Umesh Pal Murder Case : अतीक के भाई अशरफ से साठगांठ में जिला जेल के जेलर, डिप्टी जेलर समेत सात सस्पेंड, एक अरेस्ट
उत्तर प्रदेश के बरेली जिला जेल में बंद माफिया अतीक के भाई अशरफ से साठगांठ में जेलर राजीव मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह, जेल वार्डर (सिपाही) शिवहरि अवस्थी, मनोज गौड़, ब्रजवीर सिंह, दानिश व दलपल सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। दूसरे डिप्टी जेलर कृष्ण मुरारी गुप्ता को नोटिस जारी किया गया है। जेल सुपरिटेंडेंट राजीव शुक्ला के विरुद्ध भी जांच रिपोर्ट भेजी गई, जिस पर शासन फैसला लेगा।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बरेली जिला जेल में बंद माफिया अतीक के भाई अशरफ से साठगांठ में जेलर राजीव मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह, जेल वार्डर (सिपाही) शिवहरि अवस्थी, मनोज गौड़, ब्रजवीर सिंह, दानिश व दलपल सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। दूसरे डिप्टी जेलर कृष्ण मुरारी गुप्ता को नोटिस जारी किया गया है। जेल सुपरिटेंडेंट राजीव शुक्ला के विरुद्ध भी जांच रिपोर्ट भेजी गई, जिस पर शासन फैसला लेगा।
वर्तमान में पीलीभीत जेल में तैनात आरक्षी मनोज गौड़ और बारादरी पुलिस स्टेशन एरिया के चक महमूद निवासी मोहम्मद सरफुद्दीन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इस मामले में आरक्षी शिवहरि अवस्थी को पहले ही सस्पेंड कर जेल भेजा जा चुका है।24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड से पहले आरोपितों ने बरेली जेल आकर अशरफ से कई बार मुलाकात की थी। जेल अफसरों की मिलीभगत से अशरफ के गुर्गों की बिना पर्ची मिलाई कराई जाती थी।
प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही माफिया अतीक अहमद उनके भाई अशरफ और उनके लोगों पर कार्रवाई का शिकंजा कसता जा रहा है।
बरेली जेल में 35 महीने से बंद अशरफ को उसका साला सद्दाम और पूर्वमेयर प्रत्याशी लल्ला गद्दी समेत कई लोग जेल में वीआईपी सुविधा दिलाते थे। जेल में बिना पर्ची के भी मुलाकात होती थी। जेल में सुविधा के नाम पर जेल कर्मियों को रुपये मिलने की बात सामने आई थी। इसके बाद आरक्षी शिव हरि अवस्थी, ऑटो चालक नन्हेंउर्फ दयाशंकर, अशरफ, सद्दाम और लल्ला गद्दी के खिलाफ बिथरी चैनपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके साथ सभी को जेल भेज दिया गया। अशरफ से जेल अफसर और कर्मचारियों की मिलीभगत का आरोप था। डीजी जेल को जांच सौंपी गई थी।