Jharkhand: आलमगीर आलम ने CM को सौंपा इस्तीफा, राजभवन से भी मिली स्वीकृति
झारखंड के ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने अपना इस्तीफा सीएम चंपाई सोरेन को भेज दिया है। सीएम ने उनके इस्तीफे को स्वीकार करते हुए अग्रसर कार्रवाई के लिए राजभवन भेज दिया है।
रांची। झारखंड के ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने अपना इस्तीफा सीएम चंपाई सोरेन को भेज दिया है। सीएम ने उनके इस्तीफे को स्वीकार करते हुए अग्रसर कार्रवाई के लिए राजभवन भेज दिया है।
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बताया जाता है कि आलमगीर आलम के कैबिनेट से इस्तीफे को राजभवन से भी स्वीकृति मिल गयी है। हालांकि शुक्रवार की देर शाम तक इससे संबंधित पत्र कैबिनेट विभाग नहीं पहुंचा था। कैबिनेट में पत्र पहुंचते ही इससे संबंधित नोटिफिकेशन जारी होगी। राजभवन सूत्रों के अनुसार राज्यपाल ने दूरभाष पर ही इस्तीफा स्वीकार करने संबंधी आदेश जारी करने को कहा है। देर शाम तक राजभवन से पत्र जारी होकर कैबिनेट विभाग नहीं पहुंचा था।इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद कैबिनेट विभाग ही अधिसूचना जारी करेगा। सूत्रों के अनुसार कैबिनेट विभाग ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। राजभवन से पत्र मिलते ही सीएमओ को सूचित कर अधिसूचना जारी की जायेगी।
ईडी ने भ्रष्टाचार के आरोप में किया है अरेस्ट
ईडी ने भ्रष्टाचार के आरोपों के आधार पर मिनिस्टर आलमगीर आलम को अरेस्ट किया है। आलगीर को छह दिनों की रिमांड पर लेकर ईडी अभी पूछताछ कर रही है।
आलमगीर से एक-एक पैसे का हिसाब लेगी ED
टेंडर कमीशन घोटाले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम को शुक्रवार को रिमांड पर ले लिया है। उन्हें बुधवार की शाम ईडी ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। उन्हें गुरुवार को पीएमएलए की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में भेज दिया गया था। गुरुवार की रात उनकी जेल में ही कटी।
ईडी ने जेल से शुक्रवार को लिया था रिमांड
ईडी कोर्ट से छह दिनों के लिए रिमांड की अनुमति मिलने के बाद ईडी ने उन्हें शुक्रवार की सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे जेल से रिमांड पर लिया। आलमगीर आलम से रिमांड पर पूछताछ शुरू हो चुकी है।ईडी अब उनसे एक-एक इंजीनियर, ठेकेदार व अधिकारी का हिसाब ले रही है। ईडी ने उनसे सवाल किया है कि साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल में उन्होंने किस अधिकारी से कितना कमीशन लिया।
आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल व संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम वर्तमान में ईडी की रिमांड पर हैं। दोनों की रिमांड अवधि 18 मई को समाप्त हो रही है। ईडी दोनों को शनिवार को कोर्ट में प्रस्तुत करेगी। दोनों की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए कोर्ट से आग्रह करेगी।
सहायक अभियंता को भी समन करेगी ईडी
ईडी ने जांच में पाया है कि सितंबर 2022 में एक सहायक अभियंता ने मंत्री आलमगीर आलम को तीन करोड़ रुपये का कमीशन दिया था। अब ईडी उक्त सहायक अभियंता को भी समन करेगी और पूछताछ के लिए बुलायेगी। ईडी उनसे यह जानने का प्रयास करेगी कि मंत्री आलमगीर आलम ने किस टेंडर के वर्क आर्डर पास करने के एवज में तीन करोड़ रुपये का कमीशन लिया था। ईडी विभाग से जुड़े कुछ अधिकारियों व इंजीनियरों को समन कर पूछताछ के लिए बुलायेगी।
रेड में बरामद 32 करोड़ 20 लाख रुपये का हिसाब लेगी ईडी
मिनिस्टर आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के हरमू रोड स्थित सर सैय्यद अपार्टमेंट के फ्लैट से बरामद 32 करोड़ 20 लाख रुपये नकदी मामले में भी ईडी जानकारी ले रही है। ईडी ऑफिस में मिनिस्टर, उनके निजी सचिव व निजी सचिव के नौकर से ईडी यह जानने की कोशिश कर रही है कि उक्त रुपयों का स्रोत क्या है। कहां-कहां से ये रुपये आये। किसने दिया, किस मद में दिया। अब तक की छानबीन में यह बात सामने आई है कि उक्त राशि मंत्री आलमगीर आलम से ही संबंधित थे। अब कौन से वर्क ऑर्डर के रूप में यह कमीशन मिला, इसकी ईडी जानकारी जुटा रही है, ताकि चार्जशीट के वक्त उसे दस्तावेज के रूप में शामिल किया जा सके।