भागलपुर: रात को बाइक चोरी की FIR दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंचे SSP, पुलिसकर्मियों ने लगायी फटकार....
एसएसपी बाबूराम रविवार की रात टाउन का लॉ एंड ऑर्डर व पुलिसिंग का हाल जानने के लिए आम पब्लिक की तरह भ्रमण पर निकले। कचहरी चौक होते जोगसर पुलिस स्टेशन पहुंच गये। अंदर ओडी अफसर, संतरी आदि को देखते हुए वहां मौजूद एसआइ एचएन सिंह से कहा कि बाहर से उनकी बाइक किसी ने चुरा ली है। इतना सुनते ही एसआइ व संतरी ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल भड़क गये। हालांकि चंद मिनट नें ही दारोगा व सिपाही के माथे पर पसीने आने लगे, जब पता चला कि पुलिस स्टेशन में रपट लिखाने आये एसएसपी साहब हैं।
- पता चला तो उड़े होश
- शहर में देर रात भ्रमण पर निकले एसएसपी बाबू राम
भागलपुर। एसएसपी बाबूराम रविवार की रात टाउन का लॉ एंड ऑर्डर व पुलिसिंग का हाल जानने के लिए आम पब्लिक की तरह भ्रमण पर निकले। कचहरी चौक होते जोगसर पुलिस स्टेशन पहुंच गये। अंदर ओडी अफसर, संतरी आदि को देखते हुए वहां मौजूद एसआइ एचएन सिंह से कहा कि बाहर से उनकी बाइक किसी ने चुरा ली है। इतना सुनते ही एसआइ व संतरी ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल भड़क गये। हालांकि चंद मिनट नें ही दारोगा व सिपाही के माथे पर पसीने आने लगे, जब चला कि पुलिस स्टेशन में रपट लिखाने आये एसएसपी साहब हैं।
एसएसपी देर रात रविवार को अपने आवास से टोपी और मास्क लगा जीस की पैंट और क्रीम कलर की हुडी पहन कर एक बाडीगार्ड को भी आम आदमी बना कर पैदल निकल गये। पैदल चौक-चौराहे पर पुलिसिंग का हाल जाना। इसके बाद कचहरी चौक होते जोगसर पुलिस स्टेशन पहुंचे ।अंदर ओडी अफसर, संतरी मौजूद थे। उन्होने ओडी अफसर एसआइ एचएन सिंह से कहा कि सर थाने के बाहर से उनकी बाइक किसी ने चुरा ली है। इतना सुनते ही ओडी अफसर भड़क गये। झल्लाये तेज आवाज में दांत पीस कर बोलने लगे कि ऐसी झूठ काहे बोल रहे हैं। कहीं और जगह बाइक छोड़ कर आ गये और बोल रहे रहे हैं कि थाने के बाहर ही बाइक लगाई थी।
दारोगा कहने लगे कि आप सही कह रहे हैं, यह आपके माथे पर लिखा हुआ है क्या?
दारोगा यह मानने को तैयार नहीं थे कि उनकी बाइक उसी जगह से चोरी हुई है, जहां वह बता रहे हैं। एसएसपी बाबूराम ने जब उनसे कहा कि वह बाइक चोरी को लेकर सही कह रहे हैं तो आक्रोशित दारोगा कहने लगे कि आप सही कह रहे हैं, यह आपके माथे पर लिखा हुआ है क्या? लगे हाथ दारोगा ने पेट्रोलिंग पार्टी के एएसआइ को भी लिया। एएसआइ भी ओडी अफसर के सुर में सुर मिलाते हुए वहां मौजूद एसएसपी की बात मानने से इनकार कर दिया। मौके पर मौजूद एएसआइ पीके पांडेय, कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार भी ओडी अफसर के हां में हां मिला हड़का दिया। किसी ने अपने एसएसपी बाबू राम को नहीं पहचाना। एसएसपी जब वहां से काफी मिन्नत करने के बाद निकल गये, तब पुलिसकर्मियो को उनके बारे में पता चला। इसके बाद उनलोगों हाथ-पांव फूलने लगे।बाद में जब थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनवी को जानकारी हुई तो वो थाने पहुंच अफसरों व कांस्टेबल को खरी खोटी सुना....बोले नौकरी लेकर ही तुमलोग दम लोगे।
पुलिस ऑफिस में तलब किये गये
थानाध्यक्ष सोमवार को एसएसपी के ऑफिस पहुंचते ही सबको लेकर पहुंच गये। बाहर काफी देर खड़े रहने के बाद तलब किये गये।एसएसपी बाबू राम ने पुलिसकर्मियों से कहा कि थाने में आम आदमी से ऐसा व्यवहार अमानवीय है। मानवीय संवेदना से इतर ऐसे बुरा व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों की काउंसिलिंग की जा रही है। काउंसिलिंग बाद कार्रवाई भी की जाएगी। एसएसपी ने कहा कि गलत करने वाले किसी थाने में कोई भी पुलिस अफसर हो या पुलिसकर्मी वो बचेंगे नहीं।अपनी कार्यकुशलता दिखा बेहतर करने की कोशिश करें। ऐसे कुशल पुलिसकर्मियों और अफसरों को पुरस्कृत भी किया जायेगा।
एसएसपी ने बताया कि रात में औचक निरीक्षण के दौरान वे इशाकचक, कोतवाली, तातारपुर, नाथनगर, यूनिवर्सिटी, ललमटिया थाना पहुंचे जहां ओडी पदाधिकारी और संतरी ड्यूटी पर तत्पर पाये गये और उनका व्यवहार भी अच्छा था। इसलिए उन सभी अफसरों व पुलिसकर्मियो को पुरस्कृत किया जायेगा।