इंडिया-नेपाल बोर्डर पर मवेशी खोजने गये युवक को नेपाली पुलिस ने गोली मारी, चार राउंड फायरिंग की
बिहार के किशनगंज जिले के टेढ़ागाछ ब्लॉक के इंडिया-नेपाल बोर्डर पर शनिवार रात नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स के जवानों मवेशी खोज रहे एक भारतीय किसान को गोली मार दी।
घायल युवक का पूर्णिया में चल रहा है इलाज
पटना। बिहार के किशनगंज जिले के टेढ़ागाछ ब्लॉक के इंडिया-नेपाल बोर्डर पर शनिवार रात नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स के जवानों मवेशी खोज रहे एक भारतीय किसान को गोली मार दी। खनियाबाद पंचायत के माफी टोला निवासी जीतेंद्र कुमार नामक युवक के कंधे में गोली लगी , जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पहले पीएचसी टेढ़ागाछ में प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने गम्भीर स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल किशनगंज रेफर कर दिया। युवक को फिर पूर्णिया रेफर कर दिया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
बताया जाता है कि जितेंद्र कुमार सिंह (31) बॉर्डर के समीप अपने खेत में काम कर रहे थे। धानरोपणी के बाद शाम को जब वे हल-बैल लेकर घर लौटने लगे तो रास्ते से एक बैल वापस खेत की ओर भाग गया। वह बैल को खोजते-खोजते नेपाल बॉर्डर पिलर संख्या 152/151 के मध्य नो मेंस लैंड के समीप पहुंच गया। नेपाल आर्म्ड फोर्स के जवानों ने मवेशी तस्कर समझकर उसे दबोच लिया। इसके बाद जितेंद्र ने शोर मचाया। पुलिस ने फायरिंग कर दी। नेपाली पुलिस की चार राउंड फायरिंग की जिसमें से एक गोली जितेंद्र कुमार को लगी।
फायरिंग से बोर्डर एरिया के समीप बसे लोगों में दहशत का माहौल है। घटना की सूचना मिलते ही एसएसबी 12 वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट ललित कुमार माफी टोला पहुंच मामले की जानकारी ली। कमोंडेंट ने ग्रामीणों और ईपीएफ के साथ कॉर्डिनेशन बैठक की। कमांडेंट ने कहा कि फिलहाल माहौल शांतिपूर्ण है। मामले को लेकर ग्रामीणों व नेपाल आर्म्ड फोर्स के साथ बैठक की जायेगी।
जून में गोलीबारी में एक की हुई थी मौत
सीतामढ़ी से सटे नेपाल बोर्डर पर जून में नेपाल पुलिस की फायरिंग में मे चार भारतीय घायल हो गये थे। एक की मौत हो गयी थी। नेपाल पुलिस एक इंडियन को पकड़ अपने साथ ले गई थी। बाद में उसे मुक्त किया गया था।