बोकारो। झारखंड में पूजा सिंघल मामले के बाद प्रेम प्रकाश प्रकरण मामले में एक्स मिनिस्टर व जमशेदपूर इस्ट के एमएलए सरयू राय ने फिर एक्स सीएम रघुवर दास पर निशाना साधा है। राय ने बोकारो सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में कहा कि प्रेम प्रकाश को ट्रेनिंग रघुवर सरकार में और कार्य हेमंत कार्यकाल में मिला है।
सरयू राय ने कहा कि प्रेम प्रकाश का सबसे प्रेम रहा है। पूरे सिस्टम को चलाने का प्रशिक्षण रघुवर सरकार में लिया। तब सारी व्यवस्था केन्द्रीयकृत थी। रांची से सबकुछ डील होता था। जैसे ही प्रदेश में सरकार बदली तो उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आगाह किया। पर सीएम ने उनकी बातों का ध्यान नहीं दिया। राय ने कहा कि पहले की सरकार में प्रेम प्रकाश के कुछ लोग व्यवस्था चलाते थे। अब सिस्टम का विकेन्द्रीकरण हुआ है। जिला से लेकर प्रखंड व पंचायत तक प्रेम प्रकाश व उसके सिडिंकेट का काम चल रहा है। देखना है आगे-आगे क्या होता है।
प्रेम प्रकाश को मिले बॉडीगार्ड पर सीधे एसपी-डीसी से करें पूछताछ
सरयू राय ने कहा कि प्रेम प्रकाश पूर्व की सरकार में सेंट्रलाइज सिस्टम तत्कालीन सीएम रघुवर दास और तत्कालीन चीफ सेकरेटरी राजबाला वर्मा के समय से चला रहा था। 2020 में हेमंत सोरेन की सरकार बनी तो इस सिस्टम को प्रेम प्रकाश ने ब्लॉक तक फैला दिया। उन्होंने कहा कि कई और किरदार जांच में सामने आयेंगे। प्रेम प्रकाश को मिले बॉडीगार्ड को लेकर सरयू राय ने कहा कि इस मामले को लेकर जांच की कोई बात ही नहीं होनी चाहिए। सीधे जिले के डीसी और एसपी से इस मामले पर पूछताछ की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अघोषित रूप से भी प्रेम प्रकाश को बॉडीगार्ड उपलब्ध कराया गया था।
कोई सरकार हटाने की बात करता , कोई सरकार बचाने की बात करता, भ्रष्टाचार हटाने की कोई बात नहीं करता
सरयू राय ने कहा कि कोई सरकार हटाने की बात करता है, तो कोई सरकार बचाने की बात करता है, लेकिन केंद्र बिंदु में जो भ्रष्टाचार का मुद्दा है उसे हटाने की कोई बात नहीं करता है। अपने समय में हुए भ्रष्टाचार को पहले स्वीकार करेंगे तभी दूसरों के भ्रष्टाचार पर आप हमला कर सकते हैं। जब भ्रष्टाचारी उनके पास रहेंगे तो वे ठीक हैं और दूसरे के पास चले जाएंगे तो वह गलत हो जाता है।पूजा सिंघल मामले पर सरयू राय ने कहा कि पूर्व की सरकार में मनरेगा में हुए घोटाले की जांच ईडी कर रही है। सरावगी की बिल्डर से प्लॉट खरीद कर पल्स हॉस्पिटल बनाया गया। इसी दौरान देश में नोटबंदी भी हुई। इसी का पैसा पल्स अस्पताल में लगाया गया। उन्होंने कहा कि 2015 से 2019 तक की सरकार में जो भ्रष्टाचार हुआ उसी का पैसा अस्पताल निर्माण में लगा है। उन्होंने कहा कि ईडी का उद्देश्य हेमंत सोरेन तक सिर्फ पहुंचना नहीं होना चाहिए। ईडी जहां भी जांच करेगी जांच रघुवर दास की सरकार तक पहुंच ही जायेगी।
उन्होंने कहा कि पूजा सिंघल पर 2011-12 में आरोप लगाया गया था। उनके भ्रष्टाचार पर जब बोलते थे तो शासन के लोग ध्यान नहीं देते थे। दस वर्ष बाद सभी बातें सही साबित हो रही है। उस वक्त इस दिशा में कार्रवाई होती तो आज हेमंत सरकार के सामने समस्या नहीं आती। 2018 से पल्स अस्पताल के लिए जमीन खरीदने से संबंधित आरोप लगाया जा रहा है। पर सिस्टम ने सबकुछ मैनेज कर दिया। ब्यूरोक्रैट्स को सचेत रहने की जरूरत है। चूंकि व्यवस्था को कानून के अनुरूप चलाने की जवाबदेही उनकी है। जो लोग इसके विपरित चलते हैं उनका हस्र सामने है। यदि समय पर जांच होती तो अब तक सब कुछ सामने आ गया होता।