Jharkhand: देवघर जेल में बंद गैंगस्टर बाबा परिहस्त की संदिग्ध मौत
झारखंड के देवघर सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर बाबा परिहस्त की गुरुवार सुबह संदिग्ध हालत में मौत हो गई। कहा जा रहा है कि उसे उल्टी हुई और अचानक बेहोश हो गया। आनन-फानन में जेल से बाबा को सुबह लगभग तीन बजे सदर अस्पताल लाया गया , जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
- उल्टी हुई और अचानक हो गया बेहोश
देवघर। झारखंड के देवघर सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर बाबा परिहस्त की गुरुवार सुबह संदिग्ध हालत में मौत हो गई। कहा जा रहा है कि उसे उल्टी हुई और अचानक बेहोश हो गया। आनन-फानन में जेल से बाबा को सुबह लगभग तीन बजे सदर अस्पताल लाया गया , जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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बुधवार रात तक बाबा था स्वस्थ, साथी की मां से शाम में फोन पर किया था बात
बाबा परिहस्त बुधवार देर रात तक जेल में भला चंगा था। बाबा की मौत के बाद सदर अस्पताल में पहुंचे परिजनों ने बताया कि देर रात एक बजे तक वार्ड में उसने टीवी भी देखी था, फिर अचानक यह सब कैसे हो गया समझ से परे है। परिजन कह रहे थे कि बाबा के साथ जेल में उसका सहयोगी अंकित व रोबिन भी बंद है। शाम में इनलोगों में से एक ने अपनी मां के साथ बातचीत की थी, उस क्रम में बाबा की भी बात करायी थी। इसके बाद रात में जेल में खाना भी खाया। परिजनों के अनुसार, हाल के कुछ दिनों से वह मांसाहारी भोजन भी नहीं करता था। नशे की आदत उसे नहीं थी। इसेक बावजूद देर रात में अचानक उसकी तबीयत कैसे बिगड़ी।र एक बार उल्टी होने के बाद मृत हालत में सदर अस्पताल कैसे पहुंचा, जो संदेहास्पद लग रहा है। परिजन सदर अस्पताल के डीएस डॉ प्रभात रंजन से देर रात 3:00 बजे से 3:30 बजे तक का सीसीटीवी फुटेज दिखाने का आग्रह भी कर रहे थे। हालांकि अस्पताल उपाधीक्षक द्वारा तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए फुटेज उनलोगों को नहीं दिखाया गया। बाबा के चचेरे भाई राहुल कुमार परिहस्त ने मीडियाकर्मियों से कहा कि संदिग्ध हालत में उसके भाई की मौत जेल से अस्पताल लाने के दौरान हुई है। उसने प्रशासन ने मामले की जांच कर न्याय दिलाने की मांग की है।
दो केस में बाबा हो चुका था बेल
देवघर सेंट्रल जेल में बाबा परिहस्त 23 दिसंबर 2023 से नगर थाना कांड संख्या 356/2023 भादवि 386, 34 एवं आर्म्स एक्ट सहित नगर थाना कांड संख्या 674/2023, भादवि की धारा 341, 332, 333, 353, 34 व आर्म्स एक्ट और नगर थाना कांड संख्या 241/2023 भादवि की धारा 341, 323, 452, 386, 387, 307, 427, 290, 34 के विचाराधीन बंदी के रूप में बंद था। दो मामलों में उसकी बेल हो चुकी थी। वहीं एक मामले में उसके बेल पर गुरुवार को झारखंड हाइकोर्ट रांची में सुनवाई होनी थी। बाबा के परिजन सहित उसके अधिवक्ता ने बताया कि अगर हाइकोर्ट में आज उसके मामले में सुनवाई हो जाती, तो दो-तीन दिनों में शिवरात्रि के पूर्व उसका बेल हो जाता। अगर सुनवाई नहीं होती, तो बाबा के बेल होने की संभावना होली के बाद थी। इससे पहले ही 29 फरवरी की अहले सुबह 03:00 बजे अचानक तबीयत खराब होने के उपरांत कारा चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा दूरभाष पर की गयी अनुशंसा के आलोक में बाबा परिहस्त को तुरंत बेहतर इलाज के लिए कारा कक्षपालों की निगरानी में सदर अस्पताल भेजा गया, जिसे 03:20 बजे सदर अस्पताल के ऑन ड्यूटी डॉक्टर ने ब्रॉड डेड घोषित कर दिया। बाबा के दो साथी बुधवार को ही बेल पर छूटे भी हैं।
15 दिन पहले जेल के अंदर बाबा का हुआ था विवाद
जानकार सोर्सेज से मिली जानकारी के अनुसार, लगभग15 दिनों पूर्व जेल के अंदर एक विरोधी बंदी मौसम ने साथ बाबा परिहस्त का विवाद हुआ था। दोनों के बीच हाथापाई भी हुई थी। इसके बाद मौसम का घर बाबा गैंग के सदस्यों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। इस मामले में मौसम की मां ने कुंडा पुलिस स्टेशन में FIR भी दर्ज करायी थी । हालांकि जेल के अंदर मौसम व बाबा के बीच के विवाद को लेकर किसी सीनीयर अफसर द्वारा उस वक्त पुष्टि नहीं की गयी थी।
रंगदारी व आर्म्स एक्ट के केस में बाबा परिहस्त को 23 दिसंबर को भेजा गया था जेल
मर्डर, रंगदारी व आर्म्स एक्ट सहित अन्य दर्जनों गंभीर आपराधिक कांडों के वांछित नगर थाना क्षेत्र के बैद्यनाथ लेन निवासी बाबा परिहस्त को पुलिस ने रंगदारी व आर्म्स एक्ट के मामले में 23 दिसंबर 2023 को कोर्ट में पेश कराया था।और कोर्ट के निर्देश पर सेंट्रल जेल भेजा गया था। उस समय देवघर पुलिस मीडिया सेल द्वारा जानकारी दी गयी थी कि श्रावणी मेले में दुकानदारों से रंगदारी वसूलवाने को लेकर रंगदारी सहित आर्म्स एक्ट के तहत नगर थाने में दर्ज कांड संख्या 356/23 में बाबा को पुलिस ने जेल भेजा था। वहीं उसके अधिवक्ता साथी नगर थाना क्षेत्र के भारती होटल के समीप निवासी राहुल भारद्वाज को सारठ पुलिस स्टेशन से बेल पर छोड़ा गया था। बाबा के दूसरे साथी नगर थाना क्षेत्र के ही पंडित बीएन झा पथ निवासी मिलन मठपति को सारठ थाने की पुलिस द्वारा मधुपुर कोर्ट में पेश कराया गया था। मीडिया सेल द्वारा यह भी जानकारी दी गयी थी कि बाबा परिहस्त व मिलन मठपति को एडवोकेट राहुल भारद्वाज ने अपना दोस्त बताया। तीनों देवघर से किराये की इनोवा गाड़ी लेकर कोलकाता गये थे। वहीं से लौट रहे थे, तो पुलिस को गुप्त सूचना सारठ पुलिस स्टेशन एरिया में चेकिंग के दौरान बाबा परिहस्त का इनोवा गाड़ी समेत पकड़ा गया था। इस संबंध में सारठ पुलिस स्टेशन में एसआद प्रवीण कुमार की शिकायत पर भादवि की धारा 212 व 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज है। पुलिस सारठ पुलिस स्टेशन में तीन दिनों से इनलोगों को रखकर पूछताछ की थी। ड्राइवर सहित इनोवा गाड़ी को पुलिस ने पीआर लिखाकर सारठ पुलिस स्टेशन से ही मुक्त किया गया था।
चौथी बार पुलिस गिरफ्त में आया था बाबा परिहस्त
पहली बार 17 नवंबर 2018 को चार सहयोगियों के साथ पुलिस ने बाबा परिहस्त को पकड़ा था।दूसरी बार 29 दिसंबर 2020 को पुलिस ने बाबा परिहस्त को अरेस्ट किया था। तीसरी बार पश्चिम बंगाल पुलिस व देवघर पुलिस ने ज्वाइंट रेड में 11 नवंबर 2022 को बाबा परिहस्त को मैथन से दो सहयोगियों के साथ थार गाड़ी के साथ पकड़ा था।
बाबा पर लगा था सीसीए
बाबा पर देवघर पुलिस कई बार सीसीए भी लगवायी थी। जेल में रहने के बाद भी बाबा पर रंगदारी वसूलवाने का आरोप लगता रहा था। हाल के दिनों में तो श्रावणी मेले के दौरान बाजार से रंगदारी वसूलवाने का भी आरोप बाबा पर लगा था। वहीं श्रावणी मेले के दौरान पुलिस ने बाबा के 10 सहयोगियों को अरेस्ट कर जेल भी भेजने का दावा किया था। शयनशाला के सामने वर्चस्व को लेकर हुई फायरिंग में भी पुलिस ने बाबा के सहयोगियों को भी चिह्नित किया था। बंपास टाउन खोरादह के समीप चार दिसंबर 2023 कोजमीन पर कब्जा दिलाने पहुंचे बाबा गैंगके सदस्यों द्वारा टाउन पुलिस स्टेशन के एसआइ अनुप कुमार के साथ धक्का-मुक्की किये जाने का मामला सामने आया था। मामले में बाबा गैंग के एक सदस्य को पुलिस द्वारा अरेस्ट किया गया था। मामले में एसआइ के बयान पर बाबा सहित उसके आठ सहयोगियाें के खिलाफ पुलिस की मौजूदगी में फायरिंग कर जमीन पर कब्ज दिलाने के प्रयास व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने की प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी। बाबा परिहस्त मई 2023 में ही बेल पर जेल से छूटा था। इसके बाद भी उसके खिलाफ लगातार आपराधिक मामले टाउन पुलिस स्टेशन में आते रहे। अंतत: पुलिस ने कोलकाता से लौटने के दौरान सारठ चौक पर 23 दिसंबर 2023 को दो साथियों के साथ बाबा को चौथी बार अरेस्ट किया था।
जेल कस्टडी में ही हुई थी बाबा के भाई सोनू की मौत
बाबा परिहस्त की मां को छोड़कर अब परिवार में कोई बचा ही नहीं है। लगभग सात साल पूर्व बाबा के पिता गणेश परिहस्त की मौत हो चुकी है। वहीं उसका छोटा भाई सोनू परिहस्त वर्ष 2022 में ही देवघर सेंट्रल जेल में काराधीन था। उस समय तबीयत बिगड़ने पर लगभग आठ-10 दिनों तक सोनू सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में एडमिट रहा था।और इलाज के दौरान 10 अप्रैल 2022 को सोनू परिहस्त की भी काराधीन हालत में ही मौत हो गयी थी।
श्रावणी मेला में दुकानदारों से रंगदारी वसूली में चर्चित हुआ बाबा
हाल के कुछ वर्षों से बाबा परिहस्त श्रावणी मेला के दौरान दुकानदारों से रंगदारी वसूली में चर्चित हुआ। इसके बाद बाजार के दुकानदारों से रंगदारी वसूली में उसका नाम आने लगा। फिर ऑटो स्टैंड सहित अन्य रंगदारी मामलों में भी उसका नाम आया। ऑटो स्टैंड से रंगदारी मामले में ही उसके एक रिश्तेदार की अवंतिका गली में करीब 12 साल पूर्व चाकू गोदकर मर्डर कर दी गयी। इसके बाद एक विरोधी ग्रुप के सदस्य की मर्डर में बाबा का नाम उछला।धीरे-धीरे कई गंभीर अपराध में बाबा का नाम आता गया। बाबा पर नगर, कुंडा, रिखिया व जसीडीह थाना के दो दर्जन संगीन अपराध के मामले दर्ज थे।
जमीन की रंगदारी व टेंडर मैनेज में भी था बाबा का वर्चस्व
हाल के दो-तीन वर्षों से जमीन को लेकर रंगदारी मामले में व नगर निगम इलाके के टेंडर मैनेज कराने में भी बाबा परिहस्त का नाम आने लगा था। इन दोनों धंधे में बाबा का धीरे-धीरे वर्चस्व कायम हो गया था। तीन-चार वर्षों के दौरान बाजार स्थित नरसिंह टॉकीज के सामने बाबा के कथित प्राइवेट ऑफिस पर भी पुलिस ने तीन बार रेड की थी। मौके पर टेंडर मैनेज व जमीन रंगदारी की हिसाब लिखी डायरी सहित कई दस्तावेज बरामद हुआ था। एक बार तो अवैध हथियार भी पुलिस ने बरामद की थी। दिसंबर 2021 में शिवगंगा के समीप स्थित एक आश्रम से काफी हथियार के साथ बाबा गैंग के कुछ सदस्य पकड़े गये थे।