झारखंड: जैप डीआइजी राजीव रंजन सिंह हुए रिटायर, दी गयी विदाई
झारखंड सशस्त्र पुलिस (जैप) के डीआइजी राजीव रंजन सिंह सोमवार को रियायर हो गये। जैप के टिकू हॉल में उन्हें विदाई दी गई।
- लेक्चरर के बाद डिप्टी कलेक्टर, फिर नौकरी छोड़कर बने DSP
रांची। झारखंड सशस्त्र पुलिस (जैप) के डीआइजी राजीव रंजन सिंह सोमवार को रियायर हो गये। जैप के टिकू हॉल में उन्हें विदाई दी गई। राजीव रंजन सिंह ने वर्ष 1986 से 1990 तक जेजे कॉलेज झुमरी तिलैया में लेक्चरर की नौकरी की। इसके बाद उनका सलेक्शन मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग में हो गया। वह एमपी वर्ष 1991 से जून 1994 तक डिप्टी कलेक्टर रहे। वहवर्ष 1994 में बीपीएससी की एग्जाम पास कर डीएसपी बन गये।
वर्ष 2020 में प्रोमोशन बाद बने डीआइजी कोल्हान
डीएसपी बनने के बाद राजीव रंजन सिंह वैशाली के हाजीपुर डीएसपी, जहानाबाद, शेरघाटी, सिटी डीएसपी जमशेदपुर, चतरा में डीएसपी मुख्यालय व डीएसपी हटिया रहे। आइपीएस में प्रोमोशन मिलने के बाद वह वर्ष 2011 में पहले एएसपी जमशेदपुर बने। इसके बाद रूरल एसपी जमशेदपुर बनाये गये। राजधानी रांची में एसपी ट्रैफिक के साथ-साथ एसपी रुरल व एसपी सिटी के भी चार्ज में रहे। इसके बाद सिमडेगा, गोड्डा, झारखंड जगुआर, पाकुड़ के एसपी रहे। वर्ष 2020 में डीआइजी में प्रोमोशन पाने के डीआइजी कोल्हान बनाये गये। कोल्हान से 12 जुलाई 2021 से डीआइजी जैप में बनाये गये। जैप से ही 31 जनवरी को रिटायर हो गये।
राष्ट्रपति वीरता पदक भी मिल चुका है राजीव रंजन सिंह को
डीआइजी राजीव रंजन सिंह पुलिस की सेवा में रहते हुए चार महत्वपूर्ण पदक पा चुके हैं। इन्हें सेवा काल में राष्ट्रपति वीरता पदक, राष्ट्रपति सराहनीय पदक, झारखंड राज्य सराहनीय सेवा पदक व आंतरिक सुरक्षा पदक मिल चुका है।