कोरोना वायरस संक्रमण के निबटने के लिए PM मोदी ने दिया 4T का मंत्र, टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और टीका पर फोकस
पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण के ज्यादा केसों वाले स्टेट को संक्रमण से निपटने के लिए '4T' का मंत्र दिया है। उन्होंने कहा कि हमें टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और टीका की रणनीति पर फोकस करते हुए आगे बढ़ना है।
- लॉकडाउन बिना बढ़ायें सख्ती
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण के ज्यादा केसों वाले स्टेट को संक्रमण से निपटने के लिए '4T' का मंत्र दिया है। उन्होंने कहा कि हमें टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और टीका की रणनीति पर फोकस करते हुए आगे बढ़ना है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र, ओडिशा और दक्षिण भारत के चार स्टेट के सीएम के साथ वर्चुअल मीटिंग की। उन्होंने कहा कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन्स पर भी ध्यान देना होगा। जिन जिलों में कोरोना के ज्यादा केस मिल रहे हैं, वहां उतनी ही ज्यादा सख्ती रखनी होगी। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों के सीएम से बातचीत में पता लगा कि कई राज्यों में लॉकडाउन ही नहीं लगा, लेकिन उन्होंने माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर खास जोर दिया। इस तरह से पीएम ने राज्यों को बिना लॉकडाउन के भी कोरोना से निपटने का फॉर्मूला बताया। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में केस बढ़ रहे हैं, उन्हें पहले से सक्रिय होते हुए थर्ड वेव की आशंका को रोकना होगा। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि लंबे समय तक केस बढ़ने से कोरोना म्यूटेट हो सकता है। इससे नये वैरिएंट्स का खतरा बढ़ जाता है। मोदी ने कहा कि इसके लिए हमें वही स्ट्रेटेजी अपनानी होगी, जो पहले भी अपना चुके हैं।
पीएम ने कहा कि हम इस समय एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं जहां थर्ड वेव की आशंका लगातार जतायी जा रही है। देश के अधिकांश राज्यों में कोरोना संक्रमण की संख्या कम हुई थी, राहत महसूस हुई थी। व्यापार के क्षेत्र में भी लोग उम्मीद कर रहे थे कि स्थिति सुधरेगी।अभी छह राज्य हमारे साथ हैं जहां पिछले हफ्ते 80 परसेंट मामले इन राज्यों से हैं। इन स्टेट से ही 84 परसेंट मौत भी हुई है।उन्होंने बच्चों की सेहत पर ज्यादा फोकस रखने की अपील की है। उन्होंने कहाकि बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए हमें अपने तरफ से पूरी तैयारी करनी होगी। यूरोप के कई देशों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। पश्चिम और पूरब में भी मामले बढ़ रहे हैं। यह पूरी दुनिया के चेतावनी है। हमें लोगों को बार- बार यह याद दिलाना है कि कोरोना गया नहीं है। हमारे यहां ज्यादातर जगहों में अनलॉक के बाद जो तस्वीरें आ रही है वह ज्यादा बढ़ा रही है।पीएम ने कहा कि आज जो राज्य हमारे साथ जुड़े हैं, उनमें से कई सघन आबादी वाले हैं। बड़े शहर हैं। हमें सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ बढ़ने से रोकने के लिए ध्यान देना होगा। सरकार के साथ- साथ अन्य राजनीतिक दल, एनजीओ, सामाजिक संगठन को काम करना होगा।हमें उम्मीद है कि अनुभवों का लाभ मिलेगा।
ग्रामीण इलाकों पर फोकस करने की जरूरत
स्टेट राज्यों को ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने और आईसीयू बेड्स तैयार करने के लिए फंड मुहैया कराया जा रहा है। सेंट्रल गवर्नमेंट मे हाल ही में 23 हजार करोड़ रुपये का कोविड रेस्पॉन्स बजट जारी किया है। इसका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाना चाहिए। हमें ग्रामीण इलाकों पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत है।
टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट एंड टीका
टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट एंड टीका इसी रणनीति पर हमें फोकस करके हमें आगे बढ़ना है। माइक्रोकंटेंनमेंट जोन में हमें ज्यादा ध्यान देना है. जिन राज्यों में संक्रमण के मामले ज्यादा है वहां फोकस करना ज्यादा जरूरी है।सभी स्टेट में आईटी, कॉल सेंटर और तकनीक को मजबूत करने की जरूरत है।सेकेंड वेव में कोरोना संक्रमण के बढ़े खतरे के दौरान ऑक्सीजन की कमी थी।इस बार ऑक्सीजन प्लांट को गंभीरता से लें। उन्होंने राज्यों से कहा इसे मामले में किसी सीनीयर अफसर को लगायें और इसे जल्द पूरा करें।