उत्तर प्रदेश: सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद न आयेंगे, चित्रकूट में प्रियंका गांधी का शक्ति संवाद
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने महिलाओं को आह्वान करते ने कहा- 'बहुत हुआ इंतजार अब, सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो अब गोविंद ना आएंगे। औरों से कब तक आस लगाओगी...।' उन्हों्ने कहा कि महिलाएं खुद अपनी लड़ाई लड़ें।
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने महिलाओं को आह्वान करते ने कहा- 'बहुत हुआ इंतजार अब, सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो अब गोविंद ना आएंगे। औरों से कब तक आस लगाओगी...।' उन्हों्ने कहा कि महिलाएं खुद अपनी लड़ाई लड़ें।
यूपी की हालत बहुत खराब
कांग्रेस महासचिव बुधवार को चित्रकूट में मत्स्यगजेन्द्रनाथ मंदिर में जलाभिषेक कर उतारी आरती। इसके बाद चित्रकूट के रामघाट पर मंदाकिनी की जलधारा में बने मंच से महिलाओं से संवाद किया। प्रियंका ने 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' नारे के साथ बातचीत की शुरुआत करते हुए प्रियंका ने कहा कि यूपी की हालत बहुत खराब है। खाद की लाइन में खड़े-खड़े कई लोगों ने जान गंवा दी। कोरोना काल में भाजपा सरकार फेल रही। उन्होंने नौ प्रतिज्ञाओं को दोहराने के साथ महिलाओं की मददक के लिए कमीशन गठित करने की बात कही।
उन्होंेने कहा कि अभी मैंने 40 परसेंट टिकट महिलाओं को देने को कहा है। लोकसभा चुनाव में हम आबादी के बराबर 50 परसेंट टिकट महिलाओं को देंगे। प्रियंका कहा कि यूपी में महिलाओं को कुछ नहीं मिला। कोरोना में जब प्रवासी बाहर से आ रहे थे तब यह सरकार बसें नहीं दे पाई। अब मोदी जी के कार्यक्रम के लिए हजारों बसें मिल गई हैं।
पार्टी की नौ प्रतिज्ञाओं को दोहराया और महिला सुरक्षा के लिए कमीशन गठन की घोषणा
प्रियंका वाड्रा ने महिला संवाद में पार्टी की नौ प्रतिज्ञाओं को दोहराया और महिला सुरक्षा के लिए कमीशन गठन की घोषणा भी करने की बात कही। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न का मामला दर्ज ना करने वाला पुलिस अफसर 10 दिन में सस्पेंड होगा। छह सदस्यीय एक कमीशन का भी गठन कराया जायेगा। इस कमीशन में सभी सदस्य महिलाएं होंगी, जिसमें दो पूर्व जज, दो एनजीओ से जुड़ी समेत विभिन्न कार्यक्षेत्र से होंगी। उन्होंने एक कविता सुनकार महिलाओं की शक्ति जगाने का प्रयास किया...। कहा- सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो अब गोविंद न आएंगे, कबतक आस लगाओगी तुम बिके हुए अखबारों से, कैसी रक्षा मांग रही हो दु:शासन के दरबारों से...।
सरकार को महिला शक्ति पहचान नहीं है और उन्हें आगे नहीं आने देना चाहती
प्रियंका ने खाद की लाइन में किसानों की मौत और आत्महत्या की बात करते हुए कहा कि ऐसी पीड़ा से गुजरने वाले परिवार में सबसे ज्यादा महिलाओं को बोझ उठाना पड़ता है। सरकार में महंगाई का बोझ बढ़ा है, ढाई सौ रुपये में तेल बिक रहा है।एक हजार में सिलेंडर मिल रहा है। इस सरकार ने महिलाओं को तोहफे में एक सिलेंडर देकर बाद में एक हजार में खरीदने को छोड़ दिया। ऐसी सरकार को महिला शक्ति पहचान नहीं है और उन्हें आगे नहीं आने देना चाहती है। कोरोना काल में भी देखा होगा पलायन करने वाले परेशान लोगों के लिए बसें नहीं थी लेकिन अब 19 तारीख को मोदी जा रहे हैं तो उनके लिए लोगों को लाने के लिए बसें आ रही हैं। मैंने यहां देखा कि पानी की बहुत समस्या है, एक नल पर दस परिवार निर्भर हैं।
महिलाएं आगे नहीं आयेंगी तो आगे नहीं बढ़ेंगी
उन्होंने कहा कि महिलाओं को आगे आने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है। महिलाएं आगे नहीं आयेंगी तो आगे नहीं बढ़ेंगी, इसीलिए विधानसभा चुनाव में चालीस प्रतिशत महिलाओं को होना चाहिए। महिला बेहतर समझ रखती है, चाहे कहीं भी। काम करके घर पर आकर महिला पूरी जिम्मेदारी से काम करती है। इसलिए एक महिला ही एक महिला के लिए बेहतर नीतियां बना सकती है, जबतक महिलाओं की पूरी भागीदारी नहीं मिलेगी तबतक ऐसा नहीं होगा। कहा, आधी आबादी है तो अभी पार्टी ने चालीस प्रतिशत की भागीदारी से शरुआत की है। लोकसभा में आधी भागीदारी की जायेगी। उन्होंने कहा कि जबतक हम खुद बदलने की नहीं ठानेंगे तबतक बदलाव नहीं होगा।
महिलाओं के लिए सरकारी बसों में फ्री यात्रा की सुविधा दी जायेगी
उन्होंने कांग्रेस पार्टी की नौ प्रतिज्ञाएं गिनाते हुए किसानों का कर्जा माफ होगा, गेहूं और धान 2500 रुपये में खरीदा जाएगा और गन्ना किसान को चार सौ दिया जायेगा। प्रदेश में बिजली के बिल आधे कियें जाएंगे, कोरोना काल में काम धंधा बंद होने वाले छोटे दुकानदारों और व्यापारियों के बिलों को माफ किया जाएगा। कोरोना के समय आर्थिक मार उठा चुके गरीब परिवारों को 25 हजार रुपये दिए जायेंगे। बीस लाख सरकारी रोजगार कार्ड बनवायेंगे, जिसमें चालीस प्रतिशत महिलाओं को दिये जायेंगे। कार्ड के जरिए कोई भी बीमारी होगी तो दस लाख रुपये तक मुफ्त इलाज मिलेगा। छात्राओं को स्मार्ट फोन दिये जायेंगे ताकि उसे आनलाइन कोर्सेस के जरिए पढ़ाई और सुरक्षा में मददगार होगा। किसी समस्या पर घर में तत्काल सूचना दे सकेंगी।छात्राओं को स्कूटी देने की प्रतिज्ञा करती है, इससे पढ़ाई करने के लिए दूर जाने में समस्या नहीं होगी। महिलाओं के लिए सरकारी बसों में फ्री यात्रा की सुविधा दी जायेगी। आरक्षित सरकारी पदों में महिलाओं के लिए चालीस प्रतिशत का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई बार शिकायत मिली कि विधवा पेंशन बहुत कम मिल रही है तो उसे एक हजार रुपये तक बढ़ाया जायेगा। आशा बहू और आंगनबाड़ी का मानदेय दस हजार रुपये प्रतिमाह होगा और अतिरिक्त कार्य का अलग से मेहनताना दिया जाएगा। प्रदेश में हर जिले में केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर सिर्फ लड़कियों के लिए 75 पाठशालाएं स्थापित होंगी, जहां पढ़ाई के साथ रोजगारपरक प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।