी में उपद्रव के आरोप में जेल गये थे। मौके पर नोएडा से बीजेपी एमपी डॉ. महेश शर्मा के खिलाफ नारेबाजी की गई।
- त्यागी समाज के लोगों ने कहा- हमारी लड़ाई एमपी महेश शर्मा से,योगी सरकार से नहीं
- जगह-जह लगे पोस्टर हमारे गांव में बीजेपी नेताओं की इंट्री बंद
नई दिल्ली। नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में महिला से अभद्रता-गाली गलौज करने वाले श्रीकांत के समर्थन में त्यागी समाज खुलकर उतर आया है। भंगेल में रविवार को चल रही त्यागी महापंचायत में भाड़ी भीड़ उमड़ी है। मंच पर सबसे पहले उन छह लड़कों को सम्मानित किया गया है, जो सोसाइटी में उपद्रव के आरोप में जेल गये थे। मौके पर नोएडा से बीजेपी एमपी डॉ. महेश शर्मा के खिलाफ नारेबाजी की गई।
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त्यागी समाज की ओर से मांग की गई कि एमपी अपने बयान के लिए सार्वजनिक माफी मांगें। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी मंच पर पहुंचे थे। लेकिन मंच पर उन्हें बोलने नहीं दिया गया। लोगों ने कहा कि ये राजनीतिक मंच नहीं है। महापंचायत में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश और बिहार तक से त्यागी बिरादरी के लोग पहुंचे थे।
ली़डर से गैंगस्टर देखना हो तो श्रीकांत त्यागी को देखिए
जेल से बेल पर आये लोकेंद्र त्यागी ने महापंचायत में श्रीकांत त्यागी का संदेश पढ़कर सुनाया। उन्होंने कहा, 'आपने गैंगस्टर से लीडर बनते हुए बहुत देखे होंगे। ली़डर से गैंगस्टर देखना हो तो श्रीकांत त्यागी को देखिए।' इसी दौरान योगी सरकार के बहिष्कार की आवाज उठी। हालांकि, डैमेज कंट्रोल किया गया। मंच से कहा गया कि हमारी लड़ाई योगी सरकार से नहीं, सिर्फ एमपी महेश शर्मा से है।नोएडा डीएम सुहास एलवाई ने पहुंचकर ज्ञापन लिया। ज्ञापन लेकर डीएम तुरंत ही मंच से चले गए। इसे लेकर त्यागी समाज ने भरी नाराजगी जताई। कहा कि ज्ञापन को सुने बिना ही डीएम चले गए, ये हालत है। श्रीकांत त्यागी की वाइफ अनु त्यागी पंचायत स्थल पर पहुंची।
एमपी महेश शर्मा पर एफआइआर दर्ज करने की मांग
त्यागी समाज के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा, बीजेपी की दो सीटों से 283 तक हमने वोट दिया है। इसलिए आज हमारा कहने का पूरा हक है। हम चाहते हैं कि श्रीकांत त्यागी और उनके साथियों के खिलाफ लेग मुकदमे वापस ली जाए। गैंगस्टर एक्ट समेत सभी धाराएं हटाई जाएं। उन्होंने कहा एमपी महेश शर्मा ने नोएडा पुलिस कमिश्नर को गालियां दी हैं, इसलिए सांसद पर उन्हीं धाराओं में FIR होनी चाहिए। इस बार चुनाव में एमपी शर्मा और राजेंद्र अग्रवाल को उनकी ताकत का अहसास कराया जायेगा। बिहार से आये राष्ट्रीय जन जन पार्टी के अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने कहा कि जो लोग हमें बुलडोजर से डरा देना चाहते हैं, उन्हें कहना चाहता हूं कि हम बोफोर्स से भी डरने वाले नहीं है। हम लड़ने वाले लोग हैं।"
श्रीकांत की पत्नी अनु त्यागी ने एमपी डॉ. महेश शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए। उसने कहा,"यह पूरी साजिश डॉ. महेश शर्मा की है। उन्होंने मेरे परिवार और मेरे पति को फंसाया है।" अनु ने पीएम, सीएम पुलिस और प्रशासन से कहा, ''मेरे हसबैंड के खिलाफ गैरकानूनी ढंग से कार्रवाई की गई है। उनका इतना दोष नहीं था, जितनी उनके खिलाफ कार्रवाई हुई। इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो।''
14 सूत्री ज्ञापन सौंपा, मांगें पूरी करने के लिए दी 15 दिन की मोहलत
संयुक्त त्यागी स्वाभिमान मोर्चा ने 14 सूत्री ज्ञापन DM को सौंपा है। इसकी मांगों को पूरा करने के लिए पंचायत ने प्रशासन को 15 दिन का वक्त दिया है।
प्रमुख मांगें
श्रीकांत के ऊपर से गैंगस्टर हटाया जाए।
जब्त की गईं उनकी गाड़ियां वापस की जाएं।
6 लड़कों से मुकदमा खत्म किया जाए।
अनु त्यागी को कस्टडी में लेने वाले पुलिस वाले सस्पेंड हों।
फ्लैट के बाहर तोड़े गए निर्माण को दोबारा कराया जाए।
एमंपी महेश शर्मा को बीजेपी से निष्कासित किया जाए।
वाइफ को कस्टडी में रखने और एमपी के बयान से नाराजगी
संयुक्त त्यागी स्वाभिमान मोर्चा के प्रमुख नेता हरिओम त्यागी ने कहा कि 'श्रीकांत ने जितनी गलती की, पुलिस ने उससे कहीं ज्यादा उसको सजा दी। यह सजा उनके फैमिली को भी झेलनी पड़ी। श्रीकांत की वाइफ अनु त्यागी तीन दिन तक पुलिस कस्टडी में रहीं। उनके फ्लैट की बिजली-पानी सप्लाई काट दी गई। मासूम बच्चे तीन दिन तक दहशत में अकेले फ्लैट में रहे। पुलिस ने श्रीकांत को गुंडा करार देते हुए गैंगस्टर बना दिया।' उन्होंने कहा कि नोएडा एमपी महेश शर्मा के इशारे पर ही पुलिस ने श्रीकांत के परिवार पर जुल्म ढहाए। श्रीकांत के समर्थन में गये छह लड़कों को गुंडा बताकर पुलिस ने गंभीर धाराओं में जेल भेज दिया। इन सब बातों को लेकर ही नोएडा में त्यागी बिरादरी की महापंचायत बुलाई थी
एमपी महेश शर्मा से नाराज है त्यागी समाज
गौतम बुद्ध नगर के बीजेपी एमपी महेश शर्मा के ऑफिस व हॉस्पीटल की भी सुरक्षा बढ़ाई गई थी। माना जा रहा है कि श्रीकांत त्यागी को लेकर हाल में जो कुछ भी हुआ उसमें एमपी महेश शर्मा के रोल को लेकर त्यागी समाज नाखुश है। यह भी कहा जा रहा है कि त्यागी समाज ने आरोप लगाया है कि महेश शर्मा ने उनके समाज को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया है। श्रीकांत त्यागी के छह समर्थकों को भी पुलिस ने जेल भेजा। इन्हें एमपी महेश शर्मा ने गुंडा बताया। इसी के चलते त्यागी समाज में नाराजगी है।
त्यागी बहुल गांव में 'बीजेपी नेताओं की नो एंट्री'
'हमारे गांव में बीजेपी नेताओं का प्रवेश बंद है।' यहां लिखा पोस्टर भी गेझा गांव के एंट्री पर लगाया है।पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर, अमरोहा में त्यागी बहुल गांवों में बीजेपी का विरोध शुरु हो गया है। इन गांवों में बीजेपी नेताओं की नो एंट्री के पोस्टर लग चुके हैं। कई जिलों में धरना-प्रदर्शन तक हो चुके हैं। महापंचायत का आयोजन नोएडा के गेझा गांव में संयुक्त त्यागी स्वाभिमान मोर्चा ने गेझा महर्षि आश्रम रामलीला मैदान में किया। 'हमारे गांव में बीजेपी नेताओं का प्रवेश बंद है।' यहां लिखा पोस्टर भी गेझा गांव के एंट्री पर लगाया है।इस महापंचायत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश मसलन- गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, बागपत और हापुर से इस समुदाय से जुड़े हजारों लोग वहां आये थे।
योगी दरबार तक पहुंची श्रीकांत त्यागी की पैरवी
श्रीकांत त्यागी प्रकरण को लेकर एमएलसी और प्रदेश महामंत्री अश्वनी त्यागी तथा एमएलए अजीतपाल त्यागी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर वार्ता कर मुलाकात का समय मांगा था। सीएम के बलिया और मथुरा में होने के कारण डेलीगेशनसे अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी ने मुलाकात की। डेलीगेशन में शामिल श्रीकांत त्यागी के मामा ने उन्हें घटना के संबंध में पूरी जानकारी दी और पुलिस पर परिवारजनों के उत्पीड़न और अभद्रता करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिस निर्माण को अवैध बताकर हंगामा किया गया, वे निर्माण सोसाइटी में अनेक लोगों ने कर रखे हैं, लेकिन पुलिस और प्राधिकरण ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
डेलीगेशन में शामिल बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने बताया कि मुख्य सचिव गृह और डीजीपी ने इस मामले में समिति का गठन कर सभी आरोपों की जांच कराने तथा अन्य अवैध निर्माण को भी ध्वस्त कराने और अभद्रता के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि पूरे प्रकरण में किसी भी निर्दोष को नहीं फंसाया जायेगा। दोषी बख्शा नहीं जायेगा। श्रीकांत त्यागी पर लगाये गये गैंगस्टर एक्ट की भी जांच होगी।
महिला से अभद्रता को लेकर शुरू हुआ था विवाद
नोएडा के 93B ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में श्रीकांत त्यागी पर एना अग्रवाल नाम की महिला से गाली-गलौज और अभद्रता का आरोप लगा थी। पांच अगस्त को ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में महिला से अभद्रता का वीडियो वायरल हुआ। मामले में श्रीकांत त्यागी चार दिनों तक फरार रहा था। वो खुद को बीजेपी का लीडर बताता था।वीडियो वायरल होने पर नोएडा पुलिस ने श्रीकांत को मेरठ से तीन साथियों समेत नौ अगस्त को अरेस्ट कर लिया। पुलिस-प्रशासन ने श्रीकांत पर गैंगस्टर एक्ट लगा दिया। उसके नौ साथी भी जेल भेजे गये। श्रीकांत के फ्लैट के बाहर बने अवैध अतिक्रमण को भी नोएडा अथॉरिटी ने ध्वस्त कर दिया गया। इस पूरे मामले में श्रीकांत और उसके साथियों पर चार मुकदमे नोएडा के पुलिस स्टेशन फेज-2 में दर्ज हुए थे। फिलहाल, श्रीकांत को छोड़कर उसके बाकी साथी बेल पर छूट चुके हैं।