Jharkhand : ED की रेड के बाद तुपुदाना ओपी प्रभारी मीरा सिंह लाइन क्लोज, रांची SSP ने किया कार्रवाई
झारखंड की राजधानी रांची में पुलिस सब इंस्पेक्टर सह तुपुदाना ओपी प्रभारी मीरा सिंह के ठिकानों पर ईडी रेड के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया है। एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने तुपुदाना ओपी प्रभारी मीरा सिंह को लाइन क्लोज कर दिया है।
रुपयों का हिसाब व लेन-देन, संदिग्ध वाट्सएप चैट पर भी होगा जवाब तलब
ईडी ने एक दिन पहले की गई रेड में दारोगा मीरा सिंह व उनके करीबी लाल मोहित नाथ शाहदेव के ठिकाने से 12.50 लाख रुपये, मोबाइल, रुपयों के लेन-देन, संदिग्ध वाट्सएप चैट व कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किया था। जब्त दस्तावेजों का सत्यापन जारी है। अब ईडी दारोगा मीरा सिंह व उनके करीबी लाल मोहित नाथ शाहदेव को समन करेगी। उन्हें पूछताछ के लिए ईडी ऑफिस बुलायेगी। दोनों ही आरोपितों से 12.50 लाख रुपये का हिसाब, रुपयों के लेन-देन की जानकारी, संदिग्ध वाट्सएप चैट का सत्यापन कराया जायेगा।
भ्रष्टाचार की आरोपित मीरा सिंह को कैसे देते रहे संरक्षण
ईडी बहुत जल्द ही दारोगा मीरा सिंह के वाट्सएप चैट व भ्रष्ट गतिविधियों से मिली जानकारियों से राज्य सरकार, डीजीपी, एसएसपी आदि को अवगत करायेगी। रांची पुलिस के सीनीयर अफसरों को भी समन कर ईडी पूछताछ के लिए बुलायेगी। ईडी जानकारी लेगी कि कैसे वे विभिन्न आरोपों से घिरी इस महिला अफसर को संरक्षण देते रहे। किसके कहने पर उन्होंने उसे संरक्षण दिया।विभिन्न स्तरों पर चल रही जांच की रफ्तार कैसे थमी, किसके कहने पर थमी। इस पूरे खेल का असली रिंग मास्टर कौन था। ईडी अब दारोगा मीरा सिंह के माध्यम से उनके संरक्षकों, शरण देने वालों, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वालों तक पहुंचेगी। जांच की आंच दूर तक जाने की संभावना है। रांची पुलिस के कुछ सीनीयर अफसरों की भी गर्दन अब फंसेगी, ऐसी संभावना बन रही है। दारोगा मीरा सिंह के कुछ और सहयोगी जांच के घेरे में आयेंगे।
मीरा सिंह व लाल मोहित नाथ शाहदेव के ठिकानों से मिले सबूतों का सत्यापन
ईडी रेड में दारोगा मीरा सिंह व जमीन कारोबारी सह कांग्रेस नेता लाल मोहित नाथ शाहदेव के ठिकानों से मिले सबूतों का सत्यापन जारी है। ईडी को बालू खनन से ढुलाई तक में उगाही के बड़े नेटवर्क की जानकारी मिली है। बालू कारोबारियों से पुलिस-प्रशासन के हाथों उगाही का बड़ा खेल उजागर हुआ है। बालू घाट से डंपिंग यार्ड तक व डंपिंग यार्ड से उपभोक्ता तक पहुंचने में बालू कारोबारियों को कितने का चढ़ावा देना पड़ता है, यह राज धीरे-धीरे खुल रहा है। चढ़ावे का पैसा कहां-कहां बंट रहा है, उसपर भी कुछ जानकारियां ईडी तक पहुंची है। पुलिस-प्रशासन की वसूली का ही नतीजा है कि बालू पर अवैध वसूली से अफसर मालामाल हैं और आम जनता परेशान रही।
तुपुदाना एरिय.ामें सरकारी जमीन की घेराबंदी से संबंधित सभी मामलों की जांच कर रही ईडी
ईडी को सूचना है कि तुपुदाना ओपी एरिया में सरकारी जमीन की घेराबंदी कराई गई है। सूचना है कि दारोगा मीरा सिंह ने अपनी पावर की बदौलत वहां कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के कहने पर विवादित जमीन पर चारदीवारी करवा दी। अब ईडी उन सभी जमीन के कागजात की जांच कर रही है।ईडी को उम्मीद है कि जमीन घोटाला प्रकरण में जांच में बड़गाईं अंचल के बाद नामकुम अंचल व तुपुदाना क्षेत्र में बड़े जमीन घोटाले का पर्दाफाश होगा।
मीरा सिंह के ठिकानों से आठ मोबाइल और 15 लाख कैश बरामद
ई़डी की टीम ने गुरुवार को झारखंड की राजधानी रांची की तुपुदाना थाना प्रभारी पुलिस सब इंस्पेक्टर मीरा सिंह के ठिकानों पर रेड की है। मीरा सिंह के ठिकानों से आठ मोबाइल व कई कागजात की बरामदगी हुई है। जमीन घोटाला के सिलसिले में मीरा सिंह व उनके के करीबी जमीन कारोबारी सह कांग्रेस के प्रदेश सचिव लाल मोहित नाथ शाहदेव के तुपुदाना स्थित आवास पर रेड की थी। मोहित के घर से ईडी को 15 लाख कैश मिले हैं।ईडी की टीम ने तुपुदाना ओपी कैंपस में दारोगा मीरा सिंह के ठिकाने पर रेड की थी। लगभग दो घंटे तक चली ईडी रेड की रेड में कई महत्वपूर्ण कागजात जब्त किये गये । झारखंड में सत्ता की करीबी मानी जा रही 2012 बैच की पुलिस सब इंस्पेक्टर मीरा सिंह का विवादों से नाता रहा है। खूंटी में महिला थानेदार रहते हुए मीरा सिंह को एक बार एसीबी ने घूस लेते अरेस्ट कर जेल भेजा था।
सत्ता की करीबी रही हैं मीरा सिंह
2012 बैच की पुलिस सब इंस्पेक्टर मीरा सिंह सत्ता के करीबी रही हैं। राजनीतिक पहुंच के कारण एक बार डीजीपी को भी दारोगा मीरा सिंह के ट्रांसफर का आदेश वापस लेना पड़ा था।25 फरवरी, 2021 को खूंटी में थाना प्रभारी रहते हुए मीरा सिंह को एसीबी ने 15 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ अरेस्ट किया था। यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। खुंटी से रांची जिला में ट्रांसफर होने के बाद दारोगा मीरा सिंह को दो साल पहले तुपुदाना ओपी का थाना प्रभारी बनाया गया था।
मीरा सिंह पर लग चुके हैं कई गंभीर आरोप
मीरा सिंह पर तुपुदाना ओपी प्रभारी रहते भी गंभीर आरोप लग चुके हैं। उन्हें पद से हटाने की भी अनुशंसा हुई है। डीजीपी ने हज़ारीबाग़ ट्रांसफर करने का आदेश जारी किया था। अपनी पहुंच के बल पर मीरा सिंह ने ट्रांसफर रुकवा लिया। डीजीपी को अपना आदेश वापस लेना पड़ा।
मीरा सिंह का है विवादों से गहरा नाता
पुलिस सब इंस्पेक्टर मीरा सिंह का विवादों से गहरा नाता रहा है। एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास भी पूर्व में कई बार सरकार को पत्र लिखकर मीरा सिंह पर करवाई की मांग कर चुके हैं। झारखंड उच्च न्यायालय, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में भी दारोगा मीरा सिंह पर पहले से मुकदमा चल रहा है। रांची जिला में में जुलाई 2022 में मीरा सिंह की पोस्टिंग तुपुदाना ओपी प्रभारी के तौर पर हुई थी। उसके बाद से कई बार चर्चाओं में आयी, लेकिन किसी अफसर ने उसके खिलाफ कार्रवाई करने की सोची तक नहीं।