धनबाद: निरसा के 16 हाइवा तीन महीना से नगालैंड में बंधक, BJYM धनबाद ग्रामीण जिलाध्यक्ष पर पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का कंपलेन
भारतीय जनता युवा मोर्चा ( BJYM) के धनबाद ग्रामीण जिला अध्यक्ष बंपी चक्रवर्ती के खिलाफ निरसा पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी की कंपलेन की गई है। सागर दास, परवेज आलम, मनोहर गोराई, गोपाल गोराई व रीता दास ने बंपी चक्रवर्ती के खिलाफ धोखाधड़ी आरोप लगाया है।
धनबाद। भारतीय जनता युवा मोर्चा ( BJYM) के धनबाद ग्रामीण जिला अध्यक्ष बंपी चक्रवर्ती के खिलाफ निरसा पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी की कंपलेन की गई है। सागर दास, परवेज आलम, मनोहर गोराई, गोपाल गोराई व रीता दास ने बंपी चक्रवर्ती के खिलाफ धोखाधड़ी आरोप लगाया है।
कंपलेनर्स का कहना है कि उन सभी का सात डंपर एमपीएल में चलता था। बंपी चक्रवर्ती, सिद्धनाथ झा व राजेश प्रसाद ने उनसे प्रत्येक डंपर डेढ लाख रुपया महीना किराया देने के नाम पर लिया। एक महीने का किराया एडवांस देकर डपर ले गया। अगले महीने जब किराया नहीं मिला तो हमने उनसे मांग की।आश्वासन मिला किराया नहीं।
सातों डंपर को भेज दिया नागालैंड
शिकायतकर्ताओं ने कहा है कि जांच में पता चला कि सभी सातों डंपर नागालैंड के कोहिमा स्थित शेट्टी ट्रांसपोर्टर्स को दे दिया गया है। मैथन क्षेत्र से कुल 17 डंपर इन तीनों ने मिलकर शेट्टी कंस्ट्रक्शन को दिलवाए। जब हमने किराया के लिए सिटी कंस्ट्रक्शन के मालिक गणेश जानू को फोन किया तो बताया गया कि यदि डंपर चाहिए तो प्रत्येक डंपर तीन लाख रुपये जमा करो। अन्यथा डंपर नहीं मिलेंगे। यह भी पता चला की बंपी चक्रवर्ती, सिद्धनाथ झा व राजेश प्रसाद ने गलत कागजात तैयार कर हमारे डंपर हड़प लिए और उन्हें शेट्टी ट्रासपोर्ट्स को बेच दिया।
पीड़ितों ने पुलिस से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने और उन्हें उनके डंपर दिलवाने की मांग की है। सागर दास ने कहा है कि उसके अलावा सिदरी कॉलोनी मोड़ निवासी परवेज आलम, विद्यासागर कॉलोनी निवासी मनोहर गोरा, देवियाना निवासी गोपाल गोराई, पश्चिम बंगाल के बालतोरिया निवासी रीता दास का हाइवा एमपीएल में चलता था। एमपीएल में परिचालन करवा कर फाइनेंस की किस्त, मेंटेनेंस, ड्राइवर व खलासी का वेतन भुगतान के बाद पैसे नहीं बचते थे। रोजी-रोटी चलाना भी मुश्किल हो रहा था। इसी का फायदा उठाकर बांपी चक्रवर्ती ने सात मार्च को हम लोगों को अपने घर बुलाकर राजेश प्रसाद और सिद्धनाथ झा से परिचय करवाया। उसने आश्वस्त किया कि अच्छे ट्रांसपोर्ट के अधीन गाड़ी लगवा देंगे। नियमित गाड़ी का परिचालन होगा तो प्रतिमाह प्रति हाइवा डेढ़ लाख रुप/s हाइवा मालिकों को भाड़े के रूप में दिया जायेगा। हमलोगों ने कहा कि हमारे पास सात हाइवा है। बांपी चक्रवर्ती गाड़ी व नियमित भाड़ा भुगतान की जिम्मेवारी ले तभी वे अपने वाहन चलाने के लिए दे सकते हैं।
कहा गया है कि बांपी चक्रवर्ती, राजेश प्रसाद व सिद्धनाथ झा ने हमारे साथ गाड़ी की जिम्मेवारी व नियमित भाड़े का भुगतान करने का एग्रीमेंट किया। उसके बाद 17 मार्च को हमारी गाड़ियों को लेकर नगालैंड चला गया। इसके एवज में 23 मार्च को उनके बैंक खाते में प्रति हाइवा डेढ़ -डेढ़ लाख रुपये का पेमेंट भी किया। आश्वस्त किया गया कि हर महीने हमारे खाते में भाड़े का पेमेंट कर दिया जा/sगा। हमलोगों ने अपनी गाड़ी के साथ ड्राइवर व खलासी को नागालैंड भेजा। बाद में अपने ड्राइवर से फोन पर बात करने पर पता चला कि उनकी गाड़ियां शेट्टी कंस्ट्रक्शन में चलाई जा रही है। नरसा और आसपास के क्षेत्र के लगभग 17 हाइवा को वहां चलाया जा रहा है। एक माह बाद उनके बैंक अकाउंट में भाड़े की राशि नहीं आई तो उपरोक्त तीनों लोगों से शिकायत की। वे लोग टालमटोल करने लगे।
पीड़ितों का कहना है कि थक हारकर शेट्टी कंस्ट्रक्शन के मालिक गणेश जानू से फोन पर बातचीत हाइवा वहां से छोड़ देने की बात कही। इस पर गणेश जानू द्वारा प्रति हाइवा तीन लाख रुपए देने के बाद ही गाड़ी को छोड़ने की बात कही जा रही है। तीन माह से नागालैंड में फंसे हाइवा के मालिक सागर दास, परवेज आलम, मनोहर गोराई,गोपाल गोराई व रीता दास ने कहा कि उन्होंने गाड़ी फाइनेंस पर निकाली है। बीते तीन माह से हाइवा के भाड़ा का भुगतान नहीं आ रह है । इसके कारण हम लोग पैसे के मोहताज हो गए हैं। फाइनेंस के किस्त की राशि नहीं देने के कारण फाइनेंसर अलग से दबाव बना रहे हैं। यदि प्रशासन के लोग हमारे वाहनों को नागालैंड से नहीं मंगवाते हैं तो हम लोगों के पास सुसाइड करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचेगा। चालकों से पता चला है कि हाइवा का चक्का खोल लिया गया है और उसे पत्थर व लकड़ी के सहारे खड़ा कर रखा गया है। बीजेयुमो ग्रामीण जिलाध्यक्ष बांपी चक्रवती का कहना है कि राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है
फर्जी एग्रीमेंट बनाकर दो हाइवा हड़पा
सागर दास में आरोप लगाया कि राजेश प्रसाद, सिद्धनाथ झा, बांपी चक्रवर्ती व गणेश जानू ने आपराधिक षड्यंत्र रच कर फर्जी एग्रीमेंट बनाकर हाइवा संख्या जेएच 10 बीएस 6165 व डब्ल्यूबी 41 जी 4708 को हड़प लिया है। उपरोक्त दोनों हाइवा के मालिक द्वारा इनके साथ किसी प्रकार का कोई एग्रीमेंट ही नहीं किया गया है। उपरोक्त हाइवा मालिकों के साथ-साथ निरसा का एक हाइवा मालिक भी झांसे में आकर फंस गया था। उसका हाइवा भी नागालैंड में एक तरह से बंधक बना था। इस हाइवा मालिक ने बांपी चक्रवर्ती, राजेश प्रसाद व सिद्धनाथ झा पर जबरदस्त दबाव बनाकर किसी तरह एक माह पूर्व अपना हाइवा नागालैंड से वापस लाने में सफल रहा।
नागालैंड में तीन महीना तक बंधक बना रहा एक हाइवा मालिक
निरसा का एक हाइवा मालिक अपने हाइवा का भाड़ा लाने के लिए मार्च माह में नगालैंड गया था। भाड़े का पैसा तो उसे नहीं मिला उल्टे कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने उसे बंधक बना लिया। किसी तरह बहाना बनाकर बचते-बचाते लगभग एक सप्ताह पूर्व नगालैंड से भाग कर निरसा पहुंचा है। हाइवा मालिकों से कच्छ कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम पर एग्रीमेंट करवाया गया, लेकिन हाइवा शेट्टी कंस्ट्रक्शन में भेज दिया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सेठी कंस्ट्रक्शन के मालिक का कहना है कि सभी हाइवा के एवज में उपरोक्त तीनों व्यक्तियों ने उससे पैसे ले लिए हैं। पैसा वापस दे और गाड़ी ले जाए।