Jharkhand : 10 हजार करोड़ से अधिक का है जमीन घोटाला, ठीक से जांच हुई तो माइंस घोटाला पड़ जायेगा बौना : बाबूलाल मरांडी
झारखंड के एक्स सीएम व बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने दावा कियाहै कि स्टेट में जमीन की हेरफेर का घोटाला 10 हजार करोड़ से अधिक का है। अगर गंभीरता से इसकी जांच हुई तो खनिज घोटाला इसके आगे बौना पड़ जायेगा।
रांची। झारखंड के एक्स सीएम व बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने दावा कियाहै कि स्टेट में जमीन की हेरफेर का घोटाला 10 हजार करोड़ से अधिक का है। अगर गंभीरता से इसकी जांच हुई तो खनिज घोटाला इसके आगे बौना पड़ जायेगा।
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हेमंत राज में राँची में हुए ज़मीन महाघोटाले के बारे में कई लोगों से बातचीत कर हमने इस गोरखधंधे के बारे में विस्तार से समझने का प्रयास किया है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) April 23, 2023
सत्ता के संरक्षण में दलालों, कुछ धन लोभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने मिलकर भ्रष्टाचार का ऐसा काम किया है जिसकी गूंज लम्बे समय तक…
जमीन लूटपाट में शामिल सभी लोग होंगे जेल के भीतर
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जमीन की लूटपाट में शामिल बड़े सरकारी और गैर सरकारी लुटेरे जेल के भीतर होंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता के संरक्षण में दलालों, कुछ धन लोभी प्रशासनिक एवं पुलिस अफसरों ने मिलकर भ्रष्टाचार का ऐसा काम किया है, जिसकी गूंज लंबे समय तक सुनाई देगी।
आसानी से पैसे बनाने के लिए जमीन हेराफेरी को बनाया रास्ता
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कोविड के दौरान लॉकडाउन में बेईमानों ने आसान तरीके से पैसे बनाने का रास्ता जमीन की हेराफेरी को बनाया। आइएएस अफसर छवि रंजन को इसी काम के लिए सही आदमी समझ कर लाया गया था। जमीन लूट योजना का कंट्रोल और डायरेक्शन सत्ता के मशहूर एक दलाल ने संभाला, जो अभी जेल में बंद है।
मेडिका हॉस्पिटल को बनाया पहला शिकार
एक्स सीएम ने कहा कि पहला शिकार मेडिका हॉस्पिटल के बगल वाली जमीन को बनाया गया। भारी संख्या में पुलिस के बल पर जमीन कब्जा कराया गया। दो सीनियर अफसरों ने तो उस दिन छुट्टी लेकर जमीन कब्जा कराया ताकि हंगामा होने पर लोग पूछताछ करे तो बता सकें कि वे तो छुट्टी पर हैं और कुछ पता ही नहीं है।
गड़बड़ी में पर्दे के पीछे के चेहरों को बेनकाब करे ईडी
उक्त मामले में सफलता मिलने के बाद इन लोगों का मनोबल बढ़ गया। बजरा की जमीन भी इनके निशाने पर थी। 75 सालों की लगान रसीद एक दिन में काटकर भारी संख्या में पुलिस के दम पर दिन-रात जमीन कब्जा कराने का काम हुआ। ईडी जमीन घोटाले में इन बिंदुओं पर विस्तार से पूछताछ कर पर्दे के पीछे रिमोट कंट्रोल से इस धंधे में शामिल चेहरों को भी बेनकाब करे।