झारखंड विधानसभा में रुबिका हत्याकांड पर हंगामा, BJP MLA का प्रदर्शन, रणधीर सिंह मार्शल आउट
झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पहले दिन सोमवार को साहिबगंज की रूबिका पहाड़िया की नृशंस हत्या के विरोध में हंगामा हुआ। विपक्षी दल बीजेपी ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर हाथों में नारे लिखी तख्तियों के साथ जमकर नारेबाजी की। बीजेपी एमएलए ने हेमंत सोरेन सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया।
रांची। झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पहले दिन सोमवार को साहिबगंज की रूबिका पहाड़िया की नृशंस हत्या के विरोध में हंगामा हुआ। विपक्षी दल बीजेपी ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर हाथों में नारे लिखी तख्तियों के साथ जमकर नारेबाजी की। बीजेपी एमएलए ने हेमंत सोरेन सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया।
बीजेपी से सारठ एमएलए रणधीर कुमार सिंह ने बेंच के उपर खड़े होकर हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद सारठ विधायक को मार्शल आउट किया गया। सदन से बाहर रणधीर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सदन में मैंने साहेबगंज में हुई लड़की की मौत का मुद्दा उठाया। सरकार से शोक प्रस्ताव में साहेबगंज में मारी गइ लड़की का नाम सूची में शामिल नहीं होने पर सवाल किया। लेकिन सरकार के पास कोइ जवाब नहीं था. एक जनजातीय सुवती की मौत पर उसका नाम शोक प्रस्ताव में शामिल नहीं करने पर मैंने इसका विरोध किया। इसके विरोध में मैं डेस्क पर खड़े हो गया, जो सरकार से बर्दाश्त नहीं हुआ। इसी लिए मुझे स्पीकर ने माशर्ल आउट का आदेश दे दिया। मैं ये बताना चाहता हूं कि मैंने सही के लिए आवाज उठाई है। कोई गलत काम नहीं किया है। हेमंत सरकार एक जनजातीय बेटी के प्रति शोक भी नहीं जता सकती है
आदिवासी लड़कियां हो रही लव-जिहाद का शिकार
रणधीर सिंह ने कहा कि इससे अधिक दुखद और क्या होगा, इसलिए मैंने आवाज उठाई है। ही सरकार के गलत फैसलो के खिलाफ मैं खुलकर आवाज उठाते रहूंगा। सरकार को चाहिए कि ऐसा कानून बनाए राज्य में कि इस तरह की घटना करने से पहले आरोपी के रौंगटे खड़े हो जाए। स्टेट में आये दिन आदिवासी लड़कियां इस तरह से लव-जिहाद का शिकार होते आ रहीं हैं।
बॉडी के 18 टुकड़े बरामद, सिर की तलाश अभी जारी
इधर साहिबगंज में अब तक रूबिका के बॉडी के 18 टुकड़े बरामद किए जा चुके हैं। सिर की तलाश अभी जारी है। सब के टुकड़े को पोस्टमार्टम के लिए रांची के रिम्स भेजा जायेगा। इस मामले में पड़ताल में यह बात भी सामने आई है कि साक्ष्य छुपाने के लिए शव को इलेक्ट्रिक कटर से टुकड़े-टुकड़े किये गये। अब तक इस मामले में नौ लोगों को कस्टडी में लिया गया है।पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई है कि हत्या करने का सौदा 20 हजार रुपये में तय हुआ था और इसके लिए दिलदार के मामा ने अपने पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति से सौदा तय किया थ। दिलदार के परिवार वालों को शुरू से ही रुबिका और दिलदार का रिश्ता मंजूर नहीं था। पुलिस जल्द ही इस मामले में जल्द ही नए खुलासे कर सकती है। बरहन इलेक्ट्रिक कटर और धारदार हथियार से 100 के टुकड़े करने किस घटना ने आज के समय और समाज पर कलंक का टीका जरुर लगा दिया है।
क्या दिल्ली,एमपी और यूपी में ऐसी घटनाएं नहीं घटती: हेमंत
रूबिका मर्डर केस पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है, सिर्फ साहिबगंज की बात क्यों करें? क्या दिल्ली,एमपी और यूपी में ऐसी घटनाएं नहीं घटती हैं? समाज में इस तरह की विकृतियां फैल रही हैं, यह चिंता की बात है। ऐसी बातों का लोकतंत्र में जगह नहीं है। इस तरह की घटना को अंजाम देकर बड़ा बनाने का प्रयास हो रहा है, जो गलत है। इसका समाधान कैसे हो, इसका हल सभी को मिलकर निकालना होगा।
दिलदार के मामा के घर ले जाकर मारी गई थी रुबिका
रुबिका मर्डर केस मामले में पुलिस ने आरोपितों से पूछताछ के आधार पर कई जानकारियां हासिल की है। जांच व पूछताछ में पता चला है कि रुबिका की पहले गला दबाकर मर्डर की गई। बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए उसके कई टुकड़े किये गये। बॉडी की पहचान न हो सके, इसके लिए सिर को धड़ से अलग करने के बाद सिर के भी कई टुकड़े किये गये। रूबिका की बॉडी के अब तक 18 टुकड़े पुलिस बरामद कर चुकी है।
20 हजार में तय हुआ था मर्डर का सौदा
पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई है कि रूबिका की मर्डर करने का सौदा 20 हजार रुपये में तय हुआ था। इसके लिए दिलदार के मामा ने अपने पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति से सौदा तय किया थ। दिलदार के परिवार वालों को शुरू से ही रुबिका और दिलदार का रिश्ता मंजूर नहीं था।दिलदार के पिता मुस्तकीम कबाड़ी का कारोबार है। दिलदार पहलेसेशादीशुदा रहनेके बावजूद रबिका सेदूसरी शादी कर ली। परिजनों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। किसी भी स्थिति में रूबिका को दिलदार के रास्ते से हटा देना चाहता था। रूबिका 15 दिनों से दिलदार के घर पर ही रही थी। इससे दिलदार के परिवार मेंकलह गहराता चला गया। अंतत: रूबिका को रास्ते से हटा देने की योजना बनाई गई। पुलिस को पता चला है कि दिलदार की मां मरियम ने अपने भाई मैनूल से इसका हल निकालने को कहा। दिलदार भी रोज की किच-किच सेपरेशान था। दिलदार के मामा ने 20 हजार में मैनूल से हत्या के बाद रबिया के शव को ठिकाने लगाने का सौदा किया। घटना के दिन ही उसे रुपये का भुगतान किया।
पुलिस ने नौ लोगों को किया अरेस्ट
एसआइ सुषमा कुमारी के बयान पर बोरियो पुलिस स्टेशन में रुबिका से विवाह करने वाले युवक दिलदार अंसारी, उसकी मां मरियम निशा व उसके मामा मोइनुद्दीन के खिलाफ FIR दर्ज की गयी है। पुलिस ने इस मामले में अब तक नौ लोगों को अरेस्ट किया है। जबकि दिलदार का मामा मोइनुद्दीन अब भी फरार है।
12 सदस्यीय एसआइटी का गठन
रूबिका मर्डर केस की जांच के लिए 12 सदस्यीय एसआइटी का गठन किया गया है। इस घटना पर पुलिस मुख्यालय गंभीर है, सीआइडी भी जांच में जुटी। हत्यारे के विरुद्ध फोरेंसिक साक्ष्य जुटायेगी पुलिस। हत्या में प्रयुक्त हथियार का होगा फिंगर प्रिंट मिलान और बरामद शव के टुकड़ों का डीएनए जांच भी।
पहले से शादीशुदा रूबिका थी एक पांच साल की बच्ची की मां
गोडा पहाड़ की रूबिका पहाड़िन उर्फ रेबिका पहाड़िन पहले से शादीशुदा थी। उसकी एक पांच साल की बेटी भी है। उसकी शादी करीब छह साल पूर्व बंदरकोला के बगल में स्थित पथरघट्टा के गांव के राजीव मालतो से हुई थी। राजीव आटो चलाता है। उसने रूबिका को छोड़ दिया था। रूबिका की पांच साल की बेटी रिया अपनी नानी के घर गोडा पहाड़ पर रहती है।
रूबिका के गांव में बेरोजगारी चरम पर
प्रखंड मुख्यालय से यह गांव लगभग 19 किलोमीटर दूर है। पहाड़ पर स्थित गांव तक जाने तक रास्ता नहीं है। इस गांव तक पहुंचने के लिए बरमसिया मैदान से करीब एक किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। इस वजह से गांव का विकास नहीं हो पाया। गांव में बेरोजगारी साफ झलक रही थी। गांव की प्रधान मैसी पहाड़िन ने बताया कि गांव की कुल जनसंख्या 250 के आसपास है। कुल 30 घर है। अधिकतर लोग कमाने महानगरों में गए हैं।
गांव में अधिकांश लोग ईसाई धर्म के अनुयायी
गांव की एक महिला का कहना है कि बीते पांच साल पहले उसका पति कुडो सूरजा दिल्ली कमाने गया जो आज तक नहीं लौटा। दलाल उसे काम के बहाने दिल्ली ले गया। गांव के कई और लोग भी दिल्ली कमाने के लिए गये हैं। गांव के लोगों का मुख्य पेशा मजदूरी एवं जंगल से लकड़ी काट कर बेचना है। गांव के अधिकतर लोग ईसाई धर्म मानते हैं। गांव में स्कूल व एक चर्च भी है।
गांव वालों को नहीं मिल रहा सरकारी योजनाओं का लाभ
रूबिका की बहन शीला पहाड़िन ने बताया कि उन्हें डाकिया योजना के तहत 35 किलो अनाज मिल रहा है। हालांकि, गांव के लोगों को बिरसा मुंडा आवास का लाभ नहीं मिल रहा है। मृतका की दादी मैसी पहाड़िन को दिव्यांग पेंशन या वृद्धा पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। रूबिका की बहन शीला पहाड़िन ने उसकी बहन के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की है। भाई आरसेन मालतो ने मैट्रिक तक की पढ़ाई की है। उसका कहना है कि हमारे परिवार के एक व्यक्ति को सरकार नौकरी दें। एक्स मिनिस्टर डा. लुईस मरांडी ने गोडा पहाड़ गांव में रूबिका के परिजनों से मुलाकात की।
रूबिका के पहले पति की सफाई
पथरघट्टा पहाड़ के राजीव पहाड़िया ने बताया कि 2019 में उसका अलगाव रूबिका उर्फ रेबिता से हो गया था।उसने बताया कि रूबिका ने ही उसे छोड़ दिया था। इसके बाद 2020 में उसने बांझी के टंडोला पहाड़ की सरिता पहाड़िन से शादी की। राजीव ने बताया कि इसके बाद रूबिका से उसका किसी प्रकार का संबंध नहीं था। राजीव के पिता बुद्धिनाथ पहाड़िया ने बताया कि उस परिवार से उनका किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं है।