धनबाद : MLA राज सिन्हा के करीबी बीजेपी लीडर सतीश सिंह की गोली मारकर मर्डर, सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ शूटर(देखें VIDEO)
बैंक मोड़ पुलिस स्टेशन के मटकुरिया में बाइक सवार शूटरों ने बुधवार के तीन बजे बीजेपी के युवा लीडर सतीश सिंह को गोली मारकर मर्डर कर दी है। कुस्तौर निवासी सतीश बीजेपी एमएलए राज सिन्हा के करीबी थी।
धनबाद। बैंक मोड़ पुलिस स्टेशन के मटकुरिया में बाइक सवार शूटरों ने बुधवार के तीन बजे बीजेपी के युवा लीडर सतीश सिंह को गोली मारकर मर्डर कर दी है। कुस्तौर निवासी सतीश बीजेपी एमएलए राज सिन्हा के करीबी थी। घटना के बाद से इलाके में टेंशन व दहशत बना हुआ है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। मर्डर के कारणों का पता नहीं चल पाया है। सूचना मिलते ही एमएलए राज सिन्हा पीएमसीएच पहुंचे।डीएसपी मुकेश कुमार व बैंक मोड़ पुलिस विकास नगर पहुंचे और मामले की छानबीन की।
बीजेपी केंदुआ मंडल के उपाध्यक्ष सतीश सिंह बुधवार को लगभग तीन बजे एक बोलेरो से मटकुरिया मेन रोड पर उतरे। वह पैदल हीमोबाइल फोन पर बात करते हुए विकास नगर की ओर जा रहे थे। तभी पीछे से बाइक सवार दो युवक पहुंचे। बाइक रुकते ही पीछे बैठा युवक उतर गया और सतीश के सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही सतीश जमीन पर गिर गये। सतीश के सर से काफी खून निकलने लगा। बाइक सवार दोनों युवक विकास नगर के रास्ते फरार हो गये।घटना के बाद बड़ी संख्या में लोकल लोग वहां पहुंच गये। सतीश को पीएमसीएच ले जाया गया। पीएमसीएच में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। सतीश को सिर्फ एक गोली सिर में लगी है।
क्रिमिनल CCTV मे कैद
विकास नगर मेन रोड पर जहां सतीश को गोली मारी गयी वहां सामने के मकान में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। कैमरा में दोनों क्रिमिनलों की फोटो कैद हो गई है। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि एक युवक काले रंग की मोटरसाइकिल पर बैठा है। दूसरा जो सफेद र्शट, काली टोपी और मुंह पर सफेद कपड़ा बांधे हुए है। सतीश सिंह पर गोली चला रहा है।
मर्डर का कारण आउटसोर्सिंग विवाद
बीजेपी लीडर सतीश सिंह मर्डर के कारणों को कई बिंदुओं पर पुलिस जांंच कर रही है। कुस्तौर इलाके में आउटसोर्सिंग कंपनियां बीसीसीएल में माइनिंग का काम करती हैं। यहां ट्रांसपोर्टिंग व लोडिंग के लिए काफी दिनों तक विवाद चला था। लोकल लोगों के साथ मिलकर सतीश ने बाहीर लोगों का रंगदारी के लिए सिंडेकेट को धवस्त कर दिया था। इससे जिले के दो अलग-अलग दल से जुड़े दो गुटों में नाराजगी थी। सतीश की इलाके में मजबूत पकड़ थी। मर्डर का कारण पैसे का लेन-देन व ट्रांसपोर्टिंग व लोडिंग में वर्चस्व भी हो सकता है।