बिहार: मधेपुरा के फर्जी कालगर्ल सप्लायर मामले में छह पुलिसकर्मी सस्पेंड, DSP को क्लीन चिट
बिहार के मधेपुरा एसपी के मोबाइल चोरी और कालगर्ल कनेक्शन का 'डीआइजी शिवदीप लांडे ने बुधवार को खुलासा कर दिया है। मामले में मधेपुरा के डीएसपी हेडक्वार्टर अमरकांत चौबे को कालगर्ल कनेक्शन पर क्लिनचिट दे दी गयी। जबकि मोबाइल चोरी में लापरवाही बरतने के आरोप में पद से हटाने व डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग शुरु करने की अनुशंसा की गई है। एसडीपीओ अजय नारायण यादव को सस्पेंड करने व विभागीय कारवाई प्रारंभ करने की अनुशंसा की गयी है।
पटना। बिहार के मधेपुरा एसपी के मोबाइल चोरी और कालगर्ल कनेक्शन का 'डीआइजी शिवदीप लांडे ने बुधवार को खुलासा कर दिया है। मामले में मधेपुरा के डीएसपी हेडक्वार्टर अमरकांत चौबे को कालगर्ल कनेक्शन पर क्लिनचिट दे दी गयी। जबकि मोबाइल चोरी में लापरवाही बरतने के आरोप में पद से हटाने व डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग शुरु करने की अनुशंसा की गई है। एसडीपीओ अजय नारायण यादव को सस्पेंड करने व विभागीय कारवाई प्रारंभ करने की अनुशंसा की गयी है।
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डीआईजी शिवदीप लांडे ने ने बुधवार को सहरसा में प्रेस कांफ्रेंस उक्त जानकारी दी। डीआइजी ने बताया सहरसा सदर पुलिस स्टेशन में महिला का वीडियो रिकार्ड किया गया था। रिकार्डेड वीडियो को मधेपुरा टेक्निकल सेल के प्रभात ने धीरेंद्र को भेजा। धीरेंद्र ने एसडीपीओ अजय नारायण यादव को भेजा। इसके बाद एसडीपीओ द्वारा वीडियो को वायरल कराया गया। डीआइजी ने इस मामले में सहरसा सदर पुलिस स्टेशन के एसआइ बृजेश कुमार चौहान, मधेपुरा टेक्निकल सेल के प्रभात को सस्पेंड कर दिया है।
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वायरल वीडियो के मामले में मधेपुरा एसडीपीओ दोषी
डीआइजी द्वारा सुपौल एसपी के नेतृत्व में बनाये गये जांच टीम की रिपोर्ट में डीएसपी हेडक्वार्टर अमरनाथ चौबे के विरूद्ध महिला द्वारा लगाये गये आरोप को बेबुनियाद पाया गया। महिला के वीडियो को वायरल करने में एसडीपीओ अजय नारायण यादव व अन्य को दोषी पाया गया है। एसडीपीओ को विभाग की छवि धूमिल करने के आरोप में सस्पेंड करने व विभागीय कारवाई प्रारंभ करने की अनुशंसा की गई है। वहीं एसपी के सरकारी मोबाइल की चोरी मामले में महज सनहा दर्ज करने व उचित कारवाई नहीं करने के कारण डीएसपी विरूद्ध विभागीय कार्रवाई चलाने की अनुशंसा विभाग से की गई है।