झारखंड की IAS पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा के रांची-मुजफ्फरपुर समेत छह ठिकानों पर ED की रेड

भ्रष्टाचार, आय से अधिक संपत्ति और मनी लांड्रिंग के मामले में अरेस्ट आइएएस पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा के झारखंड-बिहार में कई ठिकानों ईडी ने रेड किया है। ईडी ने बिहार व झारखंड के छह ठिकानों पर रेड किया है।

झारखंड की IAS पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा  के रांची-मुजफ्फरपुर समेत छह ठिकानों पर ED की रेड
  • ईडी को अनील झा नामक शख्स की तलाश
  • नेताओं और नौकरशाहों से बेहतर ताल्लुकात
  • पैसे से लेनदेन में उसकी भूमिका
  • पैसे पहुंचाने का काम करता था अनिल

रांची। भ्रष्टाचार, आय से अधिक संपत्ति और मनी लांड्रिंग के मामले में अरेस्ट आइएएस पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा के झारखंड-बिहार में कई ठिकानों ईडी ने रेड किया है। ईडी ने बिहार व झारखंड के छह ठिकानों पर रेड किया है। रांची में विनायका ग्रुप के विशाल चौधरी के अशोक नगर गेट नंबर छह स्थित आवास पर ईडी की रेड में भारी मात्रा में कैश बरामद हुई है। कैश गिनने के लिए ईडी की टीम ने बैंक सेमशीन मंगवाई है। 

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अनिल झा और दुर्गा झा के यहां भी रेड

बीजेपी के गोड्डा एमपी डा निशिकांत दूबे ने भी ईडी रेड को लेकर ट्वीट किया है। बताया जा रहा है कि ईडी की यह रेड पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा के संबंधियों के यहां चल रही है।बताया जा रहा कि ईडी की छापेमारी अनिल झा के यहां भी चल रही है। अनिल झा पर आइएएस पूजा सिंघल और माइंस डिपर्टमेंट में ऊपर तक ब्लैक मनी पहुंचाने का आरोप है। अनिल झा अभिजीता कंस्ट्रक्शन में पार्टनर बताया जा रहा है। ईडी अनिल झा के भाई और दुर्गा डेवलपर्स के मालिक दुर्गा झा और एक अन्य संबंधि के यहां भी रेड की है। इनके ऑफिस और घरों में रेड की गयी है। दुर्गा डेवलपर्स का ऑफिस य रांची के अरगोरा चौक के पास अशोक नगर, रोड नंबर 5 में है।

रांची में विशाल चौधरी के घर पर भी रेड

ईडी ने रांची में विशाल चौधरी नामक एक व्यक्ति के घर पर भी रेड की है। विशाल चौधरी को झारखंड के ब्यूरोक्रेट्स की ब्लैक मनी का बड़ा इन्वेस्टर बताया जा रहा है। ईडी को उसके ठिकाने से भारी मात्रा में कैश मिली है। चौधरी के घर से मिले दस्तावेजों की ईडी टीम छानबीन कर रही है। चौधरी कौशल विकास से जुड़े बताये जा रहे हैं। चौधरी राज्य के एक सीनीयर आइएएस अफसर जो फिलहाल सत्ता के काफी करीब हैं, उनके काफी नजदीकी हैं।

निशित केशरी के ठिकाने पर रेड

ईडी ने ओक फॉरेस्ट के ऑनर निशित केशरी के यहां रेड की है। निशित केशरी सीनीयर आईएएस अफर राजीव अरुण एक्का के संबंधी बताये जाते हैं। निशिक  एक बीजेपी के एमएलए का भी करीबी है। आरोप है कि निशित केशरी के बिजनस में एमएलए का भी पैसा लगता है। निशित केशरी का अरगोड़ा और पुंदाग में इलाके में कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। निशित केसरी ने कई अपार्टमेंट का निर्माण किया है। सोर्सेज के अनुसार ओक फोरेस्ट में झारखंड के 10 से ज्यादा ब्यूरोक्रेट्स के फ्लैट हैं।  इसकी जानकारी भी ईडी को मिली है।विशाल चौधरी के यहां से मिले लिंक के बाद ईडी की टीम पुनदाग के फॉरेस्ट अपार्टमेंट में बने निशित केसरी के ऑउफिस पहुंचकर छानबीन की है।  निशित केसरी के  कागजातों और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जांच की जा रही है। निशित केशरी के माध्यम से बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग का पैसा निवेश की जाने की बात कही जा रही है।

डीएमओ से पूछताछ में मिली इनपुट के आधार पर रेड

साहेबगंज के डीएमओ विभूति कुमार से पूछताछ में मिले इनपुट के बाद ईडी रेड कर रही है। ईडी की रेड में अनिल झा के दुर्गा कंस्ट्रक्शन और पूजा सिंघल के बीच संबंध की जानकारी मिली है। माइनिंग अफसरों से पूछताछ के बाद मिले इनपुट में पूजा सिंघल के अलावा कई अफसरों के नाम सामने आये हैं।ये अफसर भी ईडी के रडार पर आ गये हैं। 

मधुबनी व मुजफ्फरपुर में है अभिषेक का घर

अभिषेक झा बिहार के मधुबनी जिले का रहने वाला है। पैतृक गांव में  उसके परिजन ने आलीशान घर बना रखा है। मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा में पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के पिता कामेश्वर झा का मकान है। कामश्वर झा मुजफ्फरपुर मेंबिहार प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी के तौर पर काफी समय तक कार्यरत थे। झारखंड बंटवारे के बाद वे झारखंड चले गये। रांची के साथ साथ दुमका में सक्रिय रहे। माना जा रहा है कि अनील झा अभिषेक के पिता कामेश्वर झा का आदमी है। इस वजह से ईडी मुजफ्फरपुर में कामेश्वर झा के आवास पर भी कार्रवाई कर रही है। सोर्सेज से से मिली सूचना के अनुसार ईडी को अब अनील झा नामक शख्स की तलाश है। अनील झा के नेताओं और नौकरशाहों से बेहतर ताल्लुकात हैं। माना जा रहा है कि पैसे से लेनदेन में उसकी भूमिका है। अनील झा ही पैसे पहुंचाने का काम करता था। ईडी इसकी प्रूफ करना चाहती है कि पूजा सिंघल प्रकरण में यह नया कैरेक्टर और क्या क्या काम करता था।

पल्स हॉस्पिटल रांची का मालिक हैं पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा 

आइएएस पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा पल्स हॉस्पिटल रांची का मालिक हैं। इस हॉस्पिटल के निर्माण में पूजा सिंघल ने भी ब्लैक मनी इन्वेस्ट कर रखा है। इस हॉस्पिटव की जमीन भी विवादित है। जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है। इसकी भी जांच चल रही है। ईडी ने पिछले दिनों रेड कर पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार सिंह के रांची स्थित घर से लगभग 19.31 करोड़ रुपये कैशबरामद किया था। झारखंड में पहली बार इतनी बड़ी कैश राशि बरामद हुई थी। इन रुपयों की गिनती के लिए मशीन तक मंगानी पड़ गई थी।

मूलत: देहरादून की रहने वाली है पूजा सिंघल

पूजा सिंघल उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली है। वहीं से उसने अपनी पढ़ाई पूरी की है। आइएएस राहुल पुरवार से पूजा सिंघल की पहली शादी हुई थी। बाद में दोनों में डाइवोर्स हो गया। इसके बाद पूजा सिंघल ने अभिषेक झा से शादी कर ली।  मनी लाउंड्रिंग और मनरेगा घोटाला के संबंधित भ्रष्टाचार के मामले में पूजा सिंघल और उसके सीए सुमन सिंह को ईडी अरेस्ट की थी। सुमन फिलहाल जेल में व पूजा ईडी हैं। सुमन सिंह के ठिकानों से ईडी की रेड के दौरान 19.41 करोड़ की रकम बरामद की गयी थी। पूजा सिंघल के हसबैंड अभिषेक झा द्वारा बनाये गये पल्स हॉस्पीटल में शेल कंपनियों के पैसे लगाने का आरोप है। कई जिलों में डीसी रहते पूजा सिंघल पर मनरेगा घोटाला की जांच चल रही है। पूजा सिंघल पर झारखंड की माइंस सेकरेटरी रहते सीएम हेमंत सोरेन को लाभ पहुंचाने और माइनिंग लीज लेने का भी आरोप है। बताया जा रहा है कि पूजा सिंघल से शादी के बाद उसके पावर का इस्तेमाल करते हुए हसबैंड अभिषेक झा और ससुर कामरेश्वर झा ने बहुत पैसे बनाये हैं।

पूजा सिंघल को लाभ पहुंचाने के सवाल पर DMO फंसे, आमने-सामने पूछताछ

आईएएस पूजा सिंघल पर कार्रवाई मामले में ईडी ने साहिबगंज के DMO विभूति कुमार और रांची DMO संजीव कुमार से पूछताछ की। दोनों को पूजा सिंघल के सामने बैठाकर भी कई सवाल पूछे गये। पूछताछ के दौरान पूजा को लाभ पहुंचाने समेत कई सवालों पर डीएमओ उलझ गये। दोनों से लगभग 11 घंटे पूछताछ चली। ईडी ने 16 मई को ही विभूति को नोटिस भेजा था, लेकिन तब बेटी की शादी का हवाला दे वह पेश नहीं हुए थे। बाद में पंद्रह दिनों का और समय मांगा था। इसपर कुछ फैसला होने से पहले ही वे सोमवार को हाजिर हो गये।

पूजा सिंघल लाभान्वित हुईं या नहीं

विभूति अपने स्कूटर से ईडी ऑफिस पहुंचे, जबकि संजीव कुमार काफी पहले आ गये थे। पूछताछ कर रहे अफसर दोनों को पूजा सिंघल के पास लेकर गये। इसके बाद उनसे पूछा कि वे उन्हें पहचानते हैं या नहीं। साथ ही पूछा कि उन्हें कब-कब और कैसे लाभ पहुंचाया।सोर्सेज ने बताया कि साहिबगंज के डीएमओ से जिले में इलिगल माइनिंग, स्टोन चिप्स की तस्करी और माइंस लीज आवंटन के मुद्दे पर सवाल किए गए जिनका वह जवाब नहीं दे पा रहे थे। रांची डीएमओ से सीएम को खान लीज देने और फिर उसे सरेंडर करने के मुद्दे पर भी सवाल किये गये।

डिजिटल डिवाइस से मिले प्रूफ दिखा ईडी पूछे सवाल

ईडी ने विभूति को पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों के डिजिटल डिवाइस से मिले सबूतों को दिखाकर सवाल पूछे। ईडी ने राजनीतिज्ञों व नौकरशाहों से जुड़ी एक लिस्ट भी दिखाई और पूछा कि साहिबगंज में पद पर रहते हुए उन्होंने इनमें से किस-किस को लाभ पहुंचाया। यह भी पूछा कि वह बताएं कि उन्होंने कितने लोगों को कब-कब पैसे दिये। इलिगल माइनिंग  के जरिए कितनी राशि अर्जित की।

इलिगल माइनिंग पर क्या किया

ईडी ने विभूति कुमार से पूछा कि इलिगल माइनिंग रोकने के लिए क्या किया। साहिबगंज में स्टोन क्रशर के कितने इलिगल प्लांट हैं। इनके खिलाफ कितनी कार्रवाई हुई। यह भी पूछा कि स्टोन चिप्स ले जा रही गाड़ियां मार्च में गंगा में डूब गईं थीं। इस हादसे में जो ट्रक डूबे थे, उनके चालान कहां से जारी हुए थे।