झारखंड: गैंगस्टर सुजीत सिन्हा चार दिनों की रिमांड पर, राजधानी के क्राइम व क्रिमिनलों की जानकारी लेगी रांची पुलिस
राजधानी रांची की बरियातू पुलिस स्टेशन की पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को चार दिनों की रिमांड पर लिया है। कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद उसे जमशेदपुर घाघीडीह जेल से कड़ी सुरक्षा में रांची लाया गया है। पुलिस टीम सुजीत सिन्हा से पूछताछ कर रही है।
- पुलिस उससे यह पता लगाएगी कि रांची में किन-किन बड़े व्यवसायियों से मांगी है रंगदारी
- कौन-कौन हैं उसके निशाने पर
रांची। राजधानी रांची की बरियातू पुलिस स्टेशन की पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को चार दिनों की रिमांड पर लिया है। कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद उसे जमशेदपुर घाघीडीह जेल से कड़ी सुरक्षा में रांची लाया गया है। पुलिस टीम सुजीत सिन्हा से पूछताछ कर रही है।पुलिस पूछताछ में सुजीत सिन्हा कई राज खोलवायेगी। पुलिस उससे यह पता लगायेगी कि रांची में किन-किन बड़े व्यवसायियों से रंगदारी मांगी है।कौन-कौन उसके निशाने पर हैं।रांची के अन्य क्राइम व क्रिमिनलों के बारे में उससे पुलिस जानकारी हासिल करने की कोशिश करेगी।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने राजधानी के बिल्डर व खबर मंत्र के मालिक अभय सिंह (अब दिवंगत) से दो करोड़ रुपये रंगदारी मांगने और उनके ऑफिस पर फायरिंग व विस्फोट की साजिश के 17 अगस्त को चार क्रिमिनलों को दबोचा था। इन क्रिमिनलों ने खुलासा किया था कि सुजीत सिन्हा के इशारे पर ही बिल्डर से दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी और उनके ऑफसि पर फायरिंग की गई थी।क्रिमिनलों ने पुलिस को बताया था कि फायरिंग के लिए पीएलएफआइ उग्रवादी परमेश्वर गोप ने पिस्टल, कार्बाइन, गोलियां और हैंड ग्रेनेड बम उपलब्ध कराया था। पुलिस ने बाद में परमेश्वर गोप को भी अरेस्ट कर लिया था। पुलिस ने फायरिंग मामले में बरियातु पुलिस स्टेशन के न्यू एरिया मोरहाबादी निवासी रवि रंजन पांडेय व सरई टांड़ निवासी अमित उरांव, कांके अरसंडे निवासी फिरोज अंसारी व गुमला जिले के कानाटोली निवासी कुलदीप गोप को अरेस्ट कर जेल था।
बिल्डर से रंगदारी प्रकरण में अब तक तीन एफआइआर दर्ज
बिल्डर अभय सिंह से रंगदारी प्रकरण में अब तक बरियातु पुलिस स्टेशन में तीन एफआइआर दर्ज किये जा चुके हैं। पहली एफआइआर छह अगस्त को रंगदारी मांगने के मामले में दर्ज हुई थी। दूसरी एफआइआर 15 अगस्त को बिल्डर अभय सिंह के ऑफिस पर फायरिंग के मामले में व तीसरी एफआइआर आर्म्स मिलने और ग्रेनेड बम मिलने को लेकर 17 अगस्त को दर्ज किया गया था।
क्रिमिनलों ने 15 अगस्त को अभय सिंह के ऑफिस में की थी फायरिंग
बाइक सवार दो क्रिमिनलों ने 15 अगस्त की दोपहर अभय सिंह के ऑफिस में फायरिंग की थी। इसमें ऑफिस गार्ड प्रकाश कुमार बाल-बाल बच गया था। फायरिंग करने के बाद बाइक सवार दोनों क्रिमिनल बोडेया की तरफ भागे थे। दोनों हेलमेट लगा कर पहुंचे थे।
सुजीत सिन्हा के नाम पर अभय सिंह से मांगी थी रंगदारी
अभय कुमार सिंह को छह अगस्त को व्हाट्सअप कॉल कर दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी मांगने वाले ने वर्चुअल नंबर से मैसेज किया था। इसमें खुद को कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गैंग का मयंक सिंह बताया था। रंगदारी के लिए मैसेज मिलने के बाद अभय सिंह ने बरियातू पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज कराई थी। रंगदारी के लिए भेजे गये मैसेज में रंगदारी नहीं मिलने पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर समरेंद्र प्रसाद के जैसे हाल करने की धमकी दी गई थी।