Dhanbad: बाघमारा व निरसा में इलिगल कोल बिजनस शुरु, गणेश को माइनिंग का कंट्रेक्ट, पप्पू है सरगना

कोयला राजधानी धनबाद में कुछ नये और पुराने कोयला माफियाओं इलिगल माइनिंग कर कोल तस्करी शुरु कर दिया है। सोर्सेज का कहना है कि गणेश यादव को भांटडीह, तेतुलिया, आदि कई इलाकों में इलिगल माइनिंग का कंट्रेक्ट मिल गया है। बाघमारा व निरसा एरिया में बड़ै पैमाने पर इलिगल माइनिंग से प्रतिदिन दर्जनों ट्रक कोयला निकाल स्टॉक किया जा रहा है। 

Dhanbad: बाघमारा व निरसा में इलिगल कोल बिजनस शुरु, गणेश को माइनिंग का कंट्रेक्ट, पप्पू है सरगना
कोयले का फाइल फोटो।
  • भांटडीह, केसरगढ़, चैतुडीह, तेतुलिया रामकनाली, सिजुआ, लोयाबाद, एकड़ा, निरसा व पंचेत में इलिगल माइनिंग
  • रोहित, वशिष्ट, पप्पू व जैकी का  सिंडिकेट कर रहा है काम
  • इलिगल माइनिंग का कोयला रात से निकाला जा रहा है ट्रक से
  • जमशेदपुर का राजेश व परितोष के साथ-साथ पीपी (धैया-बंगाल वाला ) को पासिंग का जिम्मा
  • एकड़ा व भागाबांध इलाके चल रहा है रिटोलिया का राज

धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद में कुछ नये और पुराने कोयला माफियाओं इलिगल माइनिंग कर कोल तस्करी शुरु कर दिया है। सोर्सेज का कहना है कि गणेश यादव को भांटडीह, तेतुलिया, आदि कई इलाकों में इलिगल माइनिंग का कंट्रेक्ट मिल गया है। बाघमारा व निरसा एरिया में बड़ै पैमाने पर इलिगल माइनिंग से प्रतिदिन दर्जनों ट्रक कोयला निकाल स्टॉक किया जा रहा है। 
यह भी पढ़ें:Jharkhand: लातेहार पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ मिली बड़ी सफलता, TSPC के सात उग्रवादी अरेस्ट

आरोप है कि इलिगल माइनिंग व जाली पेपर लगाकर बिहार-यूपी के कोल मंडियों में कोयला भेजा जा रहा है। इस इलिगल कारोबार में सीआइएसएफ, पुलिस व माइनिंग विभाग पर भी मिलीभगत का आरोप लग रहा है। हालांकि संबंधित विभाग द्वारा कार्रवाई के नाम पर रेड व एफआइआर कराया जा रहा है। विभाग का कहना है कि इलिगल कारोबार के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इलिगल माइनिंग व बीसीसीएल की कोलियरियों से चोरी कर निकाले गये कोयले को भट्टों में खपाया जा रहा है। विरोध करने वालों को केस में फंसाने की धमकी दी जा रही है। 
जानकार सोर्सेज का कहना है कि गणेश के अलावा, पप्पू, रोहित, वशिष्ट व जैकी के अलावा अन्य तस्करों का इलिगल माइनिंग चल रहा है। जमशेदपुर के राजेश व परितोष के साथ-साथ धनबाद के पीयूष को पासिंग का जिम्मा मिला है। भांटडीह, तेतुलिया, चैतुडीह, केसरगढ़, रामकनाली, मधुबन, सिजुआ, एकड़ा, लोयबाद व केंदुआ व गोधरद में इलिगल माइनिंग कर कोयला का स्टॉक किया जा रहा है। रातोंरात स्टॉक से कोयले को ट्रक के माध्यम से जीटी रोड के भट्टे व पड़ोस स्टेट के मंडियों में पहुंचाया जा रहा है। एकड़ा कोलियरी के पास सूर्य मंदिर के नजदीक रिटोलिया द्वारा कई इलिगल माइनिंग चलाया जा रहा है।

रिटोलिया गैंग कोलियरी से ट्रकों से कोयला निकाल रहा है। एकड़ा कोलियरी में बंद पड़े चानक के मुहाने को खोलवाकर सैकड़ों मजदूरों को लगवाकर बड़े पैमाने पर इलिगल कोल माइनिंग किया जा रहा है। सूर्य मंदिर के पास पासवान बस्ती में कोयला हजारों टन करा रात में ट्रकों कोयला पेलोडर से लोड करवाकर फर्जी कागजात लगाकर कोल मंडियों व भट्ठों में भेजा जाता है। रिटोलिया खुद को दबंग घराने के भैया का साथ मिल रहा है। पूर्व में भी रिटोलिया का नगदा में इलिगल माइनिंग चलता था।घनुडीह और तीसरा इलाके में प्रकाश ने पासिंग लेकर दर्जनों ट्रक अवैध निकाल जीटी रोड के भट्ठों में भेज रहा है। 
घनुडीह और तिसरा में प्रकाश ने पासिंग लिया है। वह घनुआडीह, कुईयां, बेरा और दोबारी के बंद पड़े माइंस से इलिगल माइनिंग करवा रहा है। घनुआडीह के साव बंद लोहा गोदाम में छोटे वाहनों इलिगल माइनिंग का कोयला जमा किया जाता है। यह कोयला रात में में बड़े ट्रकों पर लोड करवाकर गोविंदपुर के भट्ठे को भेज रहा है। निरसा व पंचेत इलाके में रमेश के राज चल रहा है। 
रिटोलिया, वशिष्ठ, माधो और रमेश पर पुलिस हेडक्वार्टर की नजर
धनबाद में पुलिस और जिला प्रशासन की टीम कोल तस्करों के खिलाफ अभियान चला रही, लेकिन एक-दो मामलों को छोड़ तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने में विफल साबित हो र रही है। कोयला तस्करी का मामला पुलिस स्टेशन में दर्ज होता है। मामले में ट्रक ड्राइवर को अरेस्ट कर जेल भेज दिया जाता है। लेकिन पुलिस न तो बड़े तस्करों व न हौ ट्रांसपोर्टर के खिलाफ कार्रवाई कर पाती है। ड्राइवर व खलासी को जेल भेज खानापूर्ति कर लेती है। 

पुलिस हेडक्वार्टर की टीम मार चुकी है रेड
धनबाद में कोल तस्करी की सूचना पर पुलिस हेडक्वार्टर की टीम  रेड मार चुकी है। रपेड की सूचना लोकल पुलिस को नहीं लही। रेड के बाद टीम ने लोकल पुलिस स्टेशन को सूचना देकर बुलाया था। झारखंड पुलिस हेडक्वर्टर व सीआईडी के पास कई बड़े कोयला तस्करों की कुंडली मौजूद है।  रिटोलिया, वशिष्ठ, माधो,गणेश व रमेश की तलाश की जा रही है।

रेड के बाद धंधा एक- दो दिन के लिए रहता है बंद

कहा जा रहा है कि पुलिस हेडक्वार्टर की रेड व जिला पुलिस कप्तान द्वारा हाल ही कराये गये इलिगल कोल कारोबारियों के खिलाफ रेड से बााद से धंधा मंदा पड़ा है। इलिगल कोल कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई में शिथिलता पर पुलिस अफसरों के खिलाफ भी कार्रवााई की गयी है। रेड के बाद एक-दो दिन धंधा बंद रहता है। इसके बाद फिर से चालू हो जाता है। कहा जाता है कि जिले में कोल कोल तस्करी का धंधा संगठित पैमाने पर रुक-रुक कर चल रहा है। रेड के बाद एक- दो दिन कारोबार बंद रहता है। फिर अपनी पुरानी रफ्तार में वापस आ जाता है।