धनबाद: भौंरा में कोयला तस्करी गैंगवार में बम-विस्फोट व फायरिंग
धनबाद के भौंरा ओपी क्षेत्र में कोयला तस्करी के वर्चस्व को लेकर दो गुटों में भीषण बमबाजी और फायरिंग। श्रमिक कॉलोनी दहशत में, बच्चों और महिलाओं ने भागकर बचाई जान। सुरक्षा को लेकर स्थानीयों ने पुलिस से गुहार लगाई।
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के भौंरा ओपी एरिया के भौंरा आठ नंबर श्रमिक कॉलोनी में मंगलवार दोपहर कोयला तस्करी में वर्चस्व को लेकर दो गुटों के बीच जमकर बमबाजी और फायरिंग हुई। कुछ ही मिनटों में पूरा इलाका बम धमाकों और गोलियों की आवाजों से गूंज उठा, जिससे श्रमिक कॉलोनी और आसपास के क्षेत्र में भगदड़ मच गयी।
यह भी पढ़ें: झारखंड: पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता पर अरबों की उगाही वआपराधिक गैंग संचालन का आरोप
धमाकों के बाद धुएं से भर गई कॉलोनी, घरों से भागे लोग
दोपहर लगभग तीन बजे शुरू हुई गोलीबारी इतनी तेज थी कि लोग अपने घरों से निकलकर बच्चों सहित सुरक्षित स्थान की ओर भागने लगे। महिलाओं और बच्चों की चीख-पुकार से माहौल और भी भयावह हो गया। कॉलोनी चंद मिनटों में धुएं से भर गयी।स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर बम-कांड थोड़ा और आगे बढ़ता, तो बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता था। गनीमत रही कि कोई घायल नहीं हुआ।
छह बाइकों पर पहुंचे 20 युवक, पीछे लगा था विरोधी गुट
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हनुमान मंदिर के पास लोग बैठे थे और बच्चे खेल रहे थे। तभी छह बाइक पर 15–20 युवक कॉलोनी में घुसे। उनका पीछा दूसरा गुट कर रहा था। जैसे ही दोनों गुट आमने-सामने आए, चारों ओर अंधाधुंध फायरिंग और बम फेंकने का सिलसिला शुरू हो गया।स्थानीय लोग दहशत में इधर-उधर भागते नजर आए। कई महिलाओं ने कहा कि बाहरी अपराधियों ने उनकी शांत कॉलोनी को जंग का मैदान बना दिया है।
डरे-सहमे लोग पहुंचे भौंरा ओपी, सुरक्षा की मांग
घटना के बाद दर्जनों लोग भौंरा ओपी पहुंचे और सुरक्षा की मांग करते हुए थाना प्रभारी को लिखित शिकायत दी। लोगों का कहना है कि वे रोज़ कमाकर परिवार चलाते हैं, लेकिन कोयला तस्करी में वर्चस्व की लड़ाई उनकी ज़िंदगी को खतरे में डाल रही है।कई लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पूरा विवाद कोयला तस्करी के सिंडिकेट पर कब्जे को लेकर है।
पुलिस पहुंची, मगर बदमाश हो चुके थे फरार
घटना की सूचना पर जोड़ापोखर सर्किल इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार, भौंरा ओपी प्रभारी सुमन सौरभ व सुदामडीह थाना प्रभारी राहुल कुमार सिंह और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन तब तक दोनों गुट भाग चुके थे। ओपी प्रभारी सुमन सौरभ ने बताया कि
"मामले की जांच जारी है। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि गैंगवार के पीछे कौन लोग शामिल थे।"
भौंरा और काली मेला क्षेत्र में बढ़ा तनाव
फायरिंग और बमबाजी के बाद इलाके में दहशत व्याप्त है और लोग देर रात तक सुरक्षा को लेकर चिंतित नजर आए। भौंरा और काली मेला क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है।






