Bihar: भाकपा माओवादी के टॉप लीडर प्रमोद मिश्रा दो साथियों के साथ अरेस्ट, गया से पकड़े गये
बिहार पुलिस ने गया-औरंगाबाद बोर्डर से प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रमोद मिश्रा व कुख्यात नक्सली प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन उर्फ शुक्ला, उर्फ कन्हैया उर्फ जगन उर्फ नूर बाबा उर्फ अग्नि उर्फ बान बिहारी को उसके दो अन्य साथियों के साथ अरेस्ट किया है।
- प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रमोद मिश्रा एवं अनिल यादव को बिहार एसटीएफ गया पुलिस एवं सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने दबोचा
सीआरपीएफ की कोबरा टीम प्रमोद से कर रही है पूछताछ - निशानदेही पर कई ठिकानों पर रेड
- प्रमोद मिश्रा पर भी एक करोड़ रुपये का इनाम रखने वाली थी झारखंड पुलिस
रांची। बिहार पुलिस ने गया-औरंगाबाद बोर्डर से प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रमोद मिश्रा व कुख्यात नक्सली प्रमोद मिश्रा उर्फ सोहन उर्फ शुक्ला, उर्फ कन्हैया उर्फ जगन उर्फ नूर बाबा उर्फ अग्नि उर्फ बान बिहारी को उसके दो अन्य साथियों के साथ अरेस्ट किया है।
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बिहार पुलिस पकड़े दये नक्सिलियों से गुप्त ठिकाने पर पूछताछ कर रही है। बिहार में नक्सलियों को पकड़े जाने की सूचना झारखंड पुलिस के सीनीयर अफसरों को मिल गयी है। हालांकि इस मिशन को फिलहाल गुप्त रखा गया है।प्रमोद कुमार मिश्रा मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद जिले के रफीगंज थाना क्षेत्र के कासमा गांव का रहने वाला है। उसका लंबे समय तक सारंडा में कार्यक्षेत्र रहा है। वर्तमान में वह झारखंड-बिहार बोर्डर पर छकरबंधा में माओवादियों को मजबूत करने में जुटा था।
2004 में केंद्रीय समिति सदस्य बना था प्रमोद
प्रमोद मिश्रा को नक्सली संगठन में वर्ष 2004 में केंद्रीय समिति सदस्य के रूप में शामिल किया गया था। उसे वर्ष 2007 में पोलित ब्यूरो सदस्य बनाया गया था। वह 11 मई, 2008 को धनबाद जिले के विनोद नगर से अरेस्ट हुआ था। उसे कोर्ट ने सबूत के अभाव में वर्ष 2017 में रिहा कर दिया था। इसके बाद से ही वह क्षेत्र में फिर सक्रिय हो गया था। उस पर पुलिस पर हमले व कई नरसंहार का मास्टरमाइंड माना जाता है।
मिसिर बेसरा से हो गया था प्रमोद का अनबन
झारखंड के सरायकेला-खरसांवा क्षेत्र से एक करोड़ के इनामी पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस उर्फ किशन दा उर्फ मनीष उर्फ बूढ़ा उर्फ निर्भय मुखर्जी उर्फ काजल उर्फ महेश को झारखंड पुलिस ने 12 नवंबर, 2021 को गिरफ्तार किया था। उसके साथ उसकी पत्नी शीला मरांडी भी पकड़ी गई थी। प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के बाद पोलित ब्यूरो सदस्य पद के दावेदार में प्रमोद मिश्रा सबसे आगे चल रहा था।
प्रमोद पर एक करोड़ का इनाम रखने वाली थी झारखंड पुलिस
प्रमोद मिश्रा माओवादी ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का प्रमुख बनना चाहता था। इस पद को लेकर पोलित ब्यूरो सदस्य मिसिर बेसरा से प्रमोद मिश्रा का अनबन हो गया था। झारखंड पुलिस प्रमोद मिश्रा पर भी एक करोड़ रुपये का इनाम रखने वाली थी। अभी मामला विचाराधीन था, इसी बीच वह पकड़ा गया है। ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का मुख्यालय सारंडा रहा है, जिसमें झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, यूपी, बंगाल व उत्तर पूर्वी क्षेत्र के अन्य स्टेट आते हैं।
प्रमोद की निशानदेही पर चल रही है रेड
प्रमोद मिश्रा एवं अनिल यादव को बिहार एसटीएफ, गया पुलिस एवं सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने गया जिले के टिकारी थाना क्षेत्र से पकड़ा है। पकड़े गये नक्सली से सीआरपीएफ की कोबरा टीम प्रमोद से पूछताछ कर रही है। उसकी निशानदेही पर नक्सली संगठन से जुड़े अन्य सहयोगियों और हथियारों का पता लगाने के लिए गया जिले के इमामगंज, बांकेबाजार और डुमरिया थाना क्षेत्र में एक साथ कई ठिकानों पर रेड की जा रही है।
कई कांडों में वांछित हैं नक्सली प्रमोद व अनिल
गया एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि विगत दिनों से ऐसी सूचना प्राप्त हो रही थी कि कुख्यात नक्सली प्रमोद मिश्रा एवं अनिल यादव टिकारी अनुमंडल के विभिन्न थाना क्षेत्रों में भ्रमणशील रहकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। इस सूचना के सत्यापन तथा आवश्यक कार्यवाही हेतु एक विशेष टीम (गया पुलिस एवं अन्य सुरक्षा एजेंसी) का गठन किया गया, जिसके द्वारा प्रभावी आसूचना संकलित करते हुए कुख्यात नक्सली प्रमोद मिश्रा पिता स्व. तपेश्वर मिश्रा गांव कस्मा थाना कस्मा जिला औरंगाबाद एवं अनिल यादव पिता अर्जुन यादव सा. असुरइन थाना लूटूआ जिला गया को अरेस्ट किया गया। उक्त दोनों गिरफ्तार नक्सली कई कांडों के वांछित आरोपित है तथा उक्त दोनों नक्सली के विरुद्ध कांड दर्ज करते हुये अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। उक्त दोनों नक्सलियों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई भी की जा रही है।