बिहार: 17 साल के नीतीश के मुंह में 82 दांत, जबड़े में ट्यूमर, IGIMS के डॉक्टरों ने किया ऑपरेशन
आईजीआईएमएस की मैग्जिलोफेशियल यूनिट ने शुक्रवार को जबड़े के बाहरी हिस्से से लगभग 82 छोटे-छोटे दांतों से भरे हुए एक दुर्लभ ट्यूमर का जटिल आपरेशन किया गया।
पटना।आईजीआईएमएस की मैग्जिलोफेशियल यूनिट ने शुक्रवार को जबड़े के बाहरी हिस्से से लगभग 82 छोटे-छोटे दांतों से भरे हुए एक दुर्लभ ट्यूमर का जटिल आपरेशन किया गया।
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि भोजपुर जिले का 17 वर्षीय नीतीश कुमार पिछले पांच सालों से कॉम्प्लेक्स ओडोन्टोम नामक जबडे के एक ट्यूमर से ग्रसित था।कहीं सही इलाज नहीं मिल पाने पर पेसेंट आईजीआईएमएस आया था। सभी प्रारंभिक जांच के बाद उसकी बीमारी की पहचान करमैग्जिलोफेशियल यूनिट से डॉ. प्रियंकर सिंह ने अपने सहयोगी डॉ. जावेद इकबाल के साथ मिलकर यह जटिल ऑपरेशन किया। ट्यूमर के साथ लगभग 82 दांत जो ट्यूमर के अंदर थे, उन्हें बारीकी से निकाला गया।
डॉ. प्रियंकर सिंह और डॉ. जावेद इकबाल ने बताया कि यह जबड़े का अपने में एक बहुत असाधारण ट्यूमर है, जो अनुवांशिक कारणों की वजह से या जबड़े में चोट लगने की वजह से जबड़े एवं दांत के बनने की प्रक्रिया में विकृति आने से भी हो जाता है।सर्जरी करने वाले मैग्जिलोफेशियल यूनिट के डा. प्रियंकर सिंह और उनके सहयोगी डा. जावेद इकबाल ने बताया कि जांच में पता चल गया था कि ट्यूमर में दांत या दांत बनाने वाला पदार्थ है। सर्जरी के दौरान उसमें 82 से अधिक दांत मिले। जबड़े का यह आपरेशन अपने आप में इतिहास है। यह ट्यूमर अपने आप में असाधारण है।
ट्यूमर को बायोप्सी के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर पता चलेगा कि उसमें दांत कैसे विकसित हो रहे थे।इसे काम्प्लेक्स ओडोन्टोम नामक इस ट्यूमर को दुर्लभ माना जाता है। डा. मनीष मंडल ने बताया कि मैग्जिलोफेशियल यूनिट ने इस जटिल सर्जरी को अंजाम दे कीर्तिमान स्थापित किया है। एनेस्थेसिया की तरफ से डॉ. गणेश एवं डॉ. माधुरी रहे। डायरेक्टर डॉ. एनआर विश्वास व एचओडी डॉ. एके शर्मा ने पूरी टीम को बधाई दी।