झारखंड: IAS अफसर पूजा सिंघल के मोबाइल में मिला CM हेमंत के लीज का ड्राफ्ट, निशिकांत दूबे के ट्वीट से खलबली
बीजेपी के गोड्डा एमपी निशिकांत दूबे ने एक ट्वीट कर आइएएस अफसर पूजा सिंघल के मोबाइल का राज खोला है। निशिकांत ने दावा किया है कि लिखा है कि पूजा सिंघल के मोबाइल मोबाइल से सीएमहेमंत सोरेन के माइनिंग लीज का ड्राफ्ट बरामद हुआ है। इसका मतलब यह है कि पूजा सिंघल ने ही सीएम को माइंस दिया। पोल खोल जारी है।
रांची। बीजेपी के गोड्डा एमपी निशिकांत दूबे ने एक ट्वीट कर आइएएस अफसर पूजा सिंघल के मोबाइल का राज खोला है। निशिकांत ने दावा किया है कि लिखा है कि पूजा सिंघल के मोबाइल मोबाइल से सीएमहेमंत सोरेन के माइनिंग लीज का ड्राफ्ट बरामद हुआ है। इसका मतलब यह है कि पूजा सिंघल ने ही सीएम को माइंस दिया। पोल खोल जारी है।
सूत्रों के अनुसार पूजा सिंघल के मोबाइल से मुख्यमंत्री जी के माइनिंग लीज़ का ड्राफ़्ट बरामद हुआ । इसका मतलब यह कि पूजा सिंघल ने ही मुख्यमंत्री जी को माइन्स दिया । पोल खोल जारी
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey)
मिल रही सूचना के अनुसार झारखंड के मुख्यमंत्री कार्यालय व आवास पर कार्यरत कुछ कर्मचारियों के पास दो दो मोबाइल,यानि अधिकृत व अनधिकृत मोबाइल है,उसमें से कुछ मोबाइल बिहार के एक कम्पनी के नाम पर है,उस कम्पनी के डायरेक्टर प्रेम भइया भी हैं ।वाह रे दलाली,वाह रे धूल झोकाई,खाइए मलाई
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 18, 2022
निशिकांत ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि कि मिल रही सूचना के अनुसार झारखंड के सीएम के ऑफिस व आवास में कार्यरत कुछ स्टाफ के पास दो-दो मोबाइल यानी अधिकृत व अनधिकृत मोबाइल हैं। उसमें से कुछ मोबाइल बिहार की एक कंपनी के नाम पर है। उस कंपनी के डायरेक्टर प्रेम भैया भी हैं। वाह रे दलाली, वाह रे धूल झोकाई, खाइए मलाई। हालांकि प्रेम भैया कौन है, इसे उन्होंने स्पष्ट नहीं किया है।
पूजा सिंघल के व्हाट्सएप चैट से रांची डीसी की बढ़ सकती है पेरशानी!
पूजा सिंघल के व्हाट्सएप चैट से रांची डीसी भी माइनिंगलीज प्रकरण मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। पूजा सिंघल ने अगस्त 2021 में माइंस सेकरेटरी का चार्ज लिया। माइंस लीज देने में माइंस डिपार्टमेंट का कोई रोल नहीं होता है। पूरी जिम्मेदारी डीसी की होती है। डीसी की सहमति के बाद ही माइंस लीज मिल सकता है।
सीएम हेमंत सोरेन को रांची डीएमओ ने 10 जून 2021 को माइनिंल लाजी जारी किया। इसे स्वीकृति 30 जुलाई 2021 को दी गयी। जब माइनिंग लीज की लाइसेंस को रद्द करने की प्रकिया शुरू हुई तो पूजा सिंघल की भूमिका नजर आ रही है।ईडी जांच में पूजा सिंघल के मोबाइल से कई गोपनीय जानकारी मिली है। व्हाट्सएप चैट में लीज कैंसिल करने का ड्राफ्ट भी मिला है।माइनिंग सेकरेटरी का चार्ज लेने के बाद लीज को कैंसिल करने का ड्राफ्ट बतौर माइंस सेकरेटरी भेजा गया था।