Israel- Hamas War : हमास के हमले में छह सौ इजरायली की मौत, इजरायल ने मार गिराये 400 आतंकी
आतंकी संगठन हमास द्वारा कई इजरायली इलाकों में सुरक्षाकर्मियों और आतंकियों के बीच संघर्ष जारी है। हमास के नियंत्रण वाले गाजा में इजरायली एयरफोर्स के ताबड़तोड़ हमले भी जारी हैं।
- हमास के हमले में दस नेपाली और एक फ्रांसीसी नागरिक भी मारे गये
- हिजबुल्ला भी आया हमले में हमास के साथ
- गाजा पट्टी में इजरायल के ताबड़तोड़ हवाई हमले
यरुशलम। आतंकी संगठन हमास द्वारा कई इजरायली इलाकों में सुरक्षाकर्मियों और आतंकियों के बीच संघर्ष जारी है। हमास के नियंत्रण वाले गाजा में इजरायली एयरफोर्स के ताबड़तोड़ हमले भी जारी हैं।
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युद्ध की घोषणा के बाद से इजरायली विमानों ने गाजा पट्टी के 426 ठिकानों को निशाना बनाया है। अभी तक के युद्ध में लगभग छह सौ इजरायली लोगों की मौत हुई है। इनमें 44 सैन्यकर्मी और 34 पुलिसकर्मी शामिल हैं। आतंकी हमलों में 2,156 लोग घायल हुए हैं। वहीं इजरायल के जवाबी हमलों में 400 से ज्यादा आतंकी मारे गये हैं। लगभग 2,200 घायल हुए हैं।हमास के हमले में दस नेपाली और एक फ्रांसीसी नागरिक भी मारे गये हैं। अमेरिकी नागरिकों के मारे जाने और उन्हें बंधक बनाये जाने की भी चर्चा है। अमेरिकी तंत्र इसकी पुष्टि करने में जुट गया है।
लेबनान से भी दागे गये इजरायल पर सैकड़ों रॉकेट
इजरायल और ईरान समर्थित फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास की लड़ाई में लेबनान के बड़े इलाके पर कब्जा किए हिजबुल्ला ने दखल दिया है। इजरायल पर हुए हमले में शनिवार को सैकड़ों रॉकेट लेबनान से भी दागे गए थे। ये रॉकेट ईरान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल्ला ने दागे थे। उत्तरी इजरायल के माउंड डोव में स्थित इजरायल के तीन सैन्य ठिकानों पर रविवार को हिजबुल्ला ने मोर्टार से हमला किया। हिजबुल्ला ने कहा है कि हमास के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए उसने इजरायल पर ये हमले किए। हिजबुल्ला ने अपने सैन्य संसाधनों को हमास के साथ साझा करने की घोषणा की है।
हमास के कब्जे में सैकड़ों इजरायली
हमास के कब्जे में इजरायल के सैकड़ों लोग होने की सूचना है। इजरायल ने हमास के कब्जे में अपने 100 नागरिकों के होने की पुष्टि की है। रॉकेट हमले के बाद इजरायली शहरों में घुसे हमास लड़ाकों ने शनिवार को इन लोगों को बंधक बना लिया था। और उन्हें अपने साथ गाजा इलाके में ले गये। बंधकों में कई देशों के नागरिक हो सकते हैं। बंधकों को गाजा में अलग-अलग ठिकानों पर रखा गया है। अब इजरायली जेलों में बंद फलस्तीनी आतंकियों के बदले में उन्हें रिहा करने की हमास की योजना है। इस आशय के संकेत उसने दे दिए हैं। इन बंधकों में कई अधिकारी और सैन्यकर्मी भी हैं।
घंटों चले संघर्ष के बाद मुक्त कराया थाना
इजरायली सीमा के नजदीक स्थित डेरोट पुलिस थाने पर घंटों चले भीषण संघर्ष के बाद इजरायली सुरक्षा बलों ने उस पर फिर से कब्जा कर लिया। कई पुलिसकर्मियों की हत्या कर दस हमास आतंकियों ने शनिवार को इस थाने पर कब्जा कर लिया था। सभी आतंकियों को मार गिराया गया है।
हमास के इस्तेमाल वाली 10 इमारतें धवस्त
इजरायली सुरक्षा बलों ने गाजा पट्टी के 426 ठिकानों को निशाना बनाया है। इनमें दस बहुमंजिला इमारतें शामिल हैं जिनका इस्तेमाल हमास करता था। शनिवार-रविवार रात हुई इजरायली बमबारी में ज्यादातर इमारतें नष्ट हो गई हैं। बमबारी से गाजा इलाके की बिजली आपूर्ति भंग हो गई है। इंटरनेट सेवा भी ठप हो गई है।
हमलों में 10 नेपाली और एक फ्रांसीसी की मौत
हमास के हमलों में दस नेपाली नागरिकों के मारे जाने और 12 के लापता होने की खबर है। मारे गये नेपालियों में ज्यादातर छात्र हैं जो इजरायल की विभिन्न संस्थाओं में पढ़ाई कर रहे थे। इजरायल में नेपाली राजदूत कांता रिजल ने नेपाली नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। ये छात्र लर्न एंड अर्न स्कीम के तहत इजरायल गए थे। जबकि फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि हमास के हमले में इजरायल में मौजूद फ्रांसीसी नागरिक की मौत हुई है।
लेबनान पर इजरायल ने भी जवाबी हवाई हमले किये
इजरायल ने भी लेबनान में हवाई हमले किए हैं। इजरायल और हिजबुल्ला के बीच रविवार शाम से आमने-सामने की जमीनी लड़ाई शुरू हो गई। इस लड़ाई में दोनों ओर से गोलाबारी और रॉकेट प्रहार हो रहे हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आतंकी संगठनों को चेताया है कि उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में लक्ष्य की प्राप्ति में समय लग सकता है क्योंकि यह लड़ाई कठिन है।
इजरायल का कई देशों ने किया समर्थन
नेतन्याहू ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, यूक्रेन के नेताओं से फोन पर बात की है। इन सभी देशों ने इजरायल के समर्थन की घोषणा की है। इजरायली हमलों से बचने के लिए गाजा इलाके में रहने वाले 20 हजार फलस्तीनी अपने घर छोड़कर बाहरी इलाकों में बने 44 स्कूलों में आ गए हैं। संयुक्त राष्ट्र उनके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं कर रहा है।
इजरायल नहीं दे सकता सुरक्षा
इजरायल से कूटनीतिक संबंध स्थापित कर रहे अरब देशों को धमकाते हुए हमास के नेता इस्माइल हानिया ने कहा है कि इजरायल अरब देशों को सुरक्षा नहीं दे सकता है। 2020 में यूएई, बहरीन, सूडान और मोरक्को के इजरायल के साथ कूटनीतिक रिश्ते कायम करने के बाद अब सऊदी अरब और इजरायल के बीच रिश्तों को सामान्य बनाने के लिए वार्ता चल रही है। इसका असर निश्चित रूप में फलस्तीन को स्वतंत्र राष्ट्र बनाने की मांग पर पड़ेगा और रणनीतिक रूप से क्षेत्र में ईरान कमजोर होगा।
हमास और हिजबुल्ला का इजरायल पर ताजा हमला इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है। हानिया ने इस संभावना की पुष्टि करते हुए इजरायल से संबंध सामान्य कर रहे अरब देशों को धमकाया है। अपने टेलीविजन संदेश के जरिये हमास सरगना ने परोक्ष रूप से अपने संगठन का दायरा बढ़ाने का संदेश भी दिया है जिसके हमले की चपेट में अरब देश आ सकते हैं। हानिया ने कहा, संबंधों को सामान्य बनाने के तमाम समझौते फलस्तीन का संघर्ष खत्म नहीं करा देंगे।