- 25 लाख की मांगी गयी थी फिरौती
पटना। बिहार के पटना जंक्शन से कथित रूप से किडनैप हुए मोबाइल कंपनी के के सेल्स एक्जीक्यूटिव सुमन सौरभ (38 वर्ष) को रेल पुलिस ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से खोज निकाला। सुमन के लापता होने का सनहा चार मार्च को उसके परिजनों ने पटना जीआरपी में दर्ज करवाया था।
भागलपुर सहित अन्य जगहों पर खोजबीन करनेके बाद जब सुमन का कोई अता पता नहीं चला तो परिजनों ने छह मार्च को पटना जीआरपी में उसके किडनैप की एफआईआर का आवेदन दिया। सुमन सौरव भागलपुर के तेतारपुर मैनेजर सुमन सौरव के परिवार को फिरौती के लिए मैसेज भी आया । व्हाट्सएप मैसेज में दो दिन के अंदर 25 लाख रुपये मांगे गये। कहा गया कि पैसे नहीं मिलने पर परिवार वाले सुमन से हाथ धो बैठेंगे। की भी बात सामने आई थी। इसके बाद रेल पुलिस हरकत में आयी और कथित किडनैप सुमन सौरभ की तलाश शुरू की गयी।
पुलिस सोर्सेज के अनुसार प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि सुमन का किडनैप नहीं किया गया था। पुलिस सभी पहलुओं पर इस मामलेकी छानबीन कर रही है। पटना से रेल पुलिस की एक टीम सुमन सौरभ लाने आसनसोल गयी थी। पुलिस की टीम देर रात सुमन को लेकर पटना लौट गयी है। सुमन के दूसरे स्टेट में होने की जानकारी मिलने के बाद बिहार रेल पुलिस हेडक्वार्टर इसकी मॉनिटरिंग कर रहा था।आईजी और एसपी रैंक के अफसर भी मामले पर नजर रख रहे थे।
वॉट्सऐप पर मांगी गयी थी 25 लाख की फिरौती
रेल पुलिस की टीम ने छानबीन शुरू की तो सीसीटीवी कैमरे से पता चला कि वह नौ नंबर प्लेटफार्मपर खड़ा था जहां पश्चिम बंगाल की ओर जानेवाली ट्रेन लगी थी। इसके बाद सुमन धनबाद होतेहुए पश्चिम बंगाल की ओर जाने वाली ट्रेन में सवार हो गया। रेल पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे को खंगाला, जिसके बाद यह पता चला कि आसनसोल में वह ट्रेन से उतरा है। बिहार रेल पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस से मदद ली और सुमन को बरामद कर लिया गया।
रेल एडीजी बीएस मीणा ने कहा कि मोबाइल कंपनी के मैनेजर को बरामद करनेवाली पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जायेगा।सुमन की वाइफ ने छह मार्च को पटना जीआरपी में सुमन के किडनैपिंग की एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद रेलपुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की।
एक मोबाइल ऑन था और दूसरा ऑफ
रेल पुलिस की एसआईटी ने जब जांच आगे बढाई तो पता चला कि सुमन के पास दो मोबाइल थे। एक ऑन था और दूसरा ऑफ। रेल पुलिस नेटेक्निकल सर्विलांस के जरियेउसका लोकेशन पता किया। रेल पुलिस की एसआईटी का नेतृत्व डीएसपी रैंक के अफसर कर रहे थे। कथित अपहृत सुमन को रेल पुलिस की एसआईटी ने ढूंढ़ निकाला है।