झारखंड: अरूप चटर्जी की मुश्किलें बढ़ी, अब बंगाल पुलिस ने भी कसा शिकंजा, प्रोडक्शन वारंट भेजा जेल
झारखंड के निजी चैनल के मलिक अरूप चटर्जी की मुश्किलें लगतार बढ़ते जा रही है। एक मामले में झारखंड हाई कोट से अंतरिम बेल मिलने के बाद दूसरे मामले में रिमांड होते जा रहे हैं। ऐेसे में उन्हें जेल से जल्द बाहर आने में समय लग सकता है।
धनबाद। झारखंड के निजी चैनल के मलिक अरूप चटर्जी की मुश्किलें लगतार बढ़ते जा रही है। एक मामले में झारखंड हाई कोट से अंतरिम बेल मिलने के बाद दूसरे मामले में रिमांड होते जा रहे हैं। ऐेसे में उन्हें जेल से जल्द बाहर आने में समय लग सकता है।
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बिजनसमैन राकेश ओझा से रंगदारी व ब्लैकमेलिंग मामले में हाई कोर्ट से बेल मिलने के बादधनबाद पुलिस पुटकी के एक पुराने मामले में रिमांड कर वापस जेल भेज दिया। इसके चंद घंटे बाद पश्चिम बंगाल की 24 परगना बागूहाटी पुलिस स्टेशन की पुलिस ने बारासात सेजीएम कोर्ट से अरूप को पेश करने संबंधी प्रोडक्शन वारंट हासिल कर लियाहै। प्रोडक्शन वारंट धनबाद जेल को भिजवा दिया गया है।बारासात 24 परगना के एक दंडाधिकारी की अदालत ने वर्ष 2015 मे अरूप के विरुद्ध बागूहाटी पुलिस स्टेशन में दर्ज मुकदमे में अरूप चटर्जी को 25 जुलाई तक सीजेएम 24 परगना बारासात के समक्ष पेश करने का आवेदन जेल प्रशासन को दिया है।
बताया जाता है कि अब जेल प्रशासन को धनबाद के अदालत से इस बात की अनुमति लेनी होगी कि उसे बारासात कोर्ट में पेश करना है। कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद ही अरूप को 24 परगना बारासात सीजएएम के समक्ष पेश किया जा सकेगा। अरूप चटर्जी को आज जिन दो विभिन्न मामलों में रिमांड किया गया है उन मामले में अरूप की जमानत पर गुरुवार को सुनवाई होनी है। वही अरूप को जमानत पर मुक्त करने संबंधी हाईकोर्ट का आदेश भी शाम अवर न्यायाधीश राजीव त्रिपाठी की अदालत को पहुंच गया। एडवोकेट शाहनवाज ने बताया कि इस मामले में कल बंध पत्र दाखिल किया जायेगा।