Jharkhand: ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर के 24 ठिकानों पर ED की रेड

ईडी ने झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर इन चीफ वीरेंद्र राम के ठिकानों पर रेड कर रही है। ईडी की टीम मंगलवार की सुबह सात बजे से रांची, जमशेदपुर, पटना, सिवान, दिल्ली और हरियाणा स्थित ठिकानों पर रेड कर रही है। 

Jharkhand: ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर के 24 ठिकानों पर ED की रेड

रांची। ईडी ने झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर इन चीफ वीरेंद्र राम के ठिकानों पर रेड कर रही है। ईडी की टीम मंगलवार की सुबह सात बजे से रांची, जमशेदपुर, पटना, सिवान, दिल्ली और हरियाणा स्थित ठिकानों पर रेड कर रही है। ईडी की रेड में अब तक जो सूचना है, उसके अनुसार वीरेंद्र कुमार राम के ठिकानों से अकूत संपत्ति की जानकारी मिली है। महंगी गाड़ियां व बंगले से संबंधित कागजात का पता चला है। 

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ईडी की रेड इस दौरान सीआरपीएफ के जवान के ठिकानों के बाहर तैनात है। जमशेदपुर के बिष्टुपुर सर्किट हाउस एरिया स्टेट इंजीनियर वीरेंद्र राम के घर पर सुबह 7:00 बजे से एक दर्जन ईडी अफसर पहुंच रेड कर रहे हैं।घर के आसपास पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। किसी को अंदर जानेकी अनुमति नहीं है। सर्किट हाउस के अलावा मानगो एरिया में भी उनके आवास पर रेड की जा रही है। वीरेंद्र राम का संबंध झारखंड के कई बड़े राजनेताओं के साथ है।
पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान घर से बरामद हुआ था दो करोड़ 45 लाख रुपये कैश 

ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य प्रभारी अभियंता प्रमुख वीरेंद्र राम को पद से हटाने जाने के लिए हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दाखिल की गई है। एसीबी में भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी इंजीनियर वीरेंद्र राम को ग्रामीण विकास विभाग का अभियंता प्रमुख बनाया गया है। वीरेंद्र राम पर आय से अधिक संपत्ति जांच का मामला ACB में विचारधीन है। वीरेंद्र राम की अवैध संपत्ति का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले विधानसभा चुनाव के प्रमुख वीरेंद्र बनाया गया है। वीरेंद्र राम पर आय से अधिक संपत्ति जांच का मामला ACB में विचारधीन है।

वीरेंद्र राम की अवैध संपत्ति का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उनके घर से दो करोड़ 45 लाख रुपये कैश जब्त हुआ था। उनकी पत्नी राजकुमारी जुगसलाई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं। वीरेंद्र राम ने अपनी अवैध कमाई से जमशेदपुर के सोनारी में अपार्टमेंट, मानगो के ग्रीन वाटिका में दो डुप्लेक्स खरीदी है। उन्होंने रांची, पटना तथा सिवान के मैरवा में करोड़ो की अवैध संपत्ति अर्जित की है।

सुरेश प्रसाद वर्मा के घर 2.44 करोड़ मिलने से शुरू सिलसिला
यह मामला 16 नवंबर, 2019 में जमशेदपुर में ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता सुरेश प्रसाद वर्मा के घर से 2.44 करोड़ रुपये की बरामदगी से संबंधित है। एसीबी ने  सुरेश कुमार वर्मा को जमशेदपुर में डिमना चौक के पास एक ठेकेदार विकास कुमार शर्मा से 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए अरेस्ट किया था। इसके बाद एसीबी ने सुरेश कुमार वर्मा के आवास पर रेड की थी, जहां से 2.44 करोड़ रुपये कैश बरामद किये गये थे। सुरेश कुमार वर्मा के घर से झारखंड एसीबी ने 64 हजार और उसके किरायेदार आलोक रंजन के घर से कुल दो करोड़ 44 लाख 16 हजार रुपये यानि कुल दो करोड़ 44 लाख 80 हजार रुपये मिले थे। अभियंता की घर से निवेश के कागजात, फ्लैट के कागजात और करीब 100 ग्राम आभूषण बरामद किया था। यह कार्रवाई बकायदा मजिस्टे्रट की उपस्थिति में वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के साथ जब्त की गई थी। यह झारखंड पुलिस के इतिहास में एसीबी के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि थी।  कनीय अभियंता सुरेश कुमार वर्मा के ठिकाने से 2.44 करोड़ रुपये की बरामदगी मामले में पूछताछ की गई थी, तब वर्मा ने बताया था कि उक्त राशि उसके सीनियर वीरेंद्र कुमार राम की है। इस पूरे मामले में ईडी ने मनी लांड्रिंग अधिनियम के तहत जांच शुरू की थी। ईडी को आशंका है कि पद का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार से उक्त कमाई की गई है।