Jharkhand: राजनीतिक मुलाकात ने बीजेपी में गुटबंदी को किया उजागर, नेताओं ने फोटो से दिये नये पॉलिटिकल संकेत!

झारखंड संताल परगना में एमपी व एमएलए के अलग-अलग राजनीतिक मुलाकात के बाद किये गये फोटो शेयर से बीजेपी में गुटबंदी उजागर कर दिया है। नेताओं ने फोटो से एक-दूसरे के लिए नये संकेत दिये हैं।

Jharkhand: राजनीतिक मुलाकात ने बीजेपी में गुटबंदी को किया उजागर, नेताओं ने फोटो से दिये  नये पॉलिटिकल संकेत!
बीजेपी की राजनीति में शह-मात का खेल।
  • झामुमो नेता चुन्ना सिंह और एमपी निशिकांत दूबे की मुलाकात ने नए समीकरण के दिए संदेश
  • एमएलए रणधीर सिंह ने एक्स मिनिस्टर राज पलिवार से की मुलाकात
  • तीन टर्म एमपी डॉ निशिकांत दूबे जनता के हैं विकास पुरुष
  • विकास के मामले में गोड्डा संसदीय क्षेत्र को संताल में टॉप पर पहुंचाया
  • जनता में काफी लोकप्रिय हैं निशिकांत

रांची। झारखंड संताल परगना में एमपी व एमएलए के अलग-अलग राजनीतिक मुलाकात के बाद किये गये फोटो शेयर से बीजेपी में गुटबंदी उजागर कर दिया है। नेताओं ने फोटो से एक-दूसरे के लिए नये संकेत दिये हैं।
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झारखंड में बीजेपी के कद्दावर व सबसे मुखर एमपी निशिकांत दूबे ने सारठ के एक्स एमएलए सह जेएमएम लीडर उदयशंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह से दो दिन पहले मुलाकात की। इसकी फोटो उन्होंने इंटरनेट मीडिया एक्स पर शेयर की। इसके कुछ ही घंटे बाद सारठ से बीजेपी एमएलए रणधीर सिंह ने एक्स मिनिस्टर राज पलिवार से मुलाकात की एक फोटो शेयर कर कर दी। संताल परगना में भाजपा की राजनीति के लिए निशिकांत दूबे और राज पलिवार दो ध्रुव माने जाते है।

सारठ एमएलए रणधीर सिंह ने  हाल ही में गोड्डा एमपी निशिकांत दूबे के कुछ बयान को बीजेपी के लिए नुकसानदेह भी बताया था। एमपी व एमएलए के फोटो ने संताल परगना में बीजेपी के भीतर नये गुट बनने और शक्ति संतुलन अपने पक्ष में करने के पैंतरे दिखाने के संकेत दे रहे हैं।


संताल की राजनीति में सारठ का बड़ा स्थान
सारठ विधान सभा यूं तो दुमका लोकसभा क्षेत्र में आता है। लेकिन सामाजिक सांस्कृतिक वजहों से यह गोड्डा से लेकर गिरिडीह लोकसभा तक को प्रभावित करता है। उदयशंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह किसी जमाने में यहां से कांग्रेस के एमएलए हुआ करते थे। बाद में वो बीजेपी से भी चुनाव लड़े। पिछले दो विधानसभा चुनाव से सारठ में रणधीर सिंह चुनाव जीत रहे हैं। देवघर गोड्डा की राजनीति में रणधीर सिंह पहले भी निशिकांत दूबे से आमने सामने हो चुके हैं। निशिकांत की चुन्ना सिंह से मुलाकात सारठ में उनके प्रतिद्वंदी को बीजेपी के करीब लाने की पहल के तौर पर देखी जा रही है।


राज पलिवार को हाल में बीजेपी ने दिया है महत्व
मधुपुर से दो बार बीजेपी एमएलए रहे एक्स मिनिस्टर राज पलिवार 2009 के लोकसभा चुनाव से ही निशिकांत दूबे को लेकर सहज नहीं हैं। गोड्डा लोकसभा पर पलिवार भी अपनी दावेदारी कर रहे थे। बाद में बीजेपी ने राज पलिवार का विधानसभा टिकट काट दिया। माना जाता है कि निशिकांत की वजह से ही यह हुआ। लेकिन बाबूलाल मरांडी के प्रदेश अध्यक्ष रहते राज पलिवार को दुमका लोकसभा का प्रभारी बनाया गया है। यही नहीं उन्हें बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद में सदस्य के तौर पर भी शामिल कराया गया है। मधुपुर विधानसभा में उनकी सक्रियता बनी हुई है। राजनीतिक सोर्सेज ने इसे गोड्डा एमपी निशिकांत दूबे के सामने एक मजबूत नेता को खड़ा करने का पार्टी का उपक्रम माना है। हालांकि बीजेपी की वर्तमान राजनीति में गोड्डा संसदीय क्षेत्र में वर्तमान एमपी डॉ निशिकांत दूबे का कोई विकल्प नजर नहीं आ रही है।

 
विकास मामले में झारखंड व बिहार में टॉप पर हैं निशिकांत
निशिकांत को झारखंड-बिहार में सबसे मुखर एमपी माना जाता है। लगातार तीन बार से गोड्डा एमपी रहे निशिकांत ने गोड्डा व देवघर को विकास के मामले में काफी उंचाई पर पहुंचा दिया है। देवघर में एम्स, एयरपोर्ट, गोड्डा में अडानी पावर प्लांट समेत दर्जनों विकास योजनाओं के साथ देवघर व गोड्डा से कई ट्रेनों के खोलवाने व चलवाने का एक बड़ा रिकार्ड एमपी निशिकांत दूबे ने बनाया है। गोड्डा एमपी को पीएम नरेंद्र मोदी व होम मिनिस्टर अमित शाह का काफी करीबी माना जाता है। कहा जाता है कि झारखंड व बिहार में डॉ दूबे ही एकमात्र एमपी हैं जो पीएम, होम मिनिस्टर व किसी मिनिस्टर बराबर विकास योजनाओं को लेकर मिलते रहते हैं। पार्टी में सेंट्रल लेवल पर ही उन्हें काफी तरजीह मिलती है।