पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला: पंजाब डीजीपी समेत एक दर्जन से अधिक सीनीयर ऑफिसर्स तलब
पीएम नरेद्र मोदी की सिक्युरिटी में पांच जनवरी हुए चूक के मामले पर सेंट्रल होम मिनिस्टरी द्वारा गठित तीन टीम ने फिरोजपुर पहुंचकर अपनी जांच शुरू कर दी है। जांच तेज कर दी है। टीम ने पंजाब डीजीपी समेत एक दर्जन से अधिक सीनीयर ऑफिसर्स को तलब किया है।
- सेंट्रल होम मिनिस्टरी द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति ने अफसरों को फिरोजपुर बुलाया
- जब पीएम की सड़क मार्ग से जाने की नहीं थी योजना तो अचानक क्यों बदला प्लान: सिद्धू
नई दिल्ली। पीएम नरेद्र मोदी की सिक्युरिटी में पांच जनवरी हुए चूक के मामले पर सेंट्रल होम मिनिस्टरी द्वारा गठित तीन टीम ने फिरोजपुर पहुंचकर अपनी जांच शुरू कर दी है। जांच तेज कर दी है। टीम ने पंजाब डीजीपी समेत एक दर्जन से अधिक सीनीयर ऑफिसर्स को तलब किया है।
धनबाद: झरिया में फ्रेंड्स ऑफ आनन्द का जनाक्रोश सम्मेलन, MLA बेटे के साथ कोयलांचल पहुंची लवली आनंद
सेंट्रल की इस टीम ने ये टीम सबसे पहले फिरोजपुर - मोगा हाईवे पर बने उस फ्लाईओवर पर पहुंची, जहां पर पीएम मोदी के काफिले को रोका गया था।टीम ने शुक्रवार को एडीजीपी साइबर क्राइम नागेश्वर राव से 50 मिनट तक पूछताछ की।केंद्र की जांच टीम सुबह करीबन 10.20 पर फिरोजपुर के गांव प्यारेआना के उस फ्लाईओवर पर पहुंची, जहां बुधवार को किसानों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का काफिला रोका था। 40 मिनट तक चली जांच में अधिकारियों ने फ्लाईओवर के उन प्वाइंट की जांच की, जहां से किसान मुख्य मार्ग पर चढ़े थे। इसके बाद बीएसएफ हेडक्वार्टर फिरोजपुर में जांच टीम की सेक्रेटरी (सिक्योरिटी) कैबिनेट सेक्रेट्रीएट सुधीर कुमार सक्सेना लीड कर रहे थे।आइबी के ज्वाइंट डायरेक्टर बलबीर सिंह, एसपीजी के आइजी एस सुरेश टीम में शामिल थे।
कमेटी शुक्रवार को सुबह चार बजे बीएसएफ हेडक्वार्टर पहुंच गई थी।टीम ने नेशनल हाईवे सहित बीएसएफ, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ करीब 40 मिनट तक रोड के नक्शे को लेकर गहनता से जांच की। अफसरों ने वायरल हुई वीडियो फुटेज और फोटो के आधार पर उस जगह की रेकी की, जिस जगह पीएम की गाड़ी खड़ी रही, उसके आसपास की सुरक्षा व्यवस्था जांचने के बाद बुधवार को ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों और मुलाजिमों से भी पूछताछ की गई। जांच टीम ने स्पाट साइट पर यह पता लगाने की कोशिश की आखिर किस रास्ते से प्रदर्शनकारी किसानों का काफिला पुल पर चढ़ा और कितनी दूरी तक जाम लगा रहा। टीम द्वारा किये जा रहे सवालों के जवाब देने में पुलिस अफसर भी नाकाम दिख रहे थे। टीम ने बीएसएफ हेडक्वार्टर में पुलिस अधिकारियों के साथ पूछताछ की। इस पूछताछ में फिरोजपुर सहित मोगा, बठिंडा, फरीदकोट के अफसर बताये जा रहे हैं। एडीजीपी साईबर क्राइम नागेश्वर राव से टीम सदस्यों ने करीब 50 मिनट तक पूछताछ की।
जांच टीम ने हुसैनीवाला स्थित शहीदी स्थल का भी दौरा किया, जहां पर प्रधानमंत्री ने सबसे पहले शहीद-ए-आजम भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू, बटुकेश्वर दत्त को श्रद्धासुमन अर्पित करने थे। टीम ने समाधि स्थल सहित उसके आसपास के वातावरण का भी दौरा किया।
पुलिस के 14 अफसर किये गयेथे तलब
पीएम की सिक्योरिटी में सेंध के कारण पता करने के लिए जांच टीम ने पंजाब पुलिस के 14 अफसरों को बीएसएफ हेडक्वार्टर पहुंचने के निर्देश दिये थे। पंजाब के चीफ सेक्रेटरी अनिरुद्ध तिवारी को लिखे पत्र में ज्वाइंट सेक्रेटरी सिक्योरिटी डी साई अमुथा देवी ने डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपध्याय, एडीजीपी साइबर क्राइम नागेश्वर राव, एडीजीपी जितेंद्र जैन, आइजी पटियाला मुखविंदर सिंह छीन्ना, डीआइजी फिरोजपुर रेंज इंद्रबीर सिंह, डीआइजी फरीदकोट सुरजीत सिंह, डीसी फिरोजपुर दविंदर सिंह, एसएसपी फिरोजपुर हरमनदीप सिंह हांस, एसएसपी मोगा चरणजीत सिंह सोहल, कोटकपूरा के डयूटी मेजिस्ट्रेट वरिंदर सिंह, लुधियाना के ज्वाइंट कमिश्रर अंकुर महेन्द्रू, डीसी बठिंडा एपीएस संधू, एसएसपी बठिंडा अजय मलूजा सहित वीवीआइपी कंट्रोल रूम फिरोजपुर के इंचार्ज को 10 बजे बीएसएफ हेडक्वार्टर में पेश होने के निर्देश दिये थे।
एक-दूसरे पर डाल रहे जिम्मेदारी
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय की टीम के सामने दस्तावेजों के साथ पेश हुए पुलिस अधिकारियों ने स्वयं को बचाने के लिए एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते रहे। टीम सदस्यों ने पुलिस के आफिशियल से सभी डाक्यूमेंट लेकर उनकी रीडिंग शुरू कर दी है, ताकि सही निर्णय पर पहुंचा जा सके।
सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई
पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट भी सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हीमा कोहली की बेंच ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को पीएम मोदी के दौरे का रिकार्ड सुरक्षित रखने के लिए कहा है। कोर्ट ने पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सभी सबूत जुटाने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने इस मामले में केंद्र और पंजाब दोनों को जांच में सहयोग देने के लिए कहा है।
पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर केंद्र और राज्य के बीच आरोप- प्रत्यारोप
पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर केंद्र और राज्य के बीच आरोप- प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं। जब पीएम मोदी उन कार्यक्रमों के लिए बठिंडा गये थे, जिसमें फिरोजपुर में एक रैली भी शामिल थी। पीएम मोदी का बुधवार पांच जनवरी को पंजाब के फिरोजपुर में एक कार्यक्रम था। खराब मौसम की वजह से पीएम मोदी को हेलीकाप्टर से रैली स्थल तक जाने की बजाय उनका काफिला दो घंटे की यात्रा के लिए सड़क मार्ग से रवाना हुआ। रैली स्थल से लगभग 10 किमी दूर किसानों के विरोध के कारण पीएम का काफिला फ्लाईओवर पर फंस गया था। 20 मिनट के इंतजार के बाद पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रमों को रद करते हुए वापस मुड़े और चले गये।पंजाब में हुई इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस लगातार बीजेपी के निशाने पर हैं। ऐसे में पंजाब सरकार की तरफ से भी इस पूरे मामले की जांच को लेकर एक हाई लेवल कमेटी का गठन किया गया है।
जब पीएम की सड़क मार्ग से जाने की नहीं थी योजना तो अचानक क्यों बदला प्लान: सिद्धू
पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि बड़ी चालाकी से मामले को डायवर्ट किया जा रहा है। पीएम की सुरक्षा क्या केवल पंजाब पुलिस तक सीमित है, क्या इसमें रा, आइबी की कोई भूमिका नहीं है। सिद्धू ने कहा कि जब यह प्लान ही नहीं था कि पीएम सड़क मार्ग से जायेंगे तो यह प्लान कब और कैसे बदला।
Plot to defame Punjab, Punjabis and Punjabiyat ! Security issue to save humiliation of Prime Minister … Empty chairs real reason | Press Conference https://t.co/e45si5o2yB
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) January 7, 2022
नवजोत सिंह सिद्धू ने चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बीजेपी पहली बार ऐसा नहीं कर रही। किसानों को एक साल तक आतंकवादी, खालिस्तानी का नाम दिया। देवता स्वरूप किसानों को आंदोलनजीवी तक कहा। पंजाब में 60 प्रतिशत किसान इनके विरोध में तो खड़े हो सकते हैं, लेकिन एक भी आदमी ऐसा नहीं होगा जिससे इनको जान का खतरा है। यह कहना है कि इनकी जान को खतरा है यह पंजाबियों पर कालिख पोतने का प्रयास है।सिद्धू ने कहा कि प्रधानमंत्री जी आप सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के ही नहीं हैं। आप सबके प्रधानमंत्री है। आपकी जान की कीमत देश का बच्चा-बच्चा जानता है। आप ये कहकर कि यहां आपकी जान को खतरा था इस राज्य का, इसकी पंजाबियत का अपमान कर रहे हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब में भाजपा का कोई जनाधार नहीं है। बस वह पंजाब को बदनाम कर दूसरे राज्यों में जैसे यूपी लड़ना चाहते हैं। जहां भी भाजपा ऐसे स्वांग रचाती है तो वहां मुद्दे पीछे हो जाते हैं। पिछले दो दिन से ऐसा ही अब पंजाब में हो रहा है। क्या कोई बेरोजगारी, आने वाली पीढ़ी के भविष्य पर कोई बात कर रहा है। सिद्धू ने कहा कि भाजपा ने ऐसे कुछ तोते रखे हुए हैं जो इनकी भाषा बोलते रहते हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी हैं। भाजपा की फिरोजपुर रैली में 70 हजार कुर्सी लगाई गई थी, लेकिन पंडाल खाली था, इसलिए सुरक्षा को बहाना बनाया जा रहा है।नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब देश की ढाल है, इसलिए उस पर तोहमतें लगाना बंद करो। भाजपा पंजाबियों को बदनाम करने का प्रयास कर रही है, क्योंकि वह जानती है कि पंजाब में उनका कोई साथ नहीं देगा, इसीलिए पंजाब में राष्ट्रपति लगाने की बातें कर रहे हैं। इन्हें पता है कि इसी तरह से हम दिल्ली से पंजाब पर अपना शासन चला सकते हैं। सिद्धू ने कहा कि इस तरह की हरकतें पंजाब के चुनाव के समय ही क्यों होती हैं। सिद्धू ने कहा कि पीएम की सुरक्षा में कितनी एजेंसियां जुड़ी हुई हैं और वह किसी की नहीं सुनते। क्या उन्हें निर्देश देने की जरूरत है।