Jammu and Kashmir: आतंकवादी की मदद करने वाला DSP आदिल शेख अरेस्ट
जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने भ्रष्टाचार, जबरन वसूली और धोखाधड़ी के आरोप में डीएसपी आदिल शेख को अरेस्ट किया है। अरेस्टिंग से पहलेडीएसपी के घर की तलाशी ली गई। डीएसपी से घर से कूदकर भागने की कोशिश भी की लेकिन, पकड़ा गया।
- गिरफ्तारी के डर सेघर सेबाहर कूदा
- अफसर को फंसाया
श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने भ्रष्टाचार, जबरन वसूली और धोखाधड़ी के आरोप में डीएसपी आदिल शेख को अरेस्ट किया है। अरेस्टिंग से पहलेडीएसपी के घर की तलाशी ली गई। डीएसपी से घर से कूदकर भागने की कोशिश भी की लेकिन, पकड़ा गया।
यह भी पढ़ें:Jharkhand: RBL बैंक से 1.10 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में तीन अरेस्ट, पांच मोबाइल, चार POS मशीन व 15 ATM जब्त
बताया जा रहा है कि डीएसपी आदिल सेख का जम्मू कश्मीर पुलिस के प्रतिष्ठित अधिकारियों के साथ घनिष्ठ संबंध था। मामले में जांच के लिए पुलिस विभाग ने एसआईटी का गठन किया है। सोर्सेज से मिली जानकारी के अनुसार, आदिल शेख 2015 बैच के कश्मीर पुलिस सेवा (केपीएस) अफसर है। श्रीनगर पुलिस ने पुष्टि की है कि गुरुगुवार को पुलिस की एक टीम ने डीएसपी आदिल शेख को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इसका दिल्ली मीडिया के कुछ वर्गों मेंकाफी घनिष्ठता थी। इसके अलावा यह खुद जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रतिष्ठित अधिकारियों के साथ भी लंबे वक्त से संपर्क में था।
अरेस्टिंग के डर से कूदकर भागा डीएसपी
पुलिस की एक टीम ने डीएसपी के आवास की तलाशी ली। डीएसपी शेख आदिल मुश्ताक दो दिन पहले श्रीनगर में थे। अरेस्टिंग से बचने के लिए वह घर से बाहर कूद गया था। उसके आवास से एक लैपटॉप की तलाशी के दौरान, कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आदि बरामद किये गये थे।" डीएसपी आदिल पर पुलिस स्टेशन नौगाम में मुकदमा दायर किया गया है। उन पर आइपीसी की सेक्शन 167, 193, 201,210, 218, 221 और 7, 7 ए भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत गंभीर सेक्शन लगाई गई हैं।
श्रीनगर पुलिस के एक अफसर ने बताया कि मामले में आगे की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर लिया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी शेख आदिल मुश्ताक को आतंकवाद के एक आरोपी से रिश्तों का आरोप लगा है। आदिल पर आरोप है कि आतंकवादी से पांच लाख रुपयेकी रकम भी ली थी। जम्मू-कश्मीर मेंपुलिस और सुरक्षा बल आतंकियों के सफाये मेंजु टे हैं। हाल ही में अनंतनाग में एक सप्ताह तक मुठभेड़ चली थी। इसमें कई जांबाज अफसर शहीद हो गये थे। डीएशपी के आतंकी संबध के खुलासे ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है।
आतंकवाद के आरोपी की गिरफ्तारी से बचने में किया मदद
जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी शेख आदिल मुश्ताक पर आरोप हैकि शेख आदिल मुश्ताक ने आतंकवाद के आरोपी की गिरफ्तारी से बचने में मदद की थी। इस मामलेकी जांच कर रहे एक पुलिस अफसर को ही फंसानेकी कोशिश की थी। शेख आदिल के घर गुरुवार को जब पुलिस पहुंची तो वह कूदकर भागनेलगे, लेकिन दबोच लिया गया।डीएसपी पर आतंकवादी की मदद के अलावा भ्रष्टाचार के भी आरोप हैं। शेख आदिल को गिरफ्तारी के बाद मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां उसे छह दिन की कस्टडी में रखनेका आदेश दिया गया। सोर्सेज का कहना हैकि आतंकवाद के आरोपी के फोन की जांच से यह पता चला कि शेख आदिल मुश्ताक लगातार उसके संपर्क में बने हुए थे। आतंकी को जुलाई में अरेस्ट किया गया था। लंबी जांच के बाद सनसनीखेज खुलासा हुआ कि डीएसपी आतंकवादी से ताल्लुक रखता है। उसकी मदद करता है।
डीएसपी शेख आदिल नेआतंकवादी को यह भी समझाया था कि वह कैसे कानून के शिकंजे से बच सकता है। एक पुलिस अफसर का कहना है कि आदिल मुश्ताक अकसर आतंकवादी से बात करते थे। इसके लिए टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल करते थे। लगभग 40 कॉल आतंकवाद के आरोपी और डीएसपी के बीच हुई थीं। वह आतंकवादी को बता रहे थे कि कैसे गिरफ्तारी सेबचा जा सकता है।डीएशपी ने एक अफसर को भी फंसानेकी कोशिश की थी, जो आतंकवादी के खिलाफ एक केस की जांच कर रहे थे।
आतंकवादी से पांच लाख रुपये लिए, कई सेक्शन केस
पुलिस सोर्सेज का कहना है कि डीएसपी के खिलाफ कई सेक्शन में केस दर्ज किया गया है। उसके खिलाफ टेक्नीकल सबूत मिले हैं।पैसों के लेनदेन की बात भी पता चली है। अफसर ने कहा, 'इस बात के पुख्ता सबूत हैं कैसे आदिल शेख ने आतंकवादी की मदद की। वह कैसे एक पुलिस अफसर को ही फंसाने में लगे थे, जो आतंकी फंडिंग के केसों की जांच कर रहे थे।' इसके लिए एक झूठी शिकायत भी आदिल की ओर से तैयार कराई गई थी। पुलिस का कहना है कि आदिल ने आरोपी से पांच लाख रुपये भी लिए थे। वह आतंकवादी मुजम्मिल जहूर के साथ लगातार संपर्क में थे, जिसने फर्जी दस्तावेजों के जरिए एक बैंक अकाउंट खुलवाया था ताकि लश्कर की फंडिंग मैनेज कर सके।