गुमला: SP -DSP में रात को हाथापाई, गाली-गलौज व मारपीट, दोपहर में साथ चाय पी, प्रेस कांफ्रेस कर किया खंडन
गुमला में रविवार की रात एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब व हेडक्वार्टर डीएसपी प्राण रंजन में भिड़तं हो गयी। एसपी आवास पर लगभग तीन हाई-वोल्टेज ड्रामा चला। एसपी आवास पर ही दोनों सीनीयर अफसरों को गाली-गलौच, हाथापाई व मारपीट हुई। कहा जा रहा है कि डीएसपी पर जूनियर अफसरों ने भी हाथ चला दी। काफी जलील किया। मामला मीडिया में आने व पुलिस हेडक्वार्टर तक पहुंचने के बाद सोमवार की सुबह से ही डीएसपी काे मान-मन्नौवल का दौर चला। साथ में चाय पीने के बाद दोनों ने प्रेस कांफ्रेस कर किसी तरह की विवाद होने से इनकार किया।
- घंटों चला हाई-वोल्टेज ड्रामा का पटाक्षेप
रांची। गुमला में रविवार की रात एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब व हेडक्वार्टर डीएसपी प्राण रंजन में भिड़तं हो गयी। एसपी आवास पर लगभग तीन हाई-वोल्टेज ड्रामा चला। एसपी आवास पर ही दोनों सीनीयर अफसरों को गाली-गलौच, हाथापाई व मारपीट हुई। कहा जा रहा है कि डीएसपी पर जूनियर अफसरों ने भी हाथ चला दी। काफी जलील किया। मामला मीडिया में आने व पुलिस हेडक्वार्टर तक पहुंचने के बाद सोमवार की सुबह से ही डीएसपी काे मान-मन्नौवल का दौर चला। साथ चाय पीने के बाद दोनों ने प्रेस कांफ्रेस कर किसी तरह की विवाद होने से इनकार किया।
एसपी व डीएसपी ने खंडन किया
एसपी व डीएसपी ने सोमवार को दिन के तीन बजे पुलिस ऑफिस में ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेंस किया।दोनों अफसरों ने रात में किसी प्रकार के विवाद होने की बात से इनकार किया है। एसपी ने कहा कि रविवार की रात को डीएसपी से मेरी कोई मुलाकात और बात नहीं हुई है। रात को कुछ नहीं हुआ है।
यह है मामला, जब बढ़ा विवाद
बताया जाता है कि गुमला एसपी व डीएसपी प्राण रंजन के बीच शीतयुद्ध पहले से चल रहा है। एक पॉलिटिकल पार्टी की रैली होनी थी। एसपी ने डीएसपी को फोन कर गुमला टाउन में लॉ एंड ऑर्डर संभालने के लिए फोन पर मौखिक आदेश दिया। क्योंकि टाउन एरिया उनके अधीन नहीं आता है। इसलिए डीएसपी ने एसपी से लिखित आदेश देने का आग्रह किया। इससे एसपी अपना आपा खो बैठे। फोन पर ही डीएसपी को अपशब्द बोल दिये। इससे डीएसपी आक्रोशित होकर रात के लगभग एक बजे एसपी आवास पहुंच गये। डीएसपी ने एसपी आवास का दरवाजा को पीटा और अंदर प्रवेश कर गये। एसपी आवास के बरामदे में दोनों में विवाद बढ गया। हंगामा होने लगा। एसपी व डीएसपी एक दूसरे को धमकी देने लेगे। गाली-गलौज धक्का-मुक्की होने लगी।कुर्सी फेंके जाने लगे।गाली-गलौज व हाथापाई होने लगी।डीएसपी के उग्र रूप को देखते हुए एसपी ने सार्जेंट मेजर, गुमला थानेदार एवं अन्य अफसरों को अपने आवास पर बुलाया गया।आरोप है कि डीएसपी के साथ मारपीट की गयी। उन्हें काफी जलील किया गया। डीएसपी अपना कपड़ा खोलकर फेंक दिये। पुलिस अफसरों की काफी मशक्कत के बाद डीएसपी को एसपी आवास से बाहर निकाला गया।
अर्द्धनग्न अवस्था में बीच रोड पर बैठ गये डीएसपी,सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए
एसपीआवास से निकलने के बाद डीएसपी पैदल चलते हुए एनएच-78 जशपुर रोड पहुंचे। वहां वे बीच सड़क पर बैठ गये। डीएसपी को अर्द्धनग्न देखकर एक व्यक्ति ने उन्हें तौलिया दिया। उन्हें समझाकर बीच रोड से हटाकर किनारे लाया गया। डीएसपी कुछ देर तक रोडके किनारे बैठे। इसके बाद वे पैदल चलकर हॉस्पिटल पहुंचे। डॉ गणेश राम ने डीएसपी का इलाज किया। डीएस डॉ एके उरांव ने कहा कि डीएसपी रात को इलाज कराने आये थे.।उनके कंधे पर चोट लगी है।इलाज के बाद रात को ही डीएसपी चले गये।
पुलिस हेडक्वार्टर तक पहुंचा मामला
गुमला में एसपी व डीएसपी के बीच विवाद का मामला पुलिस हेडक्वार्टर तक पहुंच गया पुलिस हेडक्वार्टर लेवल से मामले की जांच की जा रही है। संभावना है कि इस विवाद में कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। दो सीनीयर पुलिस अफसरों के बीच विवाद से विभाग की छवि धमिल हो रही है। पुलिस हेडक्वार्टर के सीनीयर अफसर इस मामले में कुछ कहने से बचते रहे। सोशल मीडििया व न्यूज पोर्टल पर एसपी-डीएसपी विवाद की खबरे तेजी से फ्लैश होने लगी।
डीएसपी एसोसिएशन हुआ आक्रोशित
वहीं डीएसपी प्राण रंजन के मामले को लेकर झारखंड पुलिस डीएसपी एसोसिएशन में नाराजगी है। एसोसिएशन के व्हाट्सएप ग्रुप पर लगातार मामले को चर्चा होरही है। एक डीएसपी ने एसोसिएशन के ग्रुप में यह सूचना दी है कि एसपी गुमला के द्वारा डीएसपी हेड क्वार्टर प्राण रंजन के साथ अभद्र व्यवहार किया गया है। इस पर एक दूसरे डीएसपी ने लिखा है कि इस कृत्य का दमदार तरीके से विरोध होना चाहिए। आत्मसम्मान और स्वाभिमान के साथ कोई समझौता नहीं होगा। अविलंब इस पर एसोसिएशन की ओर से कदम उठाया जाना चाहिए। एक और डीएसपी ने लिखा है कि मेरे विचार से इस संबंध में एक डेलिगेशन गुमला जाक, एसपी से इसका विरोध करें। डीएसपी से मिलकर आगे की रणनीति पर विचार करें। डीएसपी को यह भरोसा दिलाएं कि पूरा डीएसपी संघ उनके साथ है। एक डीएसपी ने लिखा है कि डीएसपी प्राण रंजन से एसोसिएशन आवेदन लेकर शिकायत संख्या दर्ज करे। ऐसे एसपी को माफी मांगने पर बातें करनी चाहिए। जरूरी हो तो पूरी बातों को लेकर मीडिया के सामने भी जाना चाहिए।