धनबाद कांग्रेस में गुटबाजी शुरु, कार्यकारी अध्यक्ष ने जिला अध्यक्ष को ही किया व्हाट्सएप ग्रुप से रिमूव, रवींद्र वर्मा अलग-थलग पड़े
धनबाद जिला कांग्रेस में फिर से गुटबाजी शुरु हो गयी है। कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र वर्मा और जिला कांग्रेस अध्यक्ष बृजेंद्र प्रसाद सिंह आमने सामने हैं। संगठन का अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ रहा है।
धनबाद। जिला कांग्रेस में फिर से गुटबाजी शुरु हो गयी है। कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र वर्मा और जिला कांग्रेस अध्यक्ष बृजेंद्र प्रसाद सिंह आमने सामने हैं। संगठन का अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ रहा है। कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र वर्मा ने जिलाध्यक्ष ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह और कांग्रेसी नेता पप्पू तिवारी को अपने व्हाट्सएप ग्रुप से रिमूव कर दिया है। हलांकि विवाद में रवींद्र वर्मा खुद अलग-थलग पड़े जा रहे हैं।
पेट्रोलियम पदार्थों और किसानों के समर्थन में कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र वर्मा के नेतृत्व में 19 दिसंबर को रणधीर वर्मा चौक पर पीएम का पुतला फूंका गया था। जिला अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह समेत कांग्रेस के किसी भी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी इसमें शिरकत नहीं हुए थे। जिला कांग्रेस कमेटी ने अघोषित कार्यक्रम करार देते हुए शामिल नहीं होने का निर्णय लिया था। व्हाट्सएप ग्रुप पर यह मैसेज खूब ट्रोल हुआ था। कार्यकारी अध्यक्ष ने पुतला दहन तो कर दिया, लेकिन इसमें न तो जिला कांग्रेस कमेटी शामिल हुई, न ही जिलाध्यक्ष और न ही कांग्रेस ओबीसी मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा, एनएसयूआइ और युवा मोर्चा के ही कोई पदाधिकारी शामिल हुए। उल्टा रवींद्र वर्मा के मैसेज को जबरदस्त ट्रोल किया गया।
रवींद्र वर्मा ने कार्यक्रम की सूचना जिला कांग्रेस कमेटी के व्हाट्सएप ग्रुप पर डाली। इसके बाद तो मैसेज ट्रोल होने लगा। जिला कमेटी से लेकर सभी मोर्चा के पदाधिकारियों ने लि। इसलिए इसमें शामिल नहीं होंगे। कई ने कहा कि जिलाध्यक्ष की ओर से जारी कार्यक्रम पर ही आंदोलन या प्रदर्शन होगा, तो एक पदाधिकारी ने तो यहां तक लिख दिया कि पार्टी से ऊपर कोई नहीं है यह तरीका गलत है।
जिला अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह का कहना है कि जिला कांग्रेस कमेटी का एक ही ऑफिसियल ग्रुप है। औ कोई ग्रुप नहीं है। कार्यकारी अध्यक्ष महोदय ने ऐसा किया, यह तो वही बता सकते हैं कि ऐसा क्यों किया। बाकी इससे फर्क नहीं पड़ता कि कौन किस ग्रुप में है किस में नहीं है।कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा ने कहा कि ऐसा तो नहीं होना चाहिए। हो सकता है कोई तकनीकी गड़बड़ी हुई होगी। या हमारा जो सोशल मीडिया देख रहा है, उससे कुछ गलती हुई होगी। देख लेते हैं ऐसा कैसे हो गया।