Dhanbad: अजय रवानी का सिंह मेंशन या प्रिंस खान से नहीं है संबंध , राजेश यादव हमलाकांड में केंदुआडीह पुलिस ने भेजा जेल
झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह के मौसेरे देवर हर्ष सिंह के एक्स ड्राइवर अजय रवानी उर्फ अजय राम से पुलिस पूछताछ में कई नयी जनकारी नहीं मिली है। पुलिस पूछताछ में अजय रवानी का सिंह मेंशन या गैंगस्टर प्रिंस खान से संबंध होने की पुष्टि नहीं हुई है। अजय रवानी उर्फ अजय राम गैंगस्टर अमन सिंह गैंग से जुड़ा हुआ है। केंदुआडीह पुलिस ने रविवार को राजेश यादव हमलाकांड में जेल भेज दिया है। पुलिस ने अजय रवानी को कोर्ट में पेश किया। प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी राकेश रोशन ने अजय को 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया।
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- गैंगस्टर अमन सिंह गैंग से जुड़ा था अजय रवानी उर्फ अजय राम
- कोयला चोरी में जा चुका है जेल
- पांच वर्ष से चला रहा था हर्ष सिंह की गाड़ी
धनबाद। झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह के मौसेरे देवर हर्ष सिंह के एक्स ड्राइवर अजय रवानी उर्फ अजय राम से पुलिस पूछताछ में कई नयी जनकारी नहीं मिली है। पुलिस पूछताछ में अजय रवानी का सिंह मेंशन या गैंगस्टर प्रिंस खान से संबंध होने की पुष्टि नहीं हुई है। अजय रवानी उर्फ अजय राम गैंगस्टर अमन सिंह गैंग से जुड़ा हुआ है। केंदुआडीह पुलिस ने रविवार को राजेश यादव हमलाकांड में जेल भेज दिया है। पुलिस ने अजय रवानी को कोर्ट में पेश किया। प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी राकेश रोशन ने अजय को 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया।
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राजेश यादव पर 13 फरवरी 23 को जानलेवा हमला हुआ था पुलिस ने मौके से चार खोखा व एक जिंदा गोली बरामद किया था। राजेश यादव के शिकायत पर शीतल यादव विजय यादव विनोद यादव एवं अजय यादव के खिलाफ केंदुआडीह पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई थी। पुलिस इन्विस्टीगेशन के दौरान अजय रवानी को पकड़ा गया। अजय ने पुलिस को दिये गये अपने बयान में कई सनसनीखेज खुलासे किये हैं। हालांकि अजय ने पुलिस को दिये गये बयान में अमन गैंग की कोई प्लानिंग की जानकारी नहीं दी है। किसी की मर्डर की योजना की भी खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस ने अजय का स्वीकारोक्ति बयान कोर्ट में सौंपा है।
आरोपी अजय का स्वीकारोक्ति बयान
आरोपी अजय राम उर्फ अजय रवानी ने केंदुआडीह पुलिस स्टेशन के एसआई किशोर कुमार के समक्ष दिए अपने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि वह मूल रूप से ग्राम लोहरी चौपारण हजारीबाग का रहने वाला है। उसका एक भाई संजय रवानी व चार बहने हैं। वह खुद ड्राइवर है । शराब गांजा, सिगरेट पीना उसकी आदत है। उसके अपराधिक दोस्तों में लोयाबाद निवासी सागर कुमार नोनिया, विजय सिंह, प्रवीण रवानी उर्फ लेदु,यूपी निवासी अमन सिंह ,अरुण कुमार साव, चास निवासी राहुल सिंह एवं लोयाबाद निवासी मोनू सिंह है। पुलिस को दिये गये बयान में अजय ने कहा है कि वर्ष 2013 में वह कोयला चोरी के केस में जेल गया था। पिछले पांच वर्षों से धैया के रहने वाले हर्ष सिंह का वह गाड़ी चलाता है। हर्ष सिंह के कहने पर वह कभी-कभी झरिया विधायक मैडम का भी गाड़ी चलाता था। उसकी दोस्ती लोयाबाद के रहने वाले भोलू सिंह, प्रवीण कुमार, विजय एवं सागर सिंह से हुई। यह लोग कोयला चोरी कर कर बेचते और अपना जीवन यापन करते हैं। यह लोग एक दूसरे के हमेशा टच में रहते हैं।
विजय सिंह ने अजय को कराया था अमन सिंह से बात
अजय ने पुलिस को बताया कि भोलू सिंह अभी हजारीबाग जेल में बंद है। वह उनसे मिलने हजारीबाग जेल गया था व्हाट्सएप कॉल से बातचीत होती रहती है। विजय सिंह जेल में बंद कुख्यात अमन सिंह से बात करता है। विजय सिंह ने उसे भी अमन सिंह से बात करवाया है। बातचीत के दौरान अमन सिंह ने विजय सिंह को बोला था कि केंदुआ पुल के पास रहने वाला राजेश यादव बड़ा कोयला व्यापारी है उसको पहले भी रंगदारी के लिए फोन किए थे लेकिन वह रंगदारी नहीं दे रहा है उसको जान से मारना है। दिन याद नहीं है नौ या 10 फरवरी को विजय सिंह ने हमको बोला कि बोकारो जाओ। वहां राहुल और अरुण बोकारो बस स्टैंड के पास खड़ा होगा उसको लेकर अपने घर आ जाओ। उसी दिन लगभग 10:11 बजे विजय सिंह के पल्सर बाइक से वह बोकारो गया वहां पर विजय सिंह के बताए अनुसार दोनों लोग को बस स्टैंड के पास से लेकर बाइक पर बैठाकर साथ में अपने घर भटमुड़ना ले आया। उसी दिन शाम 3:4 बजे विजय सिंह और प्रवीण कुमार उर्फ लेदु एक बाइक से उसका घर भटमुड़ना आये। वही हमको पता चला कि राहुल सिंह और अरुण साव अमन सिंह का शूटर है ।वहां पर कुछ देर रुकने के बाद विजय सिंह,लेधू ,राहुल सिंह और अरुण दो बाइक पर सवार हो आया फिर राहुल ,अरुण और लेदु एक ही बाइक में सवार होकर निकल गया। यह लोग दिन भर बाहर रहकर राजेश यादव का रेकी करता था। रेकी करने में सागर नोनिया भी जाता था। फिर रात में उसके घर से सटे ससुराल के खाली घर में जाकर रहता था।
राजेश यादव को मारने की थी प्लानिंग
अजय ने पुलिस को बताया है कि 12 फरवरी को विजय सिंह, प्रवीण कुमार उसके घर पर लगभग आठ बजे रात में आया और वही तय हुआ कि कल राजेश यादव को मार देना है। उसी रात लगभग 11:00 बजे विजय सिंह और लेदु दोनों शूटर राहुल सिंह एवं अरुण साव को अपने साथ लेकर चले गये। अगले दिन विजय ने उसको बताया कि राजेश यादव पर गोली चला लेकिन वह बच गया। गोली राहुल सिंह और अरुण साव ने चलाया। मोटरसाइकिल लेदू चला रहा था। गोली चलाने के बाद लेदु ने मोटरसाइकिल से ही राहुल सिंह और अरुण साव को बोकारो ले जाकर छोड़ दिया। गोली चलने के कुछ दिन बाद फिर विजय सिंह ,सागर नोनिया एवं प्रवीण ने मिलकर राजेश यादव को मोबाइल से धमकी दिया कि पैसा दो नहीं तो जान से मार देंगे। धमकी विजय सिंह ने फोन लगाकर राजेश यादव को दिया था। बाद में पुलिस ने सागर नोनिया को पकड़ लिया सागर के पकड़ने के बाद विजय सिंह ने अपना मोटरसाइकिल उसे दे दिया और बाहर भाग गया। वह विजय सिंह के मोटरसाइकिल से घर से धनबाद जा रहा था कि जोगता पुलिस ने मोटरसाइकिल चेकिंग के दौरान उसे पकड़ लिया। उसके पास मोटरसाइकिल का कागज नहीं था। अजय ने अपने बयान में बताया कि यह वही मोटरसाइकिल है जिसका इस्तेमाल राजेश यादव के घर का रेकी के इस्तेमाल में और अपराधियों को लाने ले जाने में हुआ था। उसके पास उसके मोबाइल में अमन सिंह से बात करने का स्क्रीनशॉट भी है।