सेंट्रल से लौटे DG रैंक के अफसर वेटिंग फॉर पोस्टिंग,सेंट्रल डेपुटेशन पर जाने की तैयारी में झारखंड पुलिस के कई IPS
सेंट्रल डेपुटेशन से वापस झारखंड लौटे डीजी रैंक के एक अफसर वेटिंग फॉर पोस्टिंग है। वहीं दूसरी तरफ झारखंड पुलिस के कई आईपीएस अफसर सेंट्रल डेपुटेशन पर जाने की तैयारी में हैं।

रांची। सेंट्रल डेपुटेशन से वापस झारखंड लौटे डीजी रैंक के एक अफसर वेटिंग फॉर पोस्टिंग है। वहीं दूसरी तरफ झारखंड पुलिस के कई आईपीएस अफसर सेंट्रल डेपुटेशन पर जाने की तैयारी में हैं। उल्लेखनीय है कि 1993 बैच के आईपीएस एमएस भाटिया को सेंट्रल डेपुटेशन से झारखंड लौटे लगभग 15 दिन से अधिक हो गये,, इसके बाद भी उन्हें सरकार के द्वारा किसी पद पर पदस्थापित नहीं किया गया है। जबकि दूसरी तरह एसपी रैंक से लेकर एडीजी रैंक के आईपीएस अफसर सेंट्रल डेपुटेशन पर जाने की तैयारी में हैं।
सेंट्रल डेपुटेशन जाने की तैयारी में कई आईपीएस
झारखंड कैडर के कई आईपीएस अफसर सेंट्रल डेपुटेशन पर जाने की तैयारी में है। इसमें एसपी से लेकर एडीजी रैंक के अफसर शामिल हैं। स्टेट में कई आईपीएस अफसर लंबे समय से सेंटिंग में है, जिस वजह से आईपीएस के मनोबल पर असर पड़ रहा है। इन कारणों से कई तो सेंट्रल डेपुटेशन पर चले गये, तो कई जाने की तैयारी में हैं। झारखंड पुलिस के 23 आईपीएस वर्तमान में सेंट्रल डेपुटेशन पर हैं।
सेंट्रल डेपुटेशन पर हैं झारखंड कैडर के 23 आईपीएस
नवीन कुमार सिंह
बलजीत सिंह
आशीष बत्रा
साकेत कुमार सिंह
कुलदीप द्विवेदी
अभिषेक
अनूप टी मैथ्यू
राकेश बंसल
अनीश गुप्ता
एम तमिल वानन
पी मुरुगन
जया रॉय
शिवानी तिवारी
अखिलेश वॉरियर
अंशुमन कुमार
प्रशांत आनंद
हरि लाल चौहान
प्रियंका मीणा
सुभाष चंद्र जाट
आर रामकुमार
विनीत कुमार
के विजय शंकर
शुभांशु जैन
12 जिलों की जिम्मेदारी की प्रमोटी आईपीएस अफसरों के जिम्मे
झारखंड में डायरेक्ट आईपीएस अफसर के जिम्मे भी 12 जिलों की कमान है। इनमें धनबाद, जमशेदपुर, खूंटी, सिमडेगा, लोहरदगा, पाकुड, पलामू, लातेहार, पाकुड़, जामताड़ा, बोकारो और चाईबासा जिला शामिल हैं।
प्रमोटी आईपीएस अफस संभाल रहे हैं 12 जिलों की जिम्मेदारी
प्रमोटी आईपीएस अफसरों के पास 12 जिलों की जिम्मेदारी है। इनमें रांची, गुमला, चतरा, हजारीबाग, गिरिडीह, कोडरमा, रामगढ़, गढ़वा, देवघर, दुमका, साहेबगंज और गोड्डा जिला शामिल है। इसके अलावा रांची और धनबाद में सिटी एसपी की भी जिम्मेदारी प्रमोटी आईपीएस अफसरों के पास है।