देश में कोरोना संक्रमण के लगभग 63 हजार नये केस, 2021 में पहली बार एक दिन में 300 से ज्यादा मौतें
देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर तेज होती जा रही है। पर डे संक्रमण के नये केस के साथ ही मौतों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। वर्ष 2021 में पहली बार एक दिन में कोरोना से तीन सौ से ज्यादा लोगों की जान गई है, जबकि 63 हजार से ज्यादा नये केस भी मिले हैं।
- महाराष्ट्र में लॉकडाउन के संकेत
- दिल्ली, गुजरात, एमपी आदि स्टेट में भी कोरोना की स्पीड हुई तेज
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर तेज होती जा रही है। पर डे संक्रमण के नये केस के साथ ही मौतों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। वर्ष 2021 में पहली बार एक दिन में कोरोना से तीन सौ से ज्यादा लोगों की जान गई है, जबकि 63 हजार से ज्यादा नये केस भी मिले हैं। कोरोना के एक्टिव केस में में लगातार 18वें दिन भी वृद्धि दर्ज की गई है।
महाराष्ट्र में लॉकडाउन जैसे बैन के लिए तैयार रहें, रात से धारा-144
वहीं महाराष्ट्र में तेजी बढ़ रहे कोरोना केस के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन लगाने के संकेत दिये हैं। ठाकरे ने सीनीयर अफसरों और कोविड टास्क फोर्स के साथ बैठक में कहा कि यदि लोग कोरोना से संबंधित नियमों का उल्लंघन करना जारी रखते हैं तो लॉकडाउन जैसे बैन के लिए तैयार रहें। सीएम उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों से लॉकडाउन का रोडमैप तैयार करने को कहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्लान बनायें कि लॉकडाउन का इकॉनमी पर कम से कम असर पड़े। चर्चा है कि महाराष्ट्र में अप्रैल की शुरुआत में लॉकडाउन लग सकता है।
गवर्नमेंट ने कोरोना संबंधी सभी बैन को 15 अप्रैल तक बढ़ा दिया है।नये निर्देशों में कहा गया है कि मुंबई में जिस रिहायशी सोसाइटी में पांच या उससे अधिक संक्रमित पाये जायेंगे उसे सील कर दिया जायेगा।महाराष्ट्रं में शनिवार रात से थिएटरों को बंद कर दिया गया है। पब्लिक प्लेस पर बिना मास्क पाये जाने पर अब 500 रुपये का फाइन लगाया जायेगा। यही नहीं मॉल, रेस्तरां, बीच और गार्डन रात आठ से सुबह सात बजे तक बंद रहेंगे। इस दौरान इन जगहों पर किसी भी व्ययक्ति के पाये जाने पर उस पर एक हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जायेगा। महाराष्ट्रं में रविवार रात से धारा-144 लगा दी जाएगी।
महाराष्ट्र में संक्रमण की रेट सबसे ज्यादा 22.78 परसेंट
आठ स्टेट व यूटी में संक्रमण की दर नेशनल औसत दर (5.04 परसेंट) से ज्यादा है। इनमें से भी महाराष्ट्र में संक्रमण की दर सबसे ज्यादा 22.78 परसेंट हो गई है। इसके अलावा राष्ट्रीय औसत से ज्यादा संक्रमण की दर चंडीगढ़ (11.85 परसेंट), पंजाब (8.45 परसेंट), गोवा (7.03 परसेंट), पुडुचेरी (6.85 परसेंट), छत्तीसगढ़ (6.79 परसेंट), मध्य प्रदेश (6.65 परसेंट) और हरियाणा (5.41 परसेंट) में है।
जिन शहरों में लॉकडाउन
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में लॉकडाउन लगाया गया है जो 30 मार्च से आठ अप्रैल तक चलेगा। वहीं नागपुर में 31 मार्च तक लॉकडाउन लगाया गया है। महाराष्ट्र में रविवार रात से धारा-144 लगाई गई है। मध्य प्रदेश के विदिशा, उज्जैन, ग्वालियर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा के सौंसर में हर रविवार को लॉकडाउन का फैसला किया गया है। वहीं महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश और गुजरात के कई इलाकों में नाइट कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाए गए हैं।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एक्टिव केस
सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टरी के अनुसार एक्टिव मामलों में लगातार 18 दिनों से बढ़ रहे हैं। इस समय कोरोना के एक्टिव संख्या 4,86,310 हो गई है। यह कुल संक्रमितों का 4.06 परसेंट है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 3.04 लाख एक्टिव मामले हैं।
15 स्टेट में राष्ट्रीय औसत से कम जांच
हेल्थ मिनिस्टरी के अनुसार 15 स्टेट व यूटी में प्रति 10 लाख आबादी पर जांच राष्ट्रीय औसत (1,74,602) से कम है। इन राज्यों में मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं।
सात स्टेट में 81 परसेंट से ज्यादा नये केस
देश के सात स्टेट महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में महामारी की स्थिति ज्यादा खराब है। पिछले 24 घंटों के दौरान मिले कुल नये संक्रमितों में से 81.46 परसेंट इन्हीं राज्यों से हैं।दिल्ली में रविवार को कोरोना के 1881 नये मामले सामने आये हैं। नौ लोगों की मौत हुई है। संक्रमण रेट 2.35% तक पहुंच गया है। दिल्ली में मौत का कुल आंकड़ा 11 हजार के पार पहुंच गया है। दिल्ली में अब तक छह लाख 57 हजार 715 मामले आ चुके हैं। इनमें से छह लाख, 39 लाख 164 लोग ठीक हो चुके हैं।
दिल्ली में पिछले सोमवार को कुल मरीजों की संख्या 6,47,984 थी, जो रविवार तक 6,57,715 तक पहुंच गई है। यानी पिछले सात दिनों में दिल्ली में कोरोना के 9,731 नये मामले आये और 43 की मौत हो गई।रिपोर्ट के अनुसार, एक्टिव मरीजों की संख्या अब 7,545 तक पहुंच चुकी है।इसमें से 4,235 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। इसके अलावा, एक बार फिर से दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। रविवार तक इसकी संख्या 1,710 तक पहुंच गई है।