धनबाद: जज उत्तम आनंद मर्डर केस: ऑटो ड्राइवर और सहयोगी पर चलेगा मर्डर करने और साक्ष्य छुपाने का मुकदमा

धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश अष्टम उत्तम आनंद की मौत मामले में ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और सहयोगी राहुल वर्मा पर चलेगा मर्डर करने और साक्ष्य छुपाने का मुकदमा चलेगा।एसडीजेएम अभिषेक श्रीवास्तव की कोर्ट ने आरोपी ऑटो ड्राइवप और उसके सहयोगी के खिलाफ मर्डर करने एवं साक्ष्य छुपाने का आरोप प्रथमदृष्टया सत्य मानते हुए संज्ञान लिया। 

धनबाद: जज उत्तम आनंद मर्डर केस: ऑटो ड्राइवर और सहयोगी पर चलेगा मर्डर करने और साक्ष्य छुपाने का मुकदमा
  • सीबीआई दे सकती है पूरक चार्जशीट

धनबाद। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अष्टम उत्तम आनंद की मौत मामले में ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और सहयोगी राहुल वर्मा पर चलेगा मर्डर करने और साक्ष्य छुपाने का मुकदमा चलेगा।एसडीजेएम अभिषेक श्रीवास्तव की कोर्ट ने आरोपी ऑटो ड्राइवप और उसके सहयोगी के खिलाफ मर्डर करने एवं साक्ष्य छुपाने का आरोप प्रथमदृष्टया सत्य मानते हुए संज्ञान लिया। 

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घटना के दो दिन बाद से ही दोनों आरोपी ज्यूडिशिल में धनबाद जेल में बंद हैं। सीबीआई दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने 20 अक्तूबर को आरोपियों के खिलाफ मर्डर करने एवं साक्ष्य छुपाने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था। बाद में कोर्ट ने सीबीआई को मामले की संपूर्ण केस डायरी न्यायालय में जमा करने का निर्देश दिया था। इसके बाद सीबीआई की टीम ने एक बड़े बैग में केस डायरी तथा तमाम साक्ष्य को भरकर कोर्टके समक्ष पेश किया था। साक्ष्यों एवं केस डायरी का अवलोकन करने के बाद कोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ संज्ञान लिया है। दोनों के खिलाफ मर्डर और साक्ष्य छुपाने की धारा में मुकदमा चलेगा।अब जल्द ही केस का ब्योरा सुपुर्द कर ट्रायल शुरू किया जायेगा। इस मामले में सीबीआई इन्विस्टीगेशन जारी है। सीबीआई ने पूरक चार्जशीट सौंपने का संकेत भी दिया है।
मामले में दो-दो एफआइआर
सुगनी देवी ने पाथरडीह पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी ऑटो चोरी की FIR
धनबाद जिले के पाथरडीह पुलिस स्टेशन एरिया के भौरी खटाल की रहने वाली सुगनी देवी ने 29 जुलाई को अननोन के खिलाफ ऑटो चोरी के मामले में FIR दर्ज कराई थी। उसने पुलिस को बताया था कि 27 जुलाई की रात 11 बजे से तीन बजे के बीच अननोन चोरों ने उनकी ऑटो ( जेएच-10आर-0461 )की चोरी कर ली। काफी खोजबीन के बाद जब ऑटो पता नहीं चला, तो उसने 29 जुलाई को पाथरडीह पुलिस स्टेशन में ऑटो चारी की FIRदर्ज कराई।

घर से चोरी हो गई थी मोबाइल, पुलिस ने दर्ज नहीं की थी FIR 
धनबाद पुलिस स्टेशन एरिया  संत अंथोनी चर्च के समीप हिल कॉलोनी निवासी पूर्णेंदू विश्वकर्मा ने 29 जुलाई को धनबाद पुलिस स्टेशन में मोबाइल चोरी होने की कंपलेन की।उन्होंने पुलिस को दिये गये आवेदन में बताया था कि 28 जुलाई की रात वे घर का दरवाजा सटाकर सोए हुए थे, तभी चोरों ने उनके घर का दरवाजा खोलकर उनका तीन मोबाइल चोरी कर ली थी। पुलिस स्टेशन के मुंशी ने आवेदन को दबाकर रख दिया। कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। उन्होंने तीनों मोबाइल के सिमकार्ड को बंद करा दिया और नया सिमकार्ड आवंटित करवा लिया। जज मर्मोडर मामले में अरेस्ट किये गये ऑटो ड्राइवर लखन के सहयोगी के पास यह मोबाइल मिली। मोबााइल चोरी की कंपलेन आवेदन दाबकर रख देने के मामले में धनबाद पुलिस स्टेशन को मुंशी को सस्पेंड कर दिया गया।  इसके बाद 13 अगस्त को मोबाइल चोरी की एफआइआर दर्ज कराई।
नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग करायी गयी
जज मर्डर के मामले में ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसका सहयोगी राहुल कुमार वर्मा ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं। सीबीआइ ने मामले में दोनों आरोपी राहुल वर्मा और लखन वर्मा को गुजरात गांधीनगर ले जाकर नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग कराई गयी थी। इसके बाद दोनों आरोपियों को फिर से धनबाद कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था। बताया जाता है कि नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग के दौरान सीबीआई को कुछ ज्यादा कामयाबी हाथ नही लगी है।

फ्लैश बैक

उल्लेखनीय है कि 28 जुलाई को मॉर्निंग वॉक के दौरान धनबाद कोर्ट के जज उत्तम आनंद की ऑटो से टक्कर लगने से मौत हो गयी थी। जज उत्तम आनंद घर से सुबह पांच बजे के लगभग मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। घर वापस नहीं आने पर वाइफ कीर्ति सिन्हा ने रजिस्ट्रार को फोन कर इसकी सूचना दी। रजिस्ट्रार ने मामले की सूचना एसएसपी धनबाद को दी, जिसके बाद पुलिस जज को ढूंढने में रेस हो गयी।जज रणधीर वर्मा चौक के पास जज घायल मिले। उन्हें इलाज के लिए  SNMMCH ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।  इस मामले को पहलेरोड ए्क्सीडेंट माना गया लेकिन सीसीटीवी फुटेज में एक ऑटो को जानबूझकर धक्का मारते दिखने पर सनसनी फैल गई। रणधीर वर्मा चौक पर पांच बजकर आठ मिनट पर जज को  मिनट पर एक ऑटो ने धक्का मार दिया। हॉस्पीटल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। घटना का सीसीटीवी फुटेज देखने से ऐसा प्रतीत हुआ कि यह हादसा नहीं है। जज को जानबूझकर धक्का मारा गया। मामले में ऑटो ड्राइवर के खिलाफ मर्डर की एफआइआर दर्ज की गयी। पुलिस ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके साथी राहुल वर्मा को अरेस्ट कर ली। जज की मौत को सुप्रीम कोर्ट और झारखंड हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया। झारखंड सरकार द्वारा गठित एसआइटी ने मामले की जांच कर रही थी। झारखंड गवर्नमेंट की अनुशंसा पर मामले की जांच की जिम्मेवारी सीबीआइ को सौंप दी गई। अब सीबीआई मामले की जांच कर रही है। सीबीआइ ने जज की मौत मामले का सुराग देने वालों को 10 लाख रुपये इनाम की घोषणा की है। दोनों आरोपियों की ब्रेन मैपिंग समेत अन्य कऊ तरह की जांच कराये गये हैं। सीबीआइ जांच में साजिशकर्ता का अब तक पता नहीं चलने पर हाईकोर्ट नाराजगी जतायी है।