Haryana: गुरुग्राम में अरेस्ट हुआ मोनू मानेसर, नासिर-जुनैद मर्डर केस में राजस्थान पुलिस को थी तलाश
राजस्थान के नासिर जुनैद मर्डर केस में अंडरग्राउंड चल रहे मोनू मानेसर को गुरुग्राम के मानेसर सेक्ट-1 से पुलिस कस्टडी में ले लिया गया है। वह नासिर- जुनैद मर्डर केस में अरेस्ट हुआ है। हरियाणा पुलिस मोनू को राजस्थान पुलिस को सौंपने की तैयारी में है।
गुरुग्राम। राजस्थान के नासिर जुनैद मर्डर केस में अंडरग्राउंड चल रहे मोनू मानेसर को गुरुग्राम के मानेसर सेक्ट-1 से पुलिस कस्टडी में ले लिया गया है। वह नासिर- जुनैद मर्डर केस में अरेस्ट हुआ है। हरियाणा पुलिस मोनू को राजस्थान पुलिस को सौंपने की तैयारी में है।
यह भी पढ़ें:Dhanbad: रूरल एसपी कपिल चौधरी ने किया पदभार ग्रहण
बताया जा रहा है कि मोनू को मानेसर की क्राइम ब्रांच की टीम ने कस्टडी में लिया है। जिस समय मोनू को हिरासत में लिया गया उस दौरान का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि बाजार में चोरों तरफ सादी वर्दी में घूम रहे पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। मोनू मानेसर के लिए इस तरह 'चक्रव्यूह' रचा गया था कि वह भागने या बचने की कोई कोशिश नहीं कर सका। कान पर फोन रखे हुए एक पुलिसकर्मी उसके नजदीक से गुजरते हुए अचानक उसका हाथ पकड़ लेता है। चारों ओर घूम रहे पुलिसकर्मी स्पीड में आगे बढ़ते हैं। मोनूसमझ जाता है कि वह कानून के फंदे में फंस चुका है। वह चुपचाप साथ चल देता है।
हरियाणा पुलिस उसे राजस्थान पुलिस को सौंपने की तैयारी है। गुरुग्राम के पटौदी पुलिस स्टेशन में भी मोनू मानेसर के खिलाफ मामला दर्ज है। नासिर और जुनैद की मर्डर के बाद से मोनू फरार था। राजस्थान के भरतपुर के पुश व्यापारी नासिर और जुनैद को फरवरी में किडनैप अगवा कर मार डाला गया था। दोनों के बॉडी हरियाणा के भिवानी में जिले मिले थे। राजस्थान पुलिस इस केस में मोनू मानेसर की भूमिका की जांच कर रही है।
नासिर जुनैद की मर्डर व नूंह हिंसा में आया है नाम
खुद को गोरक्षक बतानेवाला मोनू मानेसर गुरुगुग्राम, फरीदाबाद और मेवात इलाकों में काफी चर्चित है। वह दावा करता है कि गोतस्करी रोकने के लिए अभियान चलाता है। यूट्यूब और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर वह ऐसेतमाम वीडियो भी अपलोड करता है। नासिर और जुनैद की मर्डर में उसका नाम आया था। हालांकि, पिछले महीने राजस्थान के डीजीपी नेकहा कि जांच मेंउ सका सीधा हाथ नहीं मिला है, लेकिन उसकी क्या भूमिका रही, इसको लेकर जांच चल रही है। मोनू मानेसर को नूंह हिंसा के लिए भी जिम्मेदार बताया गया। मोनू मानेसर के बृजमंडल यात्रा में शामिल होनेकी अफवाह फैलनेके बाद ही हमला किया गया।
नूंह हिंसा में भी आया था नाम
विश्व हिंदू परिषद द्वारा 31 जुलाई को नूंह में आयोजित की गई जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद भी इसमें मोनू मानेसर का नाम सामने आया था। कहा गया था कि इस यात्रा से पहले वीडियो जारी कर मोनू मानेसर ने इसमें शामिल होने की बात की थी। भड़काऊ बातें भी कहीं थीं जिसके बाद हिंसा भड़की।