Bhagalpur Bridge Collaspe : बिहार में अगुवानी घाट-सुलतानगंज निर्माणाधीन पुल गंगा नदी में गिरा
बिहार के खगड़िया के अगुवानी-भागलपुर के सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बन रहा पुल रविवार को गिर गया। पुल के चार पिलर भी नदी में गिक गये हैं। पुल का लगभग 192 मीटर हिस्सा नदी में गिरा है।
- चार पिलर भी नदी में गिरे
- 1750 करोड़ की लागत से गंगा पर बन रहा था CM नीतीश कुमार का ड्रीम
पटना। बिहार के खगड़िया के अगुवानी-भागलपुर के सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बन रहा पुल रविवार को गिर गया। पुल के चार पिलर भी नदी में गिक गये हैं। पुल का लगभग 192 मीटर हिस्सा नदी में गिरा है।
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#WATCH | Under construction Aguwani-Sultanganj bridge in Bihar’s Bhagalpur collapses. The moment when bridge collapsed was caught on video by locals. This is the second time the bridge has collapsed. Further details awaited.
— ANI (@ANI) June 4, 2023
(Source: Video shot by locals) pic.twitter.com/a44D2RVQQO
पुल का बड़ा स्ट्रक्चर गिरने से गंगा नदी में कई फीट ऊंची लहरें उठीं। इससे नदी में नाव पर बैठे लोग सहम गये। हादसे के समय मजदूर वहां से 500 मीटर दूर काम कर रहे थे। सीएम नीतीश कुमार ने घटना की अफसरों से पूरी जानकारी लेकर मामले की जांच के आदेश दिये है। पुल का कुछ हिस्सा पिछले साल भी गिर चुका है। इसे एसपी सिंगला कंपनी बना रही है। पुल का शिलान्यास 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। पुल का निर्माण 2015 से चल रहा है। इसकी लागत 1710.77 करोड़ रुपए है। पुल की लंबाई 3.16 किलोमीटर है।
Bihar CM Nitish Kumar orders a probe into the incident of collapse of an under-construction bridge in Bhagalpur and asks to identify those responsible for the incident. https://t.co/MoeA7wFzdl pic.twitter.com/HXhF2EhgVc
— ANI (@ANI) June 4, 2023
उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ने वाली बिहार गवर्नमेंट की ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर 1710.77 करोड़ की लागत से फोरलेन पुल बन रहा है। इस पुल का एक हिस्सा रविवार शाम 6.15 बजे अचानक भरभराकर गंगा नदी में समा गया। अगुवानी की ओर से पिलर संख्या 10, 11, 12 और निर्माणाधीन आधा 13 नंबर पिलर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। तीनों पिलर एक-दूसरे से लिवर से जुड़े थे। इसके 120 से अधिक स्पैन ढहे हैं।
#WATCH | Bihar Deputy CM Tejashwi Yadav speaks on the collapse of an under-construction bridge in Bhagalpur which collapsed for the second time. https://t.co/MoeA7wF1nN pic.twitter.com/sgMuTGwaIs
— ANI (@ANI) June 4, 2023
पिलर संख्या 10 के फटने से ढहा पुल
लोकल लोगों के अनुसार पिलर संख्या 10, जिसपर डॉल्फिन पर्यवेक्षण केंद्र बनना था, वह बीच से फटते हुए अपने साथ तीन और पिलरों को लेकर गिर गया।ग्रामीणों का कहना है कि रविवार होने के कारण तीनों पिलरों पर काम नहीं चल रहा था। इस कारण किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इस बीच अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच नाव सेवा को भी बंद करा दिया गया है। पुल बना रही एसपी सिंगला कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आलोक कुमार झा ने बताया कि पाया नंबर 10 से 12 तक के सेगमेंट पायों के साथ गिरकर नदी में समा गये हैं। पुल निर्माण कंपनी को काफी क्षति हुई है। सीएम नीतीश कुमार ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से मामले की विस्तृत जानकारी ली है। पुल के सुपर स्ट्रक्चर गिरने की घटना की विस्तृत जांच कराने के बाद दोषियों को चिह्नित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
2022 में गिरे थे पुलिस के 36 स्पैन
इससे पहले पिछले साल, 29 अप्रैल की रात आंधी आने के कारण पिलर संख्या पांच से चार और छह को जोड़ने वाले सुपरस्ट्रक्चर के 36 स्पैन गिर गये थे। एक साल बाद भी वह काम दोबारा शुरू नहीं हो पाया है। इसकी जांच आईआईटी रुड़की की टीम द्वारा की जा रही है।
पुल का निर्माण कार्य आठ साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया
सुल्तानगंज-अगुवानी पुल का निर्माण कार्य आठ साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। अभी पुल निर्माण शुरू होने के बाद आठ वर्ष से अधिक का समय बीत गया है। पुल 2019 में ही बनकर तैयार होना था। अंतिम डेडलाइन 31 दिसंबर, 2023 की दी गई थी। अब पुल निर्माण में दो-तीन साल का देर होने की आशंका है।
डेडलाइन
पहली डेडलाइन : 01 नवंबर, 2019
दूसरी डेडलाइन : 20 दिसंबर, 2020
तीसरी डेडलाइन : 30 जून, 2021
चौथी डेडलाइन : 30 मार्च, 2022
पांचवीं डेडलाइन : 30 दिसंबर, 2022
छठी डेडलाइन : 30 मार्च, 2023
सातवीं डेडलाइन (संभावित) : 30 जून, 2023
आठवीं डेडलाइन (संभावित) : 31 दिसंबर, 2023
पुल एक नजर में
पुल की लंबाई : 3.17 किलोमीटर का फोरलेन पुल
पुल की लागत : 1710.77 करोड़
काम शुरू हुआ : दो मई, 2015 से
पिलर संख्या 10 पर डाल्फिन पर्यवेक्षण केंद्र का भी होना था निर्माण
पुल के पहुंच पथ का 70 परसेंट काम पूरा हो चुका है
डिजाइन में ही गड़बड़ी थी...
सीएम तेजस्वी यादव ने कहा है कि, इसके डिजाइन में फॉल्ट था। ये पुल पहली बार नहीं गिरा, अप्रैल 2022 में भी यह निर्माणाधीन पुल गिरा था। तेजस्वी ने आगे कहा कि पथ निर्माण विभाग का काम संभालने के बाद हमने पुल गिरने की जांच IIT रुड़की से कराई थी। जांच में पता चला कि गंगा नदी पर बन रहे पुल के डिजाइन में ही खामी थी। तेजस्वी ने कहा कि हमने पहले ही इस पुल को लेकर आशंका जताई थी। अभी इस पुल के पिलर संख्या- 5 को लेकर IIT बॉम्बे की रिपोर्ट आना बाकी है।
सीएम नीतीश कुमार ने किया था शिलान्यास
1700 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर ये पुल रहा था। 23 फरवरी, 2014 को खगड़िया मेंअगुवानी घाट पुल के निर्माण के लिए आधारशिला रखी गई थी।नौ मार्च, 2015 को सीएम नीतीश कुमार ने इसके कार्यारंभ का उद्घाटन किया था।वर्ष 2016 से काम शुरू हुआ। तब सरकार ने कहा था कि मार्च 2019 तक पुल का काम पूरा कर लिया जायेगा, लेकिन उस वक्त तक 25 परसेंटकाम भी सही सेनहीं हो पाया था। इसके बाद राज्य सरकार ने मार्च, 2020 तक समय सीमा बढ़ायी थी। फिर समय सीमा बढ़ाकर मार्च, 2022 की गयी। पुल निर्माण नहीं होने पर जून 2022 तक समय सीमा बढ़ा दी गयी। 30 अप्रैल, 2022 को इस पुल के पाया संख्या 405 और 406 के बीच सुपर स्ट्रक्चर हवा के झोंके में गिर गया था। सरकार ने पहले दिसंबर, 2022, फिर मार्च 2023 और आखिरकार जून 2023 तक समय सीमा बढ़ायी गयी। अब फिर चार जून 2023 को पुल का आधा किमी हिस्सा ध्वस्त हो गया।