कोडरमा पुलिस ने दोस्त के मर्डर के आरोपी बिहार के ट्रेनी डीएसपी समेत दो को भेजा जेल
पुलिस ने बिहार के प्रोबेशनर डीएसपी आशुतोष कुमार समेत दो लोगों को मर्डर केस में अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। बिहार से आये डीएसपी ने तिलैया डैम में दोस्तों के साथ शराब पीकर खूब मस्ती की थी। इसी दौरान डीएसपी के सर्विस रिवाल्वर से फायरिंग होने से एक दोस्त निखिल रंजन की मौत हो गयी थी।
- तिलैया डैम में की थी शराब पार्टी
- पुलिस को मिले शराब के कई खाली बोतल, खीरा,प्याज लहसुन आदि के छिलके
कोडरमा। पुलिस ने बिहार के प्रोबेशनर डीएसपी आशुतोष कुमार समेत दो लोगों को मर्डर केस में अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। बिहार से आये डीएसपी ने तिलैया डैम में दोस्तों के साथ शराब पीकर खूब मस्ती की थी। इसी दौरान डीएसपी के सर्विस रिवाल्वर से फायरिंग होने से एक दोस्त निखिल रंजन की मौत हो गयी थी।
डीएसपी सहित चार लोगों के जवाहर घाटी पुल डैम में नहाने के दौरान डीएसपी की सर्विस रिवाल्वर से गोली चलने से निखिल रंजन की मौत हो गई थी। बताया जाता है कि इनलोगों के साथ सूरज नामक एक लोकल युवक भी था, जो घटना के बाद से फरार है।पुलिस की टीम शनिवार की सुबह घटनास्थल पर पहुंची तो यहां से शराब के कई खाली बोतल,खीरा के ताजे छिलके, प्याज, लहसुन आदि के छिलके, पत्तल, पत्थर से बने चूल्हा में जली लकड़ी आदि मिले हैं। इससे पता चलता है कि लोगों ने यहां पिकनिक कर फुल मस्ती की थी।
रोहतास का रहने वाला है ट्रेनी डीएसपी
बताया जाता है कि रोहतास जिला के छिनारी गांव निवासी आशुतोष कुमार की नियुक्ति BPSC 56-59वीं बैच में पुलिस सेवा के लिए हुई है। उन्होंने पिछले फरवरी माह में ट्रेनिंग समाप्ति के बाद बक्सर जिला के सिमरी पुलिस स्टेशन में प्रोबेशनर डीएसपी के तौर पर योगदान दिया था। कुछ दिन पूर्व ब्रह्मपुर पुलिस स्टेशन में ज्वाइन किया था। आशुतोष ने दो दिन पूर्व विभाग से छुट्टी ली थी। आशुतोष के पिता बिहार के रिटायर जज हैं।
निखिल रंजन ने पिता ने करायी एफआइआर
पुलिस ने डीएसपी समेत दो को अरेस्ट किया है। मृतक निखिल रंजन के पिता ऋषिदेव प्रसाद सिंह ने डीएसपी आशुतोष समेत अन्य तीन युवकों पर उनके पुत्र की गोली मारकर मर्डर का आरोप लगाया है। ऋषिदेव सिंह बिहार के गया जिला के चेरखी पुलिस स्टेशन में एसआइ हैं। चंदवारा पुलिस को दिये गये कंपलेन में उन्होंने कहा है कि आशुतोष कुमार उनके पुत्र के साथ पुरानी रंजिश रखता है। पूर्व में भी एक बार पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। इसके कारण घरवालों को पैसा चुकाने पड़े थे।फिर आशुतोष नए तरीके से निखिल से पैसे की मांग कर रहा था। इस कारण से निखिल परेशान रहता था। आशुतोष शुक्रवार को उनके पुत्र को बिहारशरीफ से इंगेजमेंट में ले जाने की बात कहकर घर से बुलाकर ले गया था। उन्होंने डीएसपी आशुतोष के अलावा सौरभ कुमार (27 वर्ष), पिता अरविंद सिंह, महावीर नगर, दशरथा पश्चिम, थाना बेऊर पटना और सूरज कुमार, (28 वर्ष), पिता राजकुमार यादव, गिरिडीह बाइपास रोड, कोडरमा को आरोपी बनाया है। उन्होंने डीएसपी आशुतोष पर उनकी सर्विस पिस्टल से निखिल की गोली मारकर मर्डर करने का आरोप लगाया है।
घटना की कहानी- आशुतोष की जुबानी
आशुतोष अपने तीन दोस्त सौरव, सूरज और निखिल रंजन के साथ कोडरमा जिले के चंदवारा पुलिस स्टेशन एरिया जवाहर पुल के पास तिलैया पहुंचा था। बकौल, आशुतोष उसके दोस्त उसकी सर्विस रिवाल्वर लेकर फोटो क्लिक कर रहे थे। इस दौरान रिवाल्वर से गोली चली, जो निखिल के सीने में जाकर लगी। खून से लथपथ निखिल जमीन पर गिर गया। आनन-फानन में निखिल को नजदीक के सरकारी हॉस्पीटल में एडमिट कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।लोकल लोगों का कहना है घटना के बाद आशुतोष, सौरव और सूरज भागने की फिराक में थे, उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़े जाने के बाद आशुतोष ने बताया कि वह बिहार का ट्रेनी डीएसपी है। अभी थाना प्रभारी का प्रशिक्षण ले रहा है। उसकी प्रतिनियुक्ति बक्सर जिले के सिमरी थाने में बतौर थानेदार की गई है।आशुतोष की सरकारी रिवाल्वर भी जब्त कर ली गई है। घटना की जानकारी पाकर कोडरमा के एसपी डॉ. एहतेशाम वाकारिब ने बिहार पुलिस हेडक्वार्टर को भी दी है।