झारखंड:एड्स कंट्रोल सोसाइटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर IAS राजीव रंजन पर अनियमितता का आरोप, जांच का आदेश
झारखंड स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर IAS अफसर राजीव रंजन पर अनियमितता के आरोप लगे हैं। आरोप संबंधित कंपलेन मिलने के बाद चीफ सेकरेटरी सुखदेव सिंह ने जांच के आदेश दिये हैं।
- हेल्थ सेकरेटरी ने जांच के लिए दो सदस्यीय समिति गठित क
- पूर्व से कार्यरत एनजीओ को हटाकर मनमाने ढंग से नया एनजीओ का चयन का आरोप
रांची। झारखंड स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर IAS अफसर राजीव रंजन पर अनियमितता के आरोप लगे हैं। आरोप संबंधित कंपलेन मिलने के बाद चीफ सेकरेटरी सुखदेव सिंह ने जांच के आदेश दिये हैं।
चीफ सेकरटेरी के निर्देश पर हेल्थ सेकरेटरी केके सोन ने मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय विभागीय समिति गठित कर दी है। समिति में विभाग के संयुक्त सचिव विद्यानंद झा पंकज तथा उपसचिव राजेश कुमार शामिल किया गया है। राजीव रंजन के खिलाफ एनजीओ के चयन, नियुक्ति में गड़बड़ी तथा अन्य अनियमितता की कंपलेन की गई है।
आरोप है कि पूर्व से कार्यरत एनजीओ को हटाकर मनमाने ढंग से नया एनजीओ का सलेक्शन किया गया।आरोप है कि हेल्थ सेकरटेरी की स्वीकृति के बिना दस लाख रुपये से अधिक खर्च किए, जबकि इतनी राशि खर्च के लिए अनुमोदन लेना अनिवार्य है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर को पैसे देने को लेकर दो ऑडियो भी वायरल हो रहे हैं। इसमें दो लोगों की बातचीत है। इसमें एक एनजीओ को काम पर बने रहने के लिए उन्हें पैसे देने की चर्चा हो रही है। बताया जाता है कि इसमें जिस एक शख्स की आवाज है, वह प्रोजेक्ट डायरेक्टर का खास है। हालांकि इसकी सत्यता की पुष्टि जांच के बाद ही हो सकेगी।
एक्स स्टाफ के खिलाफ दिया FIR का आदेश, लिया वापस
प्रोजेक्ट डायरेक्टर एक अन्य मामले में भी विवाद में आ गये हैं। प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने सोसाइटी के फेसबुक, ट्विटर आदि का एडमिनशीप ऑफिस को नहीं सौंपने का आरोप लगाते हुए छह फरवरी को एक्स स्टाफ अनिमेष नचिकेता के खिलाफ एफआइआर का आदेश जारी कर दिया। बाद में रविवार को आनन-फानन में यह कहते हुए आदेश वापस ले लिया कि उन्होंने एडमिनशीप वापस कर दी है। अनिमेष के अनुसार उन्होंने पहले ही एडमिनशीप वापस कर दी थी। इसके बाद भी ऐसा आदेश निकाला गया।